मैं राष्ट्रपति श्री मून जेई-इन के निमंत्रण पर कोरिया गणराज्य की यात्रा करने जा रहा हूं। यह कोरिया गणराज्य की मेरी दूसरी यात्रा और राष्ट्रपति मून के साथ दूसरी शिखर वार्ता होगी।
हमें गत वर्ष जुलाई में राष्ट्रपति मून जेई-इन और प्रथम महिला सुश्री किम जंग-सूक की आगवानी करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। कोरिया गणराज्य की मेरी यह यात्रा दोनो देशो द्वारा आपसी संबंधो को दिए गए महत्व को परिदर्शित करता है।
हम कोरिया गणराज्य को अपना अहम मित्र मानते हैं,जिसके साथ हमारी विशेष सामरिक भागीदारी है। लोकतंत्र के साथी होने के कारण कोरिया गणराज्य और भारत क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए सांझा आदर्श और दृष्टिकोण रखते हैं। बाजार अर्थव्यवस्था होने के कारण हमारी आवश्यकता और शक्ति एक दूसरे के अनुपूरक हैं। कोरिया गणराज्य मेक इन इंडिया कार्यक्रम के साथ-साथ स्टार्ट अप इंडिया और क्लीन इंडिया कार्यक्रम में अहम भागीदार है। मूल विज्ञान से लेकर अग्रिम विज्ञान के क्षेत्र में हमारे संयुक्त अनुसंधान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हमारे सहयोग के प्रोत्साहक हैं।
दोनो देशो के नागरिको के मध्य संपर्क और आदान-प्रदान हमेशा हमारी मित्रता का आधार रहा है। गत वर्ष अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव समारोह के लिए प्रथम महिला को विशेष प्रतिनिधि के रूप में भेजने के राष्ट्रपति मून के निर्णय ने हमें विशेष रूप से प्रभावित किया।
हमारे संबंधो में बढती गहनता और विविधता हमारी लुक ईस्ट पालिसी और कोरिया गणराज्य के न्यू साउथ पालिसी की तारतम्यता से अधिक स्पष्ट हुई है। एक साथ कार्य करते हुए, हम अपने आपसी संबंधो को जन, समृद्धि और शांति के लिए भविष्य उन्मुख भागीदारी के रूप में ले जाना चाहते हैं।
अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मून के साथ विचार-विमर्श के अतिरिक्त मैं व्यापारिक नेताओ, भारतीय समुदाय के सदस्यो के साथ-साथ प्रतिष्ठित व्यक्तियो से भेंट करूंगा।
मुझे विश्वास है कि मेरी इस यात्रा से दोनो देशो के बीच अहम भागीदारी को और अधिक सशक्त करने में सहायता मिलेगी।