प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज पूसा, नई दिल्ली स्थित आईएआरआई में नानाजी देशमुख के जन्म शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने ‘’प्रौद्योगिकी और ग्रामीण जीवन’’ विषय पर एक प्रदर्शनी भी देखी। उन्होंने अच्छी पद्धति एवं उनके अनुकरण के साथ-साथ ग्रामीण विकास मंत्रालय की योजनाओं व पहल को भी देखा। उन्होंने कुछ अन्वेषकों व लाभार्थियों के साथ संवाद भी किया।
प्रधानमंत्री ने नानाजी देखमुख और लोकनायक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने नानाजी देशमुख के सम्मान में डाक टिकट जारी किया।
प्रधानमंत्री ने दिशा पोर्टल का भी शुभारम्भ किया – जो सांसदों और विधायकों के लिए अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विभिन्न मंत्रालयों के विभिन्न कार्यक्रमों व योजनाओं के कार्यान्वयन पर एकल पोर्टल के माध्यम से निगरानी रखने का पोर्टल है। अभी तक 20 मंत्रालय के 41 कार्यक्रमों व योजनाओं की प्रगति के आंकड़े इस पोर्टल पर दर्शाए गए हैं।
उन्होंने भारत के ग्रामीणों की सेवा और सशक्तिकरण के लिए एक नागरिक केन्द्रित मोबाइल ऐप ‘’ग्राम संवाद’’ का भी शुभारम्भ किया, जिसमें नागरिक विभिन्न ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के बारे में ग्राम पंचायत स्तर पर एकल विंडो पर जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इस ऐप में इस समय ग्रामीण विकास मंत्रालय के सात कार्यक्रमों को शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री ने 11 ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान भवनों (आरएसईटीआई) तथा आईएआरआई में प्लान्ट फिनोमिक्स सुविधा का डिजिटल पद्धति से उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों, पंचायतों, जल संरक्षण अन्वेषकों और प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के 10,000 से ज्यादा लोगों को सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा कि आज हम दो महान नेताओं – नाना जी देशमुख और लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्म दिवस मना रहे है, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र की बेहतरी के लिए अर्पित कर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण युवाओं के बीच अत्यंत लोकप्रिय थे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के आह्वान से प्रेरित होकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण और डॉ. लोहिया ‘भारत छोड़ो’ आन्दोलन के दौरान सक्रिय हुए। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने सत्ता की राजनीति में कभी रूचि नहीं दिखाई और वे भ्रष्टाचार के विरूद्ध लड़ते रहे। उन्होंने कहा कि नानाजी देशमुख ने भी ग्रामीण विकास और हमारे गांवों को स्वावलम्बी व निर्धनता से मुक्त करने की दिशा में स्वयं को अर्पित कर दिया।
Today, we pay tributes to the great Loknayak JP and Nanaji Deshmukh, who worked closely with JP. Both these individuals distinguished themselves and devoted their lives towards the betterment of our nation: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 11, 2017
Loknayak JP was deeply popular among youngsters. The likes of Loknayak JP and Dr. Lohia were active during the 'Quit India' movement, inspired by the clarion call of Mahatma Gandhi. JP was never interested in power politics: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 11, 2017
Loknayak JP fought corruption in the nation. His leadership rattled those in power that time and during a march he was even attacked. At that time, standing shoulder to shoulder with him was Nanaji Deshmukh: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 11, 2017
When Janata Government was formed in 1977, Nanaji Deshmukh was requested to join the Government as a Minister but he did not do so. He followed JP and preferred to devote himself towards rural development and making our villages self-reliant, free from poverty: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 11, 2017
Just having the best ideas for development are not enough. Initiatives have to be completed on time and the fruits of development must reach the intended beneficiaries. Efforts have to be comprehensive and 'outcome driven' not 'output driven' : PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 11, 2017
Facilties that are associated with cities must also be made available to our villages: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 11, 2017
Strength of a democracy cannot be restricted to how many people vote. Yes, that is important but the real essence of a democracy is Jan Bhagidari and integrating people in the development journey of cities, villages. Regular Samvad with governments is required: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 11, 2017
Lack of sanitation facilities is adversely impacting the development journey of villages. That is why we have been working to overcome this and build toilets in rural areas: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 11, 2017