प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज रामचरितमानस का डिजिटल संस्करण, आकाशवाणी द्वारा निर्मित डिजिटल सीडी का सेट जारी किया।
इस संगीतमय प्रस्तुति में योगदान देने वाले कलाकारों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने न सिर्फ संगीत साधना की है, अपितु संस्कृति साधना और संस्कार साधना भी की है।
प्रधानमंत्री ने रामचरितमानस को एक महान महाकाव्य करार दिया, जिसमें ‘भारत का सार’ समाहित है। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि किस प्रकार मॉरिशस जैसे दुनिया के विभिन्न हिस्सों की यात्रा करने वाले भारतीयों ने कई पीढि़यों से रामचरितमानस के माध्यम से भारत के साथ संपर्क बनाए रखा है।
प्रधानमंत्री ने लोगों को आपस में जोड़ने और भारत में जागरूकता और सूचना का प्रसार करने में आकाशवाणी द्वारा निभायी जाने वाली भूमिका की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि आकाशवाणी के पास देश भर के विभिन्न कलाकारों की 9 लाख घंटों से ज्यादा की ऑडियो रिकॉर्डिंग्स हैं। उन्होंने कहा कि यह एक अमूल्य संग्रह है, जिसका समृद्धि के लिए विस्तार से प्रलेखन किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अरूण जेटली और प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष श्री सूर्य प्रकाश भी उपस्थित थे।