बड़ी परियोजनाओं की निगरानी करेगा पीएमओ
प्रधानमंत्री ने आज कहा कि विशाल निवेश वाली बड़ी परियोजनाओं की निगरानी प्रधानमंत्री कार्यालय करेगा। प्रधानमंत्री ने यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति श्री बराक ओबामा की मौजूदगी में भारत-अमेरिका सीईओ फोरम की बैठक के दौरान दिया। इस दौरान दोनों देशों के शीर्ष उद्योगपति मौजूद थे।उद्योगपतियों के सुझावों पर गौर करने के बाद प्रधामंत्री ने कहा कि कारोबार से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं का हल निम्न तीन आधारों पर किया जाएगा।
• सक्रिय, जनमुखी सुशासन
• नीति प्रेरित शासन
• नीतियों में निरंतरता
प्रधानमंत्री ने कहा कि बौद्धिक संपदा अधिकार एक अहम मुद्दा है और सभी देशों को इस समस्या का समाधान मिलकर ढूंढना होगा। प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की प्राथमिक्ताओं का जिक्र किया। उन्होंने भारत में कारोबार की सहजता और मेक इन इंडिया पहल पर खास बल दिया।
उन्होंने बुनियादी ढांचा क्षेत्र खासकर रेलवे में निवेश के महत्व के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कृषि क्षेत्र में अपने नजरिए का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार प्रत्येक बूंद अधिक उपज (पर ड्रॉप मोर क्रॉप) की नीति को बढ़ावा देगी। ताकि खेती-किसानी की दिक्कतों के साथ जलवायु परिवर्तन और जल संकट से निपटा जा सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि निवेशकों को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है। हम निवेशकों की सुनें जिससे फैसले तेजी से लिए जा सकें। उन्होंने कौशल, पैमाना और गति (स्किल, स्केल और स्पीड) के अपने मंत्र को भी दोहराया और कहा कि फैसले करते हुए वह राज्यों को भी शामिल करते हैं।