प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नमो ऐप के माध्यम से वाराणसी, उत्तर प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं से बातचीत की। भाजपा कार्यकर्ताओं की टिफिन बैठक के दौरान एक ऑडियो बातचीत में, पीएम मोदी ने विकास के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने कहा, “10 साल पहले, आपने मुझे पहली बार अपना सांसद बनने की ज़िम्मेदारी सौंपी थी। इस वर्ष, मैं आपसे एक बार फिर मुझे अपने प्रतिनिधि के रूप में चुनने और एनडीए को लोकसभा में 400 सीटें जीतने में मदद करने का आग्रह करता हूं।”
नमो ऐप के माध्यम से कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए, पीएम ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उत्थान, महिला सशक्तिकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थकेयर डेवलपमेंट आदि सहित कई विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, “आप सभी ने पिछले 10 वर्षों में काशी के कायाकल्प को देखा है। यह जरूरी है कि हम, लोगों को अपने द्वारा किए गए कार्यों के बारे में अधिक जागरूक करें और 'मोदी की गारंटी' को हर किसी तक पहुंचाने में मदद करें।”
इस दौरान, पार्टी कार्यकर्ता राकेश सोनकर ने कहा, "मेरे क्षेत्र में, महिलाएं 'इज्जतघर', यानी शहर में बेहतर सफाई के साथ-साथ शौचालयों की व्यवस्था से खुश हैं। विपक्ष के मंसूबे यहां कारगर नहीं होंगे। वाराणसी सहित पूरे क्षेत्र में लोग 'हर घर मोदी, घर-घर मोदी’ का नारा बुलंद कर रहे हैं।'' पीएम मोदी ने फर्स्ट टाइम वोटर्स तक पहुंचने के महत्व पर जोर दिया तथा पार्टी कार्यकर्ताओं से पुरानी और आधुनिक काशी के बीच बदलाव को उजागर करने का आग्रह किया। उन्होंने फर्स्ट टाइम वोटर्स को यह समझाने की आवश्यकता पर जोर दिया कि ‘मोदी सरकार’ से पहले उनके माता-पिता को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था तथा तबकी तुलना में आज काशी में किस पैमाने की प्रगति और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट हुआ है।
पीएम मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से पूछा कि क्या बाहर से आने वाले पर्यटक काशी के विकास पर आश्चर्य जताते हैं! जवाब में, पन्ना प्रमुख, सौरभ साहिनी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले दशक में वाराणसी के विकास से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक दोनों आश्चर्यचकित हैं। वे विशेष रूप से काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, नव-विकसित नमो घाट और अलकनंदा क्रूज जैसे भव्य आकर्षणों को देखने के लिए आते हैं।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''इंडी गठबंधन घिसी-पिटी बातों पर भरोसा करता है। उनमें तर्क और तथ्य दोनों का अभाव है। इन व्यक्तियों के पास भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण के अलावा और कुछ नहीं है। वे बस इतना ही जानते हैं। इसलिए, जब जनता उन्हें अस्वीकार करने लगती है, तो वे मोदी की आलोचना करने लगते हैं। लेकिन यह व्यर्थ है; लोग पहले ही उनके मुखौटे को देख चुके हैं। परिवारवादी पार्टियांकभी इस बात की सराहना नहीं करेंगी कि भारत कितना आगे आ गया है। वे 'परिवार की, परिवार के लिए और परिवार द्वारा संचालित पार्टियां' हैं।
टिफिन बैठक में उपस्थित एक कार्यकर्ता ऋचा सिंह के साथ बातचीत करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में, नारी शक्ति का आत्मविश्वास नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। हर क्षेत्र में चाहे वह खेल हो, विज्ञान हो या स्वयं सहायता समूह; महिलाएं उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं। हमने उनके लिए जो प्रयास किए हैं, वे फल दे रहे हैं।'' उन्होंने यह भी कहा, ''नारी शक्ति... शक्ति-स्वरूपा है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के एक नेता उसे नष्ट करने की बात करते हैं। वह शक्ति को मिटाना चाहते हैं, जबकि मैं शक्ति का उपासक हूं।”
पीएम मोदी ने 'पहले मतदान, फिर जलपान' के आह्वान से मतदाताओं को लोकतांत्रिक उत्सव में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से ‘अबकी बार, 400 पार’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फर्स्ट टाइम वोटर्स, वरिष्ठ नागरिकों और लाभार्थियों के साथ जुड़ने का भी आग्रह किया!