प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज बांग्लादेश के विदेश मंत्री श्री अबुल हसन महमूद अली की अगवानी की। बांग्लादेश के विदेश मंत्री भारत-बांग्लादेश संयुक्त सलाहकार आयोग की तीसरी बैठक में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली आए हुए हैं।
बैठक के दौरान विदेश मंत्री अली ने भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संपर्कों का स्मरण किया। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में नई सरकार द्वारा दक्षेस क्षेत्र और भारत के पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों पर विशेष जोर देने की सराहना करते हुए उन्होंने भारत के साथ रिश्ते और प्रगाढ़ करने के लिए बांग्लादेश की जनता और सरकार द्वारा जताई जा रही इच्छा से उन्हें अवगत कराया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रिश्तों के प्रति प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा निजी तौर पर दिखाई जा रही दिलचस्पी और प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने यह बात दोहराई कि बांग्लादेश के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों में उसे अपनी ओर से पूरी सहायता जारी रखने के लिए भारत प्रतिबद्ध है। इस संदर्भ में उन्होंने ऊर्जा, बिजली, बुनियादी ढांचागत विकास तथा पर्यटन के क्षेत्र में भारत एवं बांग्लादेश के बीच और ज्यादा सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत को रेखांकित किया। भारत और बांग्लादेश के भौगोलिक स्थलों में समपूरक को ध्यान में रखते हुए इस पर सहमति जताई गई है कि परिवहन (सड़क, रेल, अंतर्देशीय जलमार्ग, शिपिंग और वायु) संपर्कों के विकास के जरिए सुनिश्चित होने वाली बेहतर कनेक्टिविटी से आर्थिक सहयोग के साथ-साथ लोगों के बीच संपर्क भी बढ़ेगा।
विदेश मंत्री अली ने प्रधानमंत्री शेख हसीना की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को बांग्लादेश आने का न्यौता दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जितनी जल्दी संभव हो सकेगा, उसके अनुसार वह बांग्लादेश की यात्रा का कार्यक्रम तय करेंगे। उन्होंने भारत में प्रधानमंत्री शेख हसीना का स्वागत किए जाने की भी उम्मीद जताई।