प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आज आबू धाबी में मसदर शहर देखने गए। मसदर शहर एक नियोजित शहर है और यह सौर ऊर्जा तथा अन्य नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर निर्भर है।
प्रधानमंत्री ने मसदर शहर में बिजनेस नेताओं के साथ गोलमेज सम्मेलन में भारत में निवेश का आह्वान करते हुए कहा कि भारत में तात्कालिक रूप से एक ट्रिलियन डॉलर के निवेश का अवसर है। उन्होंने कहा कि भारत में अब पूर्ण बहुमत के साथ एक निर्णायक सरकार है और बीमा, रेलवे, रक्षा मैन्युफैक्चरिंग सहित अनेक क्षेत्रों को विदेशी निवेश के लिए खोला गया है। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा, बंदरगाह नित विकास तथा कम लागत के आवास निर्माण जैसे क्षेत्रों में विशाल निवेश क्षमता का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने भारत को अवसर की भूमि बताया। उन्होंने कहा कि एक सौ 25 करोड़ भारतीयों को न केवल एक बाजार के रूप में बल्कि एक महाशक्ति के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष तथा विश्व बैंक सहित प्रमुख एजेंसियां इस बात पर सहमत हैं कि भारत अब विश्व में तेजी से उभरने वाली अर्थव्यवस्था है और भारत में विकास की अपार संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अनेक लोग 21वीं शतात्बदी को एशिया की शताब्दी बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि भारत और संयुक्त अरब अमीरात मिलकर काम करते हैं, तो दोनेां देश एशिया शताब्दी के विजन को वास्तविकता में बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात एशियाई शताब्दी के आर्थिक केन्द्र में होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्थिक क्षेत्र में सभी पुराने विषयों को सुलझाने की वह भरपूर कोशिश करेंगे।
इससे पहले प्रधानमंत्री मसदर शहर गए। शहर के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक घंटे तक प्रधानमंत्री को मसदर शहर परियोजना के विभिन्न पक्षों की जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने थोड़ी देर के लिए चालक रहित वाहन पी आर टी (पर्सनल रैपिड ट्रंजिट कार) की सवारी भी की। यह वाहन बिना चालक के मैग्नेटिक पट्टी के सहारे एक स्थान से दूसरे स्थान तक चलता है।
प्रधानमंत्री ने माइक्रो नैनो फैब्रिकेशन सुविधा तथा माइक्रोस्कोपी प्रयोगशाला को भी देखा। प्रधानमंत्री ने शहर के सार्वजनिक स्थलों को भी देखा और उन्हें सतत रूप से भवन निर्माण के प्रक्रिया तथा वास्तु संबंधित तत्वों की जानकारी दी गई।
मसदर शहर की एक घंटे की यात्रा में प्रधानमंत्री का वहां के निवासियों और पेशेवर लोगों द्वारा उत्साहपूर्वक स्वागत किया गया। स्वागत करने वालों में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग भी थे।
मसदर शहर के डिजिटल आगंतुक पुस्तिका में प्रधानमंत्री ने लिखा –‘’विज्ञान जीवन है।‘’ उन्होंने अपना हस्ताक्षर भी किया।