प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी चीन के सोशल मीडिया प्लेफॉर्म वीबो से जुड़ गए हैं जिससे चीन के लोगों के साथ संवाद बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह भारत के किसी भी नेता द्वारा किया गया पहला प्रयास है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर अपने पहले पोस्ट में लिखा : “हैलो चाइना! चीन के मित्रों के साथ वीबो के जरिए संवाद स्थापित करने को उत्सुक।”
प्रधानमंत्री मोदी विगत कई वर्षों से सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और इसको लेकर हमेशा उत्सुक रहते हैं। उन्होंने भारत और दुनिया भर के लोगों से संपर्क करने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का प्रयोग किया है। भारतीय प्रधानमंत्री ने इन प्लेटफार्म के माध्यम से सरकार के कार्यों से संबंधित नवीनतम जानकारियां, नीति संबंधी विचार-विमर्श, अपने विचार साझा किये हैं और शुभचिंतकों को बधाई एवं संदेश भेजा है। विश्व भर के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक पहुँच की सराहना की है। उन्होंने इंफो-ग्राफिक्स और वीडियो के माध्यम से पिछले एक साल में भारत सरकार द्वारा किये गये विभिन्न प्रयासों को भी साझा किया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय भी सोशल मीडिया से विस्तृत रूप से जुड़ा हुआ है। यह प्रधानमंत्री की डिजिटल भारत की सोच से जुड़ा हुआ है जो शासन और नीति निर्माण में प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका को दिखाता है।
श्री मोदी इस महीने के अंत में चीन का दौरा करेंगे। सितंबर 2014 में, उन्होंने भारत के दौरे पर आये राष्ट्रपति सी जिनपिंग का स्वागत किया था। बाद में, नवंबर 2014 में प्रधानमंत्री ने म्यांमार में प्रधानमंत्री ली केकियांग से मुलाकात की थी। दोनों बैठक अत्यंत सफल रही थी और सभी ने भारत और चीन के बीच संबंधों को बढ़ाने के विभिन्न तरीकों पर चर्चा की थी।
莫迪总理加入微博!
莫迪总理开通微博
在微博联系莫迪总理:https://weibo.com/u/5581682776
为了加强与中国兄弟姐妹的沟通,印度总理纳兰德拉·莫迪开通了微博。莫迪总理是印度第一位开通微博的领导。
莫迪总理在微博上第一个发贴说:“你好中国!期待通过微博与中国朋友们互动”
几年来这位印度总理热衷活跃地使用社交媒体,通过各种社交媒体平台与印度和世界人民联系。他在社交媒体分享政府工作、政策协商、他本人的想法、对他人的祝贺以及对祝福着的回复,世界各界关注并赞赏这一点。他还使用信息图表及视频来分享解释印度政府过去一年的工作。
总理办公室也在社交媒体上非常活跃。这就符合总理对于一个“数字印度”的展望,技术在治理和制定政策上发挥关键作用。
本月莫迪总理将访华。2014年9月他在印度接待习近平主席,2014年11月在缅甸会见李克强总理。这些都是富有成效的会面,两国领导讨论了加强印中关系的各种办法。2011年11月作为古吉拉特邦首席部长莫迪曾经访问过中国。
你好中国!期待通过微博与中国朋友们互动. Hello China! Looking forward to interacting with Chinese friends through Weibo. pic.twitter.com/yQcKn9bqTE
— Narendra Modi (@narendramodi) May 4, 2015