पश्चिम बंगाल आज एक ऐसे शासन के लिए लालायित है, जहां सरकार का हर विभाग, अपना काम करे, अपना दायित्व निभाए : प्रधानमंत्री मोदी
भारत में रिकॉर्ड निवेश आ रहा है। हम चाहते हैं कि इसका एक बड़ा हिस्सा उद्योग और रोजगार के हर रूप को बढ़ावा देने के लिए बंगाल में इस्तेमाल किया जाए: पीएम मोदी
रेशम और जूट उद्योग आत्मनिर्भर भारत के महत्वपूर्ण पहलू हैं। उन्हें बढ़ावा देना हमारी जिम्मेदारी है: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार आने पर पीएम-किसान योजना के तहत किसानों के बैंक खातों में 18,000 रुपए देने का वादा किया।

भारत माता की… 

नमस्कार, 

मेरे प्रिय बंगाल के भाइयो और बहनो, 

देश में कोरोना की जो स्थिति है, उस वजह से मैं आज सुबह से ही अनेक महत्वपूर्ण बैठकों में व्यस्त रहा। अभी मैं आपके साथ टेक्नोलॉजी के माध्यम से जुड़ रहा हूं। आपके बीच उपस्थित नहीं हो सका, प्रत्यक्ष आकर आपका आशीर्वाद नहीं ले सका, इसके लिए मैं आपका क्षमाप्रार्थी हूं। विशेषतौर पर आज मैं मालदा, मुर्शिदाबाद, सूरी और साउथ कोलकाता के मतदाताओं, वहां के भाजपा कार्यकर्ताओं से भी क्षमा चाहता हूं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए सभा की बड़ी जोर-शोर से तैयारी की थी। लेकिन परिस्थितिवश मेरा बंगाल आना आज संभव नहीं है।बंगाल को याद करके, मैं बंगाल से बाहर भी रहता हूँ, तो रोबी ठाकुर की ये पंक्ति हमेशा याद आती है। रोबी ठाकुर ने कहा था ओ आमार देशेर माटी, तोमार पोरे ठेकाइ माथा। ओ मेरे देश की माटी, तुझ पर मैं शीश झुकाता हूँ।

साथियो, 

परेड ग्राउंड से मैंने आपके बीच आकर पश्चिम बंगाल के बेहतर भविष्य के लिए, आशोल पॉरिबोर्तोन का आग्रह किया था। इसके बाद आपने जो मुझे और बीजेपी के हर साथी को जिस प्रकार से प्यार दिया, आशीर्वाद दिया, भारी मतदान करके, समर्थन किया, उसको व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द भी कम पड़ रहे हैं। आज जब आपसे मैं जुड़ा हूं तो इस स्नेह का, इस समर्थन का आभार व्यक्त करने के लिए भी आया हूं। पश्चिम बंगाल के कोने-कोने में जाकर मैंने अनुभव किया है कि पश्चिम बंगाल के बेहतर भविष्य के लिए एक सकारात्मक बदलाव की इच्छा कितनी प्रबल है। हर उम्र, हर वर्ग, हर मत, हर संप्रदाय के लोगों में पुरुष हो या स्त्री हो शहर हो या गांव हो पढ़े-लिखें हो या अनपढ़ हो सब के सब में शोनार बांग्ला के निर्माण के लिए एक संकल्प दिख रहा है।

भाइयो और बहनो,

पश्चिम बंगाल के ये चुनाव सिर्फ सत्ता बदलने के लिए नहीं है, बल्कि इन चुनावों में मैं एक आकांक्षी, एस्पिरेशन, एक आशावादी पश्चिम बंगाल को उभरते देख रहा हूं। गांव हो या शहर, हर जगह बेहतर जीवन, बेहतर शिक्षा, बेहतर रोज़गार, बेहतर विकल्प के लिए एक तड़प देख रहा हूं। शांति, सुरक्षा और विकास की एक ललक बंगाल में देखने को मिल रही है। पश्चिम बंगाल आज एक ऐसे शासन के लिए लालायित है, जहां सरकार का हर विभाग ईमानदारी से अपना काम करे, अपना दायित्व निभाए। भेदभाव से मुक्त, सद्भाव से युक्त ऐसी व्यवस्था के लिए पश्चिम बंगाल वोट दे रहा है। बंगाल के लोग काम के अवसर चाहते हैं, श्रम की गरिमा चाहते हैं। Dignity of labour, बंगाल के लोग ईज़ ऑफ लिविंग चाहते हैं, ईज़ ऑफ डुइंग बिजनेस चाहते हैं। और बंगाल की ऐसी हर इच्छा पूरी करने का बीजेपी ने संकल्प लिया है।

