प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का चीन के किंगडाओ के लिए रवाना होने से पूर्व दिए गए वक्तव्य का मूल पाठ निम्नलिखित है।
“मैं शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए चीन के किंगडाओ की यात्रा करुंगा।
मैं एक पूर्ण सदस्य के रूप में परिषद की हमारी अब तक की पहली बैठक में भाग लेने के लिए भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व करने को लेकर उत्साहित हूं। एससीओ का सहयोग को लेकर व्यापक एजेंडा है जिसमें आतंकवाद, अलगाववाद एवं उग्रवाद से मुकाबला करने से लेकर संपर्क, वाणिज्य, कस्टम, कानून, स्वास्थ्य एवं कृषि में सहयोग बढ़ाने; पर्यावरण की सुरक्षा करने एवं आपदा जोखिम के न्यूनीकरण; और लोगों के बीच आपसी संपर्क को बढ़ावा देना शामिल है। पिछले एक वर्ष में, जब से भारत एससीओ का एक पूर्ण सदस्य बना है, संगठन एवं इसके सदस्य देशों के साथ इन क्षेत्रों में हमारा सहयोग उल्लेखनीय रूप से बढ़ गया है। मेरा विश्वास है कि किंगडाओ सम्मेलन एससीओ एजेंडा को और समृद्ध बनाएगा और एससीओ के साथ भारत के जुड़ाव की एक नई शुरुआत की घोषणा करेगा।
भारत के एससीओ के सदस्य देशों के साथ गहरे मैत्रीपूर्ण एवं बहु-आयामी संबंध हैं। एससीओ सम्मेलन के दौरान, मुझे एससीओ के कई सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों समेत कई अन्य नेताओं के साथ मिलने एवं विचारों को साझा करने का अवसर प्राप्त होगा।”
On 9th and 10th June, I will be in Qingdao, China to take part in the annual SCO Summit. This will be India’s first SCO Summit as a full member. Will be interacting with leaders of SCO nations and discussing a wide range of subjects with them. https://t.co/7mwQLaHGkS
— Narendra Modi (@narendramodi) June 8, 2018