प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि वर्तमान भूमि अधिग्रहण अधिनियम में संशोधन ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों, गरीबों के लिए मकानों, विद्यालयों, अस्पतालों एवं सिचांई परियोजनाओं जैसे बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के सृजन के लिए अनिवार्य है। प्रधानमंत्री ने राज्यसभा के सभी सदस्यों से केंद्र सरकार की पहलों को समर्थन करने की जोरदार अपील की जो भारत के लोगों द्वारा विकास के लिए दिए गए जनादेश को पूरा करने में समर्थ बनाएगा। उन्होनें किसानों से ऐसे लोगों से भ्रमित न होने की भावपूर्ण अपील की जो विकास के लिए सरकार के कदमों को 'किसान विरोधी' करार देने की कोशिश कर रहे हैं।
श्री नरेन्द्र मोदी मध्य प्रदेश के खंडवा में श्री सिंगाजी ताप बिजली परियोजना के चरण-2 (2x660 मेगावाट) का शिलान्यास करने एवं इसके चरण-1 (2x600 मेगावाट) को राष्ट्र को समर्पित करने के अवसर पर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों एवं किसानों के एक विशाल समूह को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि होली जैसे त्यौहार के अवसर पर भी एक बिजली संयंत्र को राष्ट्र को समर्पित करने के मौके पर ग्रामीण क्षेत्रों से इतने बड़े जनसमूह का एकत्र होना यह प्रदर्शित करता है कि विकास के प्रयोजन के लिए लोग कितने प्रतिबद्ध हैं।
प्रधानमंत्री ने ऊर्जा को विकास की कुंजी बताया। ऊर्जा को आधुनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बताते हुए प्रधानमंत्री ने सभी को बिजली की आपूर्ति करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी। उन्होंने कहा कि पिछले 9 से 10 महीनों में जब से नई सरकार ने पदभार ग्रहण किया है, बिजली उत्पादन लगभग 11 प्रतिशत बढ़ गया है।
प्रधानमंत्री ने ऊर्जा की बचत करने के महत्व पर बल दिया और घरों तथा गलियों में प्रकाश के लिए एलईडी बल्बों की सरकारी योजना का जिक्र किया।
श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए प्रतिबद्ध है और उन्होंने कोयला ब्लॉकों की सफल नीलामी का उदाहरण दिया जिससे मध्य प्रदेश को भी काफी लाभ पहुंचेगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय बिजली राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल भी इस मौके पर उपस्थित थे।