प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज सियाचिन का औचक दौरा किया। 12,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन बेस कैम्प में भारतीय सशस्त्र सेनाओं के अधिकारियों और जवानों को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि सीमाओं की रक्षा के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले जवानों की बदौलत ही देश के 125 करोड़ से अधिक लोग आज अपने घरों में सुरक्षित दीपावली मना रहे हैं. राष्ट्र को सेना के तीनों अंगों पर गर्व है.
उन्होंने कहा कि मैं जवानों के परिवार के सदस्यों के प्रतिनिधि के रूप में जवानों के साथ दीपावली मनाने आया हूं.
उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आंशिक दृष्टि से जवानों और आंशिक रूप से जम्मू-कश्मीर के बाढ़ पीडि़तों के साथ प्रधानमंत्री के रूप में दीपावली मनाने आया हूं.
श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय सशस्त्र सेनाएं बेजोड़ हैं जो युद्ध के मैदान में दुश्मन को परास्त करती हैं तो किसी भी प्रकार के संकट या प्राकृतिक आपदा के समय देश के सभी लागों की सहायता करती हैं. उन्होंने श्रीनगर में आयी हाल की बाढ़ के दौरान लोगों को राहत पहुंचाने में सेना के व्यापक योगदान की याद दिलायी.
प्रधानमंत्री ने इस बात के लिए भी सेना की सराहना की कि महिलाएं भी अब भारतीय सशस्त्र सेनाओं महत्वपूर्ण योगदान कर रही हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके सपने और जिम्मेदारियां हम सभी की जिम्मेदारियां हैं. समूचा राष्ट्र आपके साथ कंधे से कंधा मिलाए खड़ा है. प्रधानमंत्री ने बाद में जवानों के कल्याण के लिए 5 लाख रुपये का चेक भेंट किया और जवानों में मिठाइयां भी वितरित कीं. उन्होंने आगन्तुक पुस्तिका में लिखा कि देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले जवान हमारे ऋषि - मुनियों से किसी भी तरह कम नहीं हैं. प्रधानमंत्री करीब एक घंटे तक सियाचिन बेस कैम्प में रहे.