प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के सर्वोच्च अमरीकी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की गोलमेज बैठक की अध्यक्षता की।
इस बैठक में न्यूज कारपोरेशन और 21 सेंचुरी फॉक्स के एक्जक्यूटिव चेयरमैन श्री रूपर्ट मर्डोक, 21 सेंचुरी फॉक्स के सीईओ श्री जेम्स मर्डोक, न्यूज कारपोरेशन के सीईओ श्री रॉबर्ट थॉमसन, स्टार इंडिया के सीईओ श्री उदय शंकर, डिस्कवरी कम्युनिकेशन्स के अध्यक्ष और सीईओ श्री डेविड जासलेव, सोनी इंटरनेंटमेंट के सीईओ श्री माइकल लिंटन, इंटर पब्लिक ग्रुप ऑफ कंपनिज के सीईओ श्री माइकल रोथ, वाईस मीडिया के सीईओ श्री शेन स्मिथ, डब्ल्यूपीपी के सीईओ श्री मार्टिन सोरेल, टाइम वारनर के सीईओ श्री जेफ ब्यूकेस, ए एंड ई नेटवर्क्स की सीईओ नेंसी डुबुक, विसी इंडस्ट्रीज के चेयरमैन श्री एंथोनी प्रेट, रूट वन इंवेस्टमेंट कंपनी के श्री विलियम डुहामेल और वेल्यू एक्ट कैपिटल के सीईओ श्री जेफ उबैन शामिल थे।
मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के ऊर्जावान और गतिशील नेतृत्व की सराहना की और भारत के भविष्य के बारे में आशावादी दृष्टिकोण व्यक्त किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशेष रूप से डिजिटल इंडिया पहल के जरिए भारत में चले रहे डिजिटल परिवर्तन के बारे में उत्साही थे। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वर्तमान मजबूत स्थिति से इस क्षेत्र में वृद्धि को गति मिली है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने तेजी से टेलिविजन डिजिटीकरण करने और सेल्युलर (मोबाइल) बुनियादी ढांचा को मजबूत बनाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने पाया कि हाल के दिनों में प्रौद्योगिकी और मीडिया में परिवर्तन से ज्ञान तेजी से आम लोगों तक पहुंचा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व अब प्रौद्योगिकी-चालित युग में है, जहां भौतिक बुनियादी ढांचे की प्रगति के समान ही डिजिटल बुनियादी ढांचे की प्रगति महत्वपूर्ण है। उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को सुझाव दिया कि भारत उनके लिए सबसे बड़ा अवसर और सबसे बड़ी चुनौती है तथा उन्होंने अपील की कि भारत में निवेश योजनाएं तैयार करते समय वे क्षेत्रीय भाषाओं को ध्यान में रखें। उन्होंने 600,000 गांवों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के जरिए जोड़ने की अपनी सरकार की परिकल्पना के बारे में बताया। उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से कहा कि वे 21वीं सदी के नागरिकों के बारे में सोचें कि उनके क्या मूल्य होंगे और क्या चुनौतियां होंगी। उन्होंने मानव संसाधन विकास में डिजिटल प्रौद्योगिकी की भूमिका के बारे में भी बात की। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि जनतंत्र को और मजबूत बनाने तथा देश के विकास में डिजिटल प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है।