साथियो,
ये समय, बंगाल को एक नई ऊर्जा के साथ 21वीं सदी के तीसरे दशक में आगे बढ़ाने का है। मालदा, मुर्शीदाबाद से लेकर बीरभूम और कोलकाता तक, हर कोई ये चाहता है कि पश्चिम बंगाल का वो पुराना गौरव लौट आए। हर कोई ये चाहता है कि जिस पश्चिम बंगाल में लोग सपने सच करने आते थे, वो पश्चिम बंगाल 21वीं सदी के अवतार के साथ हमें दोबारा मिल जाए। बीजेपी की डबल इंजन की सरकार, इसमें कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। बीजेपी बांग्लार जूबादेर के देबे चाकरी बीजेपी बांग्लार माँ-बोनेदेर के देबे सुरोक्खा बीजेपी बांग्लार जोनो-गोन के देबे भ्रोष्टाचार-मुक्तो शासोन बीजेपी बांग्लार जोनो-गोन के देबे गुंडामी-मुक्तो बांग्ला, बीजेपी बांग्लार चाशीदेर (किसानों) के देबे शोमृद्धि

भाइयो और बहनो, 

लोकतंत्र हमारी सबसे बड़ी ताकत है। लोकतंत्र के बिना सामान्य जन की भावनाओं को सम्मान मिलना बहुत मुश्किल है। देश के अन्य राज्यों की तरह ही पश्चिम बंगाल में भी लोकतंत्र का गौरव हमारा पंचायत सिस्टम रहा है। गांव में पंचायतों को और शहरों में नगर निगमों और नगर पालिकाओं को उनकी लोकतांत्रिक शक्ति  फिर से एक बार वापिस लौटाना ये हमारी प्राथमिकता रहेगी। ये संस्थान विकास और विश्वास के सबसे पहले माध्यम होते हैं। संकट की स्थिति में जनता सबसे पहले इन्ही संस्थानों तक पहुंच पाती है। इसलिए इस सिस्टम पर फिर से भरोसा जगाना बहुत ज़रूरी है। पक्ष और विपक्ष की, डिबेट और डिस्कशन की समृद्ध परंपरा पश्चिम बंगाल में और फले फूले, ये सुनिश्चित करना बीजेपी सरकार की प्रतिबद्धता रहेगी।

साथियो, 

समाज में सकारात्मकता और सद्भाव, विकास का प्रमुख रास्ता है। इसके लिए कानून का राज हो, समय पर सभी की सुनवाई हो, ये बहुत ज़रूरी है। कानून सुनेगा, कानून निष्पक्ष भाव से काम करेगा तो जीवन भी आसान होगा और व्यापार-कारोबार भी आसान होगा। घुसपैठ, तस्करी, अवैध कारोबार, हिंसा, तोलाबाजी, सिंडिकेट, ये विकास के घोर दुश्मन हैं। भारत में निवेश करने के लिए दुनिया संभावनाएं तलाश कर रही हैं। लगातार रिकॉर्ड निवेश भारत में हो रहा है।

