खादी और ग्रामोद्योग से जुड़े मेरे बहनों और भाइयों,
आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि। गांधी जी का सपना था कि प्रत्येक भारतवासी स्वावलंबी बने। इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने हमें खादी का मंत्र दिया।
मेरे लिए यह अत्यंत खुशी की बात है कि सरकार के प्रयास फलीभूत हो रहे हैं और आपके द्वारा तैयार किए गए खादी के उत्पादों का उपयोग करने के लिये विभिन्न सरकारी संस्थान आगे आ रहे हैं। इनमें रेल मंत्रालय, पुलिस विभाग, भारतीय नौ सेना, डाक विभाग सहित अन्य सरकारी संस्थान शामिल हैं। मुझे बताया गया कि इन संस्थानों की माँग को पूरा करने के लिए लगभग 18 लाख मानव दिनों का अतिरिक्त रोज़गार खादी के क्षेत्र में उपलब्ध होगा और प्रत्येक कारीगर की आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी।
आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली खादी आज एक फैशन परिधान बन गई है। नवगठित खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग नए अवसरों और चुनौतियों को ध्यान में रखकर कई महत्वपूर्ण पहल कर रहा है। ऐसे इंतजाम किए जा रहे हैं, जिससे आपको विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं, जैसे अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का लाभ आसानी से मिल सके।
आयोग द्वारा सोलर चरखा और सोलर लूम से उत्पादन के सफल प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि कत्तिन बुनकर पहले से कम मेहनत में अधिक उत्पादन कर सकें और उन्हें दोगुनी आमदनी हो।
हम भारत के गांवों में खादी और ग्रामोद्योग का नेटवर्क तैयार करना चाहते हैं, ताकि लोगों को रोजगार से जोड़कर गांवों के प्रत्येक परिवार को सबल बनाया जा सके।
नरेन्द्र मोदी