प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी की 211वीं जयंती के अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से श्रीधाम ठाकुरनगर, ठाकुरबाड़ी, पश्चिम बंगाल में आयोजित मतुआ धर्म महामेला 2022 को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मार्च 2021 में उन्हें बांग्लादेश के ओराकांदी ठाकुरबाड़ी में श्री श्री गुरुचंद ठाकुर जी और महान मतुआ परंपरा को श्रद्धापूर्वक नमन करने का अवसर मिला था। उन्होंने फरवरी 2019 में भी अपनी ठाकुरनगर यात्रा को याद किया।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मतुआ धर्म महामेला, मतुआ परंपरा को नमन करने का अवसर है। ये उन मूल्यों के प्रति आस्था व्यक्त करने का अवसर है, जिनकी नींव श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी ने रखी थी। इसे गुरुचंद ठाकुर जी और बोरो मां ने सशक्त किया। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि मंत्रिपरिषद में उनके सहयोगी श्री शांतनु ठाकुर जी के सहयोग से इस समय ये महान परंपरा और समृद्ध हो रही है।
श्री मोदी ने महा मेले को एक भारत, श्रेष्ठ भारत के मूल्यों को सशक्त करने वाला बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति और सभ्यता महान इसलिए है, क्योंकि इसमें निरंतरता है, ये प्रवाहमान है, इसमें खुद को सशक्त करने की एक स्वाभाविक प्रवृत्ति है। मतुआ समुदाय के नेताओं के सामाजिक कार्यों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने स्वच्छता, स्वास्थ्य और देश की बेटियों को आत्मविश्वास प्रदान करने के लिए न्यू इंडिया के प्रयासों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब हम समाज के हर क्षेत्र में हमारी बहनों और बेटियों को बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्रनिर्माण में योगदान देते देखते हैं, तब लगता है कि हम सही मायने में श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी जैसी महान विभूतियों का सम्मान कर रहे हैं।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के आधार पर सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाती है, जब सबका प्रयास, राष्ट्र के विकास की शक्ति बनता है, तब हम सर्वसमावेशी समाज के निर्माण की तरफ बढ़ते हैं।' श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी के ईश्वरीय प्रेम के साथ-साथ कर्तव्य पर जोर देने की बात को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने नागरिक जीवन में कर्तव्यों की भूमिका पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमें कर्तव्यों की इसी भावना को राष्ट्र के विकास का भी आधार बनाना है। हमारा संविधान हमें बहुत सारे अधिकार देता है। उन अधिकारों को हम तभी सुरक्षित रख सकते हैं, जब हम अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाएंगे।'
प्रधानमंत्री ने समाज में हर स्तर पर भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए मतुआ समुदाय से जागरूकता फैलाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा, 'अगर कहीं भी किसी का उत्पीड़न हो रहा हो, तो वहां ज़रूर आवाज़ उठाएं। ये हमारा समाज के प्रति और राष्ट्र के प्रति भी कर्तव्य है।' प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। लेकिन राजनीतिक विरोध के कारण अगर किसी को हिंसा से, डरा-धमका कर कोई रोकता है, तो वो दूसरे के अधिकारों का हनन है। इसलिए ये भी हमारा कर्तव्य है कि हिंसा, अराजकता की मानसिकता अगर समाज में कहीं भी है, तो उसका विरोध किया जाए।'
प्रधानमंत्री ने स्वच्छता, वोकल फॉर लोकल के आह्वान और राष्ट्र प्रथम के मंत्र को दोहराया।
ये मतुआ धर्मियो महामेला, मतुआ परंपरा को नमन करने का अवसर है।
— PMO India (@PMOIndia) March 29, 2022
ये उन मूल्यों के प्रति आस्था व्यक्त करने का अवसर है जिनकी नींव श्री श्री हरिचांद ठाकुर जी ने रखी थी।
इसे गुरुचांद ठाकुर जी और बोरो मां ने सशक्त किया।
आज शांतनु जी के सहयोग से ये परंपरा इस समय और समृद्ध हो रही है: PM
हम अक्सर कहते हैं कि हमारी संस्कृति, हमारी सभ्यता महान है।
— PMO India (@PMOIndia) March 29, 2022
ये महान इसलिए है क्योंकि इसमें निरंतरता है,
ये प्रवाहमान है,
इसमें खुद को सशक्त करने की एक स्वाभाविक प्रवृत्ति है: PM @narendramodi
जब समाज के हर क्षेत्र में हमारी बहनों-बेटियों को बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्रनिर्माण में योगदान देते देखता है,
— PMO India (@PMOIndia) March 29, 2022
तब लगता है कि हम सही मायने में श्री श्री हॉरिचांद ठाकुर जी जैसी महान विभूतियों का सम्मान कर रहे हैं: PM @narendramodi
जब सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के आधार पर सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाती है,
— PMO India (@PMOIndia) March 29, 2022
जब सबका प्रयास, राष्ट्र के विकास की शक्ति बनता है,
तब हम सर्वसमावेशी समाज के निर्माण की तरफ बढ़ते हैं: PM @narendramodi
श्री श्री हॉरिचॉन्द ठाकुर जी ने एक और संदेश दिया है जो आज़ादी के अमृतकाल में भारत के हर भारतवासी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
— PMO India (@PMOIndia) March 29, 2022
उन्होंने ईश्वरीय प्रेम के साथ-साथ हमारे कर्तव्यों का भी हमें बोध कराया: PM @narendramodi
कर्तव्यों की इसी भावना को हमें राष्ट्र के विकास का भी आधार बनाना है।
— PMO India (@PMOIndia) March 29, 2022
हमारा संविधान हमें बहुत सारे अधिकार देता है।
उन अधिकारों को हम तभी सुरक्षित रख सकते हैं, जब हम अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाएंगे: PM @narendramodi
आज मैं मतुआ समाज के सभी साथियों से भी कुछ आग्रह करना चाहूंगा।
— PMO India (@PMOIndia) March 29, 2022
सिस्टम से करप्शन को मिटाने के लिए समाज के स्तर पर आपको जागरूकता को और बढ़ाना है।
अगर कहीं भी किसी का उत्पीड़न हो रहा हो, तो वहां ज़रूर आवाज़ उठाएं।
ये हमारा समाज के प्रति भी और राष्ट्र के प्रति भी कर्तव्य है: PM
राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है।
— PMO India (@PMOIndia) March 29, 2022
लेकिन राजनीतिक विरोध के कारण अगर किसी को हिंसा से डरा-धमकाकर कोई रोकता है तो वो दूसरे के अधिकारों का हनन है।
इसलिए ये हमारा कर्तव्य है कि हिंसा,अराजकता की मानसिकता अगर समाज में कहीं भी है तो उसका विरोध किया जाए:PM