इस निवेश का एक बड़ा हिस्सा पश्चिम बंगाल में लगे, यहां हर प्रकार के शिल्प को, हर प्रकार के रोज़गार को बल मिले, इसके लिए बीजेपी सरकार भरपूर प्रयास करेगी। भाइयों और बहनों, बेहतर स्वास्थ्य के बिना विकास अधूरा है और शुद्ध पानी के बिना बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित नहीं किया जा सकता। शुद्ध पीने का पानी, हर घर पाइप से जल तेज़ी से पहुंचाना भी बीजेपी की प्राथमिकता है। बंगाल के हर घर को पाइप से शुद्ध जल मिलेगा तो माताओं-बहनों की तकलीफ तो कम होगी ही, आने वाली पीढ़ियां अनेक गभीर बीमारियों से मुक्त होंगी। इससे गरीब का स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च भी बचेगा।  

साथियो,

स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च गरीब की कमर तोड़ देता है। इसके लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए की मदद गरीब के काम आने वाली है। केंद्र सरकार हर तीन लोकसभा क्षेत्रों, इनके बीच कम से कम एक मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर बल दे रही है। बंगाल के कई क्षेत्रों में डेंगु भी एक बहुत बड़ी समस्या रही है। जलभराव और स्वच्छता के अभाव के कारण, ये संकट हर साल परेशान करता है। बीजेपी सरकार डेंगू जैसी बीमारियों को दूर करने के लिए गंभीर कदम उठाएगी। 

भाइयो और बहनो,

स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा और शिल्प, इन दोनों पर फोकस करके ही शोनार बांग्ला का निर्माण संभव है। पश्चिम बंगाल के गांव-गांव में शिक्षकों की जो समृद्ध परिपाटी है, जो शिक्षकों की सकारात्मक भूमिका है, उसको प्रोत्साहित करना बहुत ज़रूरी है। गुरुदेव ने शिक्षा और शिल्प को लेकर विश्व भारती में जो प्रयोग किया, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति उसको विस्तार देती है। स्कूल के समय से ही विद्यार्थी को शिल्प से जोड़ा जाए, विद्यार्थी को उसकी सुविधा के हिसाब से शिक्षा मिले, जिस भाषा को वो समझता है, उसमें ही उसको शिक्षा मिले, ये नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मूल में है। गरीब का, आदिवासी का, दलित, वंचित, शोषित का बच्चा भी उसकी अपनी भाषा में मेडिकल, इंजीनियरिंग, टेक्नॉलॉजी की पढ़ाई कर पाए, इसके लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को यहां तेज़ी से लागू किया जाएगा।

भाइयो और बहनो,

बंगाल के पास आम, लिची, प्याज़, आलू, रेशम, जूट ऐसे अनेक प्रकार की पूंजी है। क़ृषक को उसकी उपज की पूरी कीमत, सीधी बैंक खाते में मिले ये बीजेपी सरकार सुनिश्चित करने वाली है। रेशम और जूट उद्योग आत्मनिर्भर भारत का एक बहुत मजबूत पहलू है। इसको प्रोत्साहित करना हमारी प्रतिबद्धता है। इसी प्रकार फल-सब्जियों की वेस्टेज को रोकने के लिए भी किसानों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों को रेल के माध्यम से फल-सब्जियों के लिए कोल्ड स्टोरेज की एक बहुत बड़ी सौगात मिल रही है। कोल्ड स्टोरेज हो, कृषि आधारित शिल्प हो या फिर नदियों में डैम बनाकर सिंचाई की सुविधाओं का निर्माण हो, इनके लिए बीजेपी सरकार तेज़ी से काम करने वाली है। यहां अधिक से अधिक कृषि आधारित शिल्प लगें, इसके लिए केंद्र सरकार ने पहले ही व्यापक प्रयास शुरु कर दिए हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत पिछले 18 हज़ार रुपए बंगाल के हर किसान को मिलें, इसके लिए सरकार बनते ही काम शुरू किया जाएगा।

साथियो,

बंगाल क अनेक क्षेत्रों में मत्स्यपालन को और Blue Economy को और अधिक बढ़ावा देने की जरूरत है। मत्स्य पालकों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का पूरा लाभ मिले, ये सुनिश्चित किया जाएगा। इसके तहत मछली के चारे से लेकर, दवा और फिर बाज़ार पहुंचाने तक एक बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए केंद्र सरकार मदद दे रही है। बीजेपी सरकार का प्रयास है कि मछली की प्रोसेसिंग से जुड़े शिल्प पश्चिम बंगाल में लगें, ताकि मछली के कारोबार में ज्यादा से ज्यादा लाभ सुनिश्चित हो। 

