प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती के अवसर पर 13 जनवरी, 2019 को 7 लोक कल्याण मार्ग, नई दिल्ली में एक स्मारक सिक्का जारी करेंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन में गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती के अवसर पर किया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री एक सभा को भी संबोधित करेंगे।
सिखों के दसवें गुरु- गुरु गोविंद सिंह अपनी शिक्षाओं और आदर्शों के माध्यम से लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 जनवरी, 2017 को पटना में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज की 350 वीं जयंती के समारोह में शामिल हुए थे। उन्होंने इस अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया था। इस अवसर पर अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि गुरु गोविंद सिंह ने किस प्रकार से खालसा पंथ और भारत के विभिन्न क्षेत्रों से पांच पंचप्यारों के माध्यम से देश को एकजुट करने का एक अनूठा प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने ज्ञान को अपने शिक्षण का आधार बनाया।
प्रधानमंत्री ने 30 दिसंबर, 2018 को प्रसारित अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में गुरु गोबिंद सिंह की समाज के कमजोर वर्गों के लिए किये गये अथक प्रयासों का स्मरण करते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी का मानना था कि मानव पीड़ा को दूर करना ही सबसे बड़ी सेवा है। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी की वीरता, त्याग और समर्पण भाव की भी सराहना की।
लुधियाना में 18 अक्टूबर 2016 को राष्ट्रीय एमएसएमई पुरस्कार समारोह में, प्रधानमंत्री ने गुरु गोबिंद सिंह जी के संदेश को स्मरण किया कि लोगों को संपूर्ण मानव जाति को एक मानना चाहिए- कोई भी व्यक्ति श्रेष्ठ या हीन एवं छूत या अछूत नहीं है, उनके यह विचार आज भी प्रासंगिक है। 15 अगस्त, 2016 को अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में, प्रधानमंत्री ने एक बार पुनः देश के लिए बलिदान की गाथा का उल्लेख किया, जो सिख गुरुओं की परंपरा रही है।