प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत और कजाकिस्तान के बीच आर्थिक संबंध बड़े पैमाने पर बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है। भारत और कजाकिस्तान के व्यापारिक समुदायों के सदस्यों की एक व्यापार बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पिछले दशक में हुई कजाकिस्तान की आर्थिक प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि कजाकिस्तान विपुल प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है और भारत में इन संसाधनों की भारी मांग है, इसलिए दोनों देशों में साझेदारी की व्यापक संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने कजाकिस्तानी कंपनियों से भारत में निवेश बढ़ाने, विशेषकर नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट शहरों, आवास और रेलवे के क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की अपील की। श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी से कजाकिस्तान लाभ उठा सकता है, जो आधुनिक प्रौद्योगिकी, इंजीनियरी कौशल और लागत की दृष्टि से किफायती व्यवस्थाएं लेकर आएंगी। उन्होंने कहा कि कजाकिस्तान सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत की ताकत से भी लाभ उठा सकता है। उन्होंने कहा कि संचार सुविधाओं में कमी दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध गहन बनाने की दिशा में सबसे बड़ी रुकावट है। उन्होंने भारत और कजाकिस्तान के बीच संचार संपर्क बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री नरेन्द्र मोदी और कजाकिस्तान के प्रधानमंत्री श्री करीम मास्सिमोव ने सतपायेव खोज ब्लॉक में ड्रिलिंग परियोजना के शुभारंभ का भी अवलोकन किया, जिसमें ओएनजीसी विदेश लिमिटेड की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है।