भाइयो और बहनो,

मालदा, मुर्शीदाबाद हो, बीरभूम हो या फिर कोलकाता, हर जिले की, हर शहर की अपनी ताकत है। यही ताकत शोनार बांग्ला की प्रेरणा बनेगी। गुरुदेव ने विश्व भारती के लिए जो मंत्र दिया वो है- यत्र विश्वं भवत्येक नीडम् यानि सारा विश्व एक घौंसला है, एक घर है। इसी भाव के साथ, सबको अंगीकार करते हुए, बंगाल, बीरभूम, कोलकाता ऐसे शहर हर सपने को सच करता आया है। कोलकाता देश के उन शुरुआती शहरों में था जहां बिजली आई। जब देश के दूसरे शहरों में तांगे चलते थे, यहां ट्राम चलती थी। जब दूसरे शहरों में ऑटो नहीं था, तब यहां टैक्सी चलती थीं। जब दूसरे शहरों में बसें चलने लगीं, तब यहां मेट्रो ट्रेन की तैयारी चल रही थी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में कोलकाता और पश्चिम बंगाल की इसी लीडरशिप को नए दशक में हम सशक्त करेंगे। अभी कोलकाता मेट्रो के विस्तार का काम चल रहा है। बीजेपी सरकार बनने के बाद ये काम और तेज़ गति से आगे बढ़ेगा। 

भाइयों और बहनों,

कोलकाता हो या पश्चिम बंगाल के दूसरे शहर, प्रदूषण से मुक्ति बहुत ज़रूरी है। CNG आधारित ट्रैफिक, रसोई में पाइप से सस्ती गैस, ऐसे सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का विस्तार, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, ऐसे तमाम कदमों से प्रदूषण में ज़रूर कमी आएगी। शहरों में ड्रेनेज सिस्टम को सुधारना, नदी किनारे घाटों का सुंदरीकरण करना, ये शहर के जीवन को बेहतर बनाएगा। कोलकाता की तो पहचान सिटी ऑफ जॉय के रूप में रही है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से इसको सिटी ऑफ फ्यूचर के रूप में विकसित किया जाएगा। 

साथियो, 

पश्चिम बंगाल, फिर से आत्मनिर्भर भारत का, भारत के ग्लोबल एक्सपोर्ट का अहम सेंटर बने, इसके लिए यहां आशोल पॉरिबोर्तोन चाहिए। यहां हल्दिया से लेकर बनारस तक एक महत्वपूर्ण इनलैंड वॉटरवे पर तेज़ी से काम चल रहा है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट के आधुनिकीकरण पर पहले ही काम शुरु हो चुका है। बीते सालों में जो काम यहां किया गया है, उसके सकारात्मक परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं। और भारत सरकार के नाते मुझे संतोष है कि हम कई अवरोधों के बावजूद भी इन कामों को कर पाए आगे बढ़ा पाए। ऐसे ही अनेक पोर्ट और दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर को बीजेपी की सरकार तेज़ गति से ट्रांसफॉर्म करेगी।

साथियो, 

गांव हों या शहर, अपना पक्का घर हर परिवार का सपना होता है। बीजेपी सरकार हर गरीब के, मध्यम वर्ग के अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए पूरी ईमानदारी से जुटी है। बीते वर्षों में 2 करोड़ से अधिक घर हमारी सरकार द्वारा गरीबों के लिए बनवाए गए हैं। बंगाल में बीजेपी सरकार बनने के बाद, गरीबों के लिए घर निर्माण की गति को बहुत तेजी से बढ़ाया जाएगा। घर पर पक्की छत हो, इसके लिए हमारे प्रयास और बढ़ेंगे। और डबल इंजन की सरकार ये काम बहुत आसानी से कर लेगी, ये हम आपको भरोसा देता हूं। एक तरफ मिडिल क्लास के लिए होम लोन पर लाखों रुपए की छूट दी जा रही है, वहीं दूसरी तरह शहरी गरीबों को पक्का घर दिया जा रहा है। गांव से शहर काम के लिए आए श्रमिक साथियों को भी किराए पर सस्ता और अच्छा आवास मिले, इसके लिए केंद्र सरकार पहले ही योजना बना चुकी है। इसी तरह, केंद्र सरकार का रेरा कानून, जो देश के मध्यम वर्ग के सपनों को मजबूती देता है, सुरक्षा देता है उन्हें घर खरीदने पर होने वाली धोखाधड़ी से बचाता है, उसे भी बंगाल की बीजेपी सरकार जल्द लागू करेगी।

