प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने आज लिस्बन में चैंपालीमोड फाउंडेशन का दौरा किया।
चैंपालीमोड फाउंडेशन एक निजी बायोमैट्रिक अनुसंधान फाउंडेशन है। यह कैंसर का अत्याधुनिक उपचार प्रदान कराता है और 'एक सीमा से आगे' जाकर कैंसर अनुसंधान में मदद करता है। यह चिकित्सा देखभाल के लिए एक समग्र दृष्टिकोण सामने रखता है, जो हरे-भरे वातावरण में अनुसंधान एवं नवाचार के साथ रोजाना के उपचार को जोड़ता है। यह प्रकृति से करीब से जुड़ा हुआ है।
इस केंद्र का डिजाइन भारत के प्रख्यात आर्किटेक्ट चार्ल्स कोरिया ने तैयार किया था। इसमें ट्रॉपिकल गार्डन, नदी एवं समुद्र के नजारे और बहुत सारा सूर्य का प्रकाश मिलता है।
यह फाउंडेशन भारत और पुर्तगाल के बीच हुए सहयोगों का प्रतिनिधित्व करता है।
यह एक ऐसा संस्थान है जो कैंसर अनुसंधान एवं उपचार को समर्पित है। यह समग्र स्वास्थ्य के सिद्धांत को रेखांकित करता है। प्रधानमंत्री मोदी अक्सर इस पर जोर देते रहे हैं। कैंसर के मरीज एक अनूठी पद्यति से गुजरते हैं। इसमें वे प्रकृति से जुड़े रहते हैं, तब भी जब उन्हें कीमोथैरेपी जैसे उन्नत चिकित्सा उपचार से गुजरना होता है।
आईकेयर एवं विजन के क्षेत्र में अनुसंधान में योगदान को मान्यता देने के लिए 2007 में एंटोनियो चैंपालीमोड विजन अवार्ड की स्थापना की गई। पहले वर्ष में भारतीय संगठन अरविंद आईकेयर सिस्टम ने यह पुरस्कार जीता।
इस फाउंडेशन में 42 देशों के 300 अनुसंधानकर्ताओं में से तीन भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं।
चैंपालीमोड फाउंडेशन ने हैदराबाद के प्रसाद संस्थान के साथ टाइअप किया है। चैंपालीमोड फाउंडेशन में कैंसर के उपचार के लिए आने वाले वाले मरीजों में सबसे बड़ी संख्या भारतीयों की है।
प्रधानमंत्री ने फाउंडेशन की सुविधाओं को देखा और भारतीय अनुसंधानकर्ताओं से संक्षिप्त बातचीत की।
Visited the Champalimaud Foundation with Mr. @antoniocostapm. pic.twitter.com/rYOt9fnUel
— Narendra Modi (@narendramodi) June 24, 2017