प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दतसान गुजेकोईनेई बौद्ध मन्दिर के प्रधान पुजारी बुढा बालजेहविच बडमेयेव को जम्पा डोनर के ग्रंथ ऊर्गा कन्जूर के 100 खण्ड अर्पित किए।
तिब्बती कन्जूर का ऊर्गा संस्करण 1955 तक लोगों की विस्मृति से दूर था और प्रो. रघुवीरा सूची के साथ इसके 104 खंडों का पूरा सैट भारत ले आए थे। मंगोलियाई गणराज्य के प्रधानमंत्री द्वारा उन्हें दिया गया यह दुर्लभ और अद्वितीय ग्रंथ है।
मंगोलिया के पिछले जिबकन्दम्पा के संरक्षण में 1908 से 1920 तक इस कन्जूर को संशोधित, सम्पादित और लिप्यांतरित किया गया था। बाद में दी डर्गे तथा दो चीनी संस्करण (ऋग्य-पर-मद उईस) के साथ इसे सम्बद्ध किया गया। इसकी तथल-पा कन्जूर मान्यता अब भी कायम है, जो कि त्शाल-पा कन्जूर के पुराने संस्करण हफन-पा पर आधारित है। इसका आकार पूर्व ज्ञात जिलोग्राफिक संस्करण से भी छोटा (35x25) है।
PM presents Urga Kanjur to Jampa Donor, Buda Balzheivich Badmayev, Head Priest, Datsan Gunzechoinei Buddhist Temple, St Petersburg. pic.twitter.com/TINSiWKCDH
— PMO India (@PMOIndia) June 2, 2017