प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने चक्रवाती तूफान हुदहुद के बाद राहत और बचाव कार्य की स्वयं समीक्षा करने के लिए आज आंध्र प्रदेश में विशाखापतनम का दौरा किया।
प्रधानमंत्री ने चक्रवाती तूफान से सबसे अधिक प्रभावित विशाखापतनम शहर के काफी इलाकों को सड़क मार्ग से देखा। उनके साथ आंध्र प्रदेश के राज्यपाल श्री ईएसएल नरसिम्हन, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और केंद्रीय मंत्री श्री वेंकैया नायडू थे।
प्रधानमंत्री ने विशाखापतनम के कलैक्टर कार्यालय में उच्चस्तरीय स्थिति की समीक्षा की । उन्होंने जान-माल के नुकसान को न्यूनतम रखने के लिए उपग्रह से मिले चित्रों और मौसम के अनुमान की उन्नत तकीनीकों समेत प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की भूमिका की सराहना की। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों के बीच प्रभावी तालमेल पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इससे मरने वालों की संख्या सीमित रखी जा सकी है।
बैठक के बाद मीडिया के लिए बयान में प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के लिए एक हजार करोड़ रुपये की अंतरिम सहायता की घोषणा की। उन्होंने चक्रवाती तूफान में मरने वालों के निकट संबंधियों को दो-दो लाख रुपये अनुग्रह राशि दिये जाने और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दिये जाने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विशाखापतनम के हजारों लोगों ने आज जिस तरह का प्रेम मेरे प्रति व्यक्त किया है उससे मैं भाव-विह्वल हूं। यह लोग तूफान का विनाशकारी प्रभाव झेलने के बावजूद विशाखापतनम की सड़कों के दोनों और खड़े थे।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने ओडिशा के तूफान प्रभावित कोरापुट और मलकानगिरी जिलों और आंध्र प्रदेश के विशाखापतनम नगर का हवाई सर्वेक्षण किया। भारतीय वायुसेना का विशेष जैट विमान प्रभावित क्षेत्रों में काफी नीचे उड़ान भर रहा था जहां प्रधानमंत्री को स्थिति की जानकारी दी गई।
प्रधानमंत्री ने चक्रवाती तूफान हुदहुद से नसीहत के मद्देनजर आपदा प्रबंधन के लिए दीर्घकालिक योजना बनाएं जाने की आवश्यकता पर बार-बार जोर दिया। बैठक के दौरान श्री मोदी ने राहत और बचाव कार्य के लिए आंध्र प्रदेश को पूरी मदद देने की पेशकश की।
We stand shoulder to shoulder with our sisters & brothers suffering due to Cyclone Hudhud. Their tragedy & grief is as much ours.— Narendra Modi (@narendramodi) October 14, 2014
I offer my deepest condolences to all those who lost their near & dear ones. May Almighty give them all the strength to bear this loss.— Narendra Modi (@narendramodi) October 14, 2014
During Visakhapatnam visit, was touched to see the courage & hope among people. The destruction has not deterred their spirit! I salute them— Narendra Modi (@narendramodi) October 14, 2014
I appreciate the good Centre-State coordination, which made relief operations not only quicker but also more effective.— Narendra Modi (@narendramodi) October 14, 2014
Text of Prime Minister’s statement after the Relief Operations Review Meeting in Cyclone-hit Vizag
परसों जो भयंकर cyclone आया, और उसके कारण आंध्र को और कुछ भाग में उड़ीसा को जो संकट झेलना पड़ा, अनेक लोगों को अपने प्राण खोने पड़े, इस कठिनाइयों से गुजरे हुए सभी नागरिक भाइयों-बहनों के प्रति मैं अपनी सहानुभूति प्रकट करता हूं। इस संकट के समय पूरा देश, भारत सरकार, आंध्र के साथ Vizag के लोगों के साथ पूरी ताकत से खडे हैं। आवश्यक सभी मदद भारत सरकार करेगी।
