प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत सरकार के सचिवों के साथ आज बातचीत की। बातचीत 70 मिनट से ज्यादा चली।
प्रधानमंत्री ने पिछले डेढ साल के दौरान सचिवों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि शासन के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे सचिवों की विशेषज्ञता व्यापक है और इसे अब बढोत्तरियों में बदलाव की अपेक्षा नए-नए कार्यों में दिखना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने बदलाव से जुड़े परिवर्तन संबंधी विचारों को सामने लाने के लिए सचिवों की प्रशंसा की है। दरअसल सचिवों ने सुशासन, रोजगार सृजन, शिक्षा और स्वास्थ्य, किसान केंद्रित कई पहल, बेहतरीन बजट, उभरती वृद्धि, स्वच्छ भारत और गंगा पुनरूद्धार के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किए हैं। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि इन क्षेत्रों में से प्रत्येक में ऐसे कदम उठाए जाने चाहिए, जिससे आम जनता के जीवन में आमूलचूल सुधार हो। उन्होंने शासन में जनता की भागीदारी और आम जनता के सशक्तिकरण पर जोर दिया।
अब यह सचिव प्रधानमंत्री को विचार और सुझाव देने के बाद अगले दो सप्ताह में समूह और उपसमूह में विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्रियों-सर्वश्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी भी उपस्थित थे। मंत्रिमंडल सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रधानमंत्री कार्यालयों के सहकर्मी भी यहां मौजूद थे।