प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के पुणे में भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) के वैज्ञानिकों के साथ वार्तालाप किया।
आईआईएसईआर के वैज्ञानिकों ने स्वच्छ ऊर्जा अनुप्रयोग के लिए कृषि जैव प्रौद्योगिकी से लेकर प्राकृतिक संसाधन मानचित्रण तक नई सामग्रियों और उपकरणों से संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुतियां दीं। प्रस्तुतियों के दौरान, आणविक जीवविज्ञान, रोगाणुरोधी प्रतिरोध, जलवायु अध्ययन और गणितीय वित्त अनुसंधान के क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन भी किया गया।
प्रधानमंत्री ने इन जानकारीपूर्ण प्रस्तुतियों के लिए वैज्ञानिकों की सराहना की। उन्होंने वैज्ञानिकों से कम लागत वाली ऐसी तकनीकों को विकसित करने का आग्रह किया जो भारत की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ देश की विकास गति को त्वरित बनाने में सहायता प्रदान कर सकें।
इससे पूर्व, प्रधानमंत्री ने आईआईएसईआर, पुणे परिसर का दौरा किया और छात्रों एवं शोधकर्ताओं के साथ वार्तालाप भी किया। उन्होंने आईआईएसईआर में सी-डैक द्वारा स्थापित सुपर कंप्यूटर पीएआरएएम बीआरएएचएमए (परम ब्रहम) का भी अवलोकन किया, जिसमें 797 टेराफ्लॉप्स की चरम कंप्यूटिंग क्षमता है।
भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) भारत में प्रमुख विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों का एक समूह है। प्रधानमंत्री डीजीपी सम्मेलन में भाग लेने के लिए पुणे के दो दिवसीय दौरे पर हैं।