मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना के निमंत्रण पर मैं 8 और 9 जून को मालदीव और श्रीलंका की यात्रा पर रहूंगा। दूसरी बार सत्ता संभालने के बाद यह मेरी पहली विदेश यात्रा होगी।
पिछले साल दिसम्बर में हमें राष्ट्रपति सोलिह के भारत आगमन पर उनका स्वागत कर बहुत खुशी हुई थी। मुझे नवम्बर 2018 में राष्ट्रपति सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने का अवसर भी मिला था। मेरी मालदीव की यात्रा दीर्घकालिक मित्र और सामुद्रिक क्षेत्र के पड़ोसी देश के रूप में एक दूसरे को महत्व देने की हमारी सोच को परिलक्षित करती है।
हम मालदीव को एक बेहद महत्वपूर्ण साझेदार मानते हैं जिसके साथ हमारे गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। मालदीव के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध पिछले कुछ समय में और मजबूत हुए हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी इस यात्रा से हमारे बहु-आयामी संबंध और गहरे होंगे।
मेरी श्रीलंका की यात्रा का उद्देश्य वहां 21 अप्रैल 2019 को ईस्टर के मौके पर हुए आतंकी हमले के मद्देनजर श्रीलंका की सरकार और जनता के साथ एकजुटता प्रदर्शित करना है। भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमेशा श्रीलंका के साथ खड़ा है।
श्रीलंका के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध ने पिछले कुछ वर्षों में और गति पकड़ी है। मुझे नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने भारत आए श्री सिरीसेना से मिलने का अवसर मिला था। अपनी श्रीलंका यात्रा के दौरान में उनसे फिर मिलने को लेकर उत्साहित हूं।
मुझे विश्वास है कि मेरी मालदीव और श्रीलंका की यात्रा भारत की ‘पड़ोसी पहले की नीति’ तथा क्षेत्र में सुरक्षा और सबके विकास की सोच के अनुरूप अपने समुद्री क्षेत्र के सहयोगी देशों के साथ संबंधों को और मजबूत और सौहार्दपूर्ण बनाएगी।