प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने चैकर्स में सुबह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून से मुलाकात की। उन्होंने ओक का एक पौधा लगाया और दोनों नेताओं ने उपहारों का आदान-प्रदान किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री श्री डेविड कैमरून ने ब्रिटेन-भारत सीईओ फोरम में भी भाग लिया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री कैमरून ने प्रधानमंत्री मोदी के विज़न का संदर्भ देते हुए भारत में बदलाव की अभिलाषा का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और समपूरक संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने कहा दोनों देशों के बीच के संबंधों में आर्थिक समझौते बेहद महत्वपूर्ण घटक हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ जैसी पहलों का उल्लेख किया और बुनियादी ढांचे, विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की राह खोलने, 2002 तक 50 मिलियन नए आवासों की वचनबद्धता और अक्षय ऊर्जा की क्षमता को 175 गीगावाट तक पहुंचाने जैसी प्रतिबद्धताओँ पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश कंपनियों के द्वारा भारत में निवेश दोनों देशों के लिए लाभदायक साझेदारी होगी।
महारानी ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के लिए दोपहर के भोजन के लिए मेज़बानी की। बैठक के दौरान उपहारों का आदान-प्रदान भी किया गया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा भारत की विशाल विविधता इसकी विशेषता, गर्व और शक्ति है। लंदन के वेंबले स्टेडियम में ब्रिटिश-भारतीय समुदाय की एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सिख समुदाय के महान योगदान और भारत की सूफी परंपरा पर अपने विचार रखे। उन्होंने कल लंदन में सिख समुदाय के साथ हुई अपनी बैठक का भी स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने सिख समुदाय के दर्द को साझा किया, उनकी समस्याओं को समझा और वह उन्हें हल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
भारत के बारे में अपने दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए एक घंटे से अधिक समय तक दिए गए अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने राजस्थान के अलवर जिले के इमरान खान को याद किया जिसने करीब 50 शिक्षा एप्स बनाकर उनका निःशुल्क वितरण किया। उन्होंने हरियाणा के सरपंच को भी याद किया जिन्होंने ‘सेल्फी विद डॉटर’ अर्थात बेटी के साथ सेल्फी अभियान के माध्यम से उनके बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी, जो अंतर्राष्ट्रीय रूप से सफल अभियान बन चुका है। उऩ्होंने कहा कि भारत के लिए उनकी अभिकल्पना के कारण वह भारत के उज्जवल भविष्य के प्रति सुनिश्चित हैं, जहां भारत के इमरान खान ने शिक्षा एप्स को बनाकर उनका निःशुल्क वितरण किया और सरपंच ने बेटी के साथ सेल्फी जैसी सकारात्मक भावनाओं को प्रसारित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में ऐसे असंख्य लोग हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के सभी प्रमुख धर्म भारत में मौजूद हैं और बड़ी संख्या में हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय मूल के लोग इन मूल्यों को जहां कहीं भी जाते हैं अपने साथ लेकर जाते हैं और इसीलिए वे भारत के महान दूत हैं।
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की अब तक की पहलों खासतौर पर स्वच्छ भारत और स्वच्छ ऊर्जा, भारतीय नागरिकों के जीवन में बदलाव पर भी विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि प्रचुर मात्रा में सौर विकरण होने के कारण भारत वैश्विक सौर संबंधों का नेतृत्व करेगा और सौर ऊर्जा उत्पादन के मितव्ययी लक्ष्यों को आगे बढ़ाएगा।