इस Cyclone में Technology का बहुत ही Perfect उपयोग हुआ, पहले दिन से ही। इस Cyclone में मौसम विभाग ने Technology का बखूबी उपयोग किया और 6 तारीख से ही ये संकेत दे दिए गए थे। जो अनुमान थे, उतनी ही Velocity रही। जो दिशा थी अनुमानित, वही दिशा रही। जो अनुमानित Time था, वही Time रहा। और एक प्रकार से इस संकट से बचने में ये Technology का उपयोग भी काफी काम आया।
दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात हुई, जब केंद्र और राज्य, दोनों, कंधे-से-कंधा मिला करके काम करते हैं, सही दिशा में काम करते हैं, तो कितने बड़े संकट क्यों न हो, उन संकटों से उभरा जा सकता है। आंध्र Government और भारत सरकार ने 5 दिन लगातार minute-to-minute Perfect Co-ordination के साथ काम किया। Local Body ने भी उसको पूरी तरह Follow किया। मैं Vizag के नागरिकों का भी अभिनंदन करना चाहता हूं कि संकट के समय उन्होंने सरकार की सूचनाओं का पालन किया। पूरी तरह से discipline को माना, और उसके कारण लोगों की जिंदगी बचाने में हम सफल हुए। इन संकटों के बावजूद भी, यह एक भयंकर Cyclone था। आपने तो इसको खुद ही अनुभव किया है।
आपने जो धैर्य रखा.... और आज भी मैं बहुत दूर गया। मैंने हवाई निरीक्षण करके ओडि़शा का इलाका भी देखा आज। मैंने पहले कहा, उस प्रकार से भारत सरकार इस संकट के समय पूरी तरह आंध्र सरकार के साथ रहेगी। भारत सरकार के जो कई establishments हैं, उनका भी भारी नुकसान हुआ है। Coast guard हो, Navy हो, Railways, Airlines, National Highways, उन सबके लिए भी भारत सरकार की तरफ से लोग आएंगे, survey करेंगे और उसकी चिंता भी हम करेंगे।
अभी जितनी जानकारी मुझे मिली है, detailed survey भी हम करेंगे, भारत सरकार की भी team आएगी। किसानों का भी यह फसल का आखिरी समय था। इसलिए बहुत नुकसान उसके कारण किसानों का भी हुआ था। तो Agriculture survey, Property का जो नुकसान हुआ है, उसके लिए, मैं Insurance कंपनियों को भी सूचना करूंगा, वो तत्काल अपने लोग लगाएं। और Private Insurance वाले जो लोग हैं, उनके साथ बैठ करके सहानुभूतिपूर्वक उनकी सारी Claims को तुरंत workout करे, उनकी मदद करें। मैं Insurance Companies को भी आग्रहपूर्वक ये विषय बता दूंगा।
तत्काल जो अवस्था हैं, उसमें इतना बड़ा काम है। आंध्र प्रदेश एक तो नया-नया राज्य बना है। उसको अभी कई चीजें करनी बांकी है। ऐसे में इतना बड़ा संकट आया है। दूसरी तरफ, अभी 15 दिन पहले तो मैं इतना उत्साह और उमंग से उछल रहा था। Vizag को Smart City बनाने का सपना ले कर के। अचानक ये कसौटी आ गई है, लेकिन मुझे विश्वास है कि हम इस कसौटी से बाहर निकलेंगे। और बहुत ही जल्द सारी व्यवस्थाएं Normal हो जाएंगी और जो नुकसान हुआ, उसको भी ठीक करने में हम सफल हो जाएंगे। बिजली, पानी, Communication, इन चीजों को हमने प्राथमिकता दी है और कुछ ही घंटों में बहुत ही जल्द इन चीजों में सुधार आ जाएगा।
भारत सरकार के प्रतिनिधियों को मैंने Special इस काम के लिए depute किया है। आंध्र सरकार पूरी तरह लगी हुई है। तो जनसुविधा की जो प्राथमिक आवश्यकताएं हैं, वो भी तुरंत चालू कर दी जाएँगीं। अभी पूरा सर्वे होना बांकी है। लेकिन तत्काल इतने बड़े संकट को पहुंचने के लिए भारत सरकार की तरफ से एक Interim Assistance के रूप में 1,000 करोड़ रुपए भारत सरकार की तरफ से देने की मैं घोषणा करता हूं।
तुरंत Survey होने के बाद आगे भी भारत सरकार आंध्र के साथ, वाइजाग के साथ पूरी तरह साथ रहकर के इन समस्याओं से निकलने के लिए जो भी आवश्यकता होगी, उसको पूरा करेंगे। जिन लोगों ने अपना जीवन खो दिया है, जिनकी मृत्यु हुई है, उन (के परिजनों) को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपए और जिनको injury हुई है, उनको 50,000 रुपए भी भारत सरकार के प्रधानमंत्री राहतकोष से हम देंगें।
धन्यवाद।