भाइयो और बहनो,

बहनों और बेटियों की सक्रिय भागीदारी के बिना विकास अधूरा है। बीजेपी सरकार की ये कोशिश है कि बेटियों के जन्म से लेकर बुढ़ापे तक उनको हर वो सुविधा और प्रोत्साहन मिले, जिससे वो बेहतर समाज का निर्माण कर सकें। पश्चिम बंगाल तो नारी शक्ति की एक बहुत बड़ी प्रेरणास्थली रही है, एक प्रकार से पूजनीय स्थल रहा है। बेहतर गर्ल्ज कॉलेज हों, टेक्नीकल एजुकेशन से जुड़े बेहतरीन संस्थान वहां हों, इसके लिए बीजेपी सरकार प्राथमिकता के आधार पर काम करेगी। बेटियों के खिलाफ संगीन अपराध करने वालों को जल्द से जल्द सज़ा हो, इसके लिए पश्चिम बंगाल में दर्जनों फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने के लिए भाजपा सरकार आते ही तुरंत काम शुरू कर देगी। नारी शक्ति के आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता को सशक्त करने के लिए बीजेपी के संकल्प पत्र में विस्तार से हमने चर्चा की है। सरकार बनते ही, पहले दिन से इस संकल्प पत्र के हर बिंदु पर पूरी गंभीरता से काम शुरु किया जाएगा। सोनार बांग्ला, का निर्माण हम सभी के प्रयासों से होगा, सबको साथ लेकर होगा। 

साथियो, 

बंगाल में चार दशक के बाद लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए जनता उत्साह और उमंग के साथ आज निकल पड़ी है, आगे आ रही है। उसे मुक्त मन से अपने अधिकार का प्रयोग करके अपनी पसंद की सरकार चुनने का स्वतंत्र रूप से अवसर मिला है। अब बंगाल चुनाव में मतदान के दो फेज बचे हैं, दो चरण बचे हैं। औऱ एक तरह से चुनाव की दृष्टि से, एक प्रकार से मेरी ये, आज तो मैं रूबरू आकर के अपनी आखिरी रैली कर के आपका धन्यवाद करता लेकिन वर्चुअली भी एक प्रकार से ये मेरी आखिरी रैली इस चुनाव की है। अब तक बंगाल की जनता ने बहुत उत्तम मतदान किया है। पूरे देश को प्रेरणा दे इतना भारी मतदान किया है। मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि आगे भी आप ऐसा ही करिएगा। और भले ही दो चरण बाकी हों, लेकिन आपको एक ही बार निकलना है मतदान के लिए। मतदान के लिए जो दिशा-निर्देश बनाए गए हैं, उनका पालन हो, ये सुनिश्चित करते हुए ही आप मतदान करिएगा।  

साथियो,

अंत में एक बार फिर मेरा आपसे आग्रह रहेगा कि कोरोना से बचाव के हर उपाय पर गंभीरता से आप उसका पालन करते रहे। अस्पतालों पर जो दबाव है, उसको हमें अपनी सावधानी से कम करना है। वैज्ञानिक और मेडिकल सलाह के आधार पर ही हमें आगे बढ़ना है, एकजुट होकर कश्मीर से कन्याकुमारी,अटक से कटक हमें एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़ना है। टीके के दौरान भी, टीके के बाद भी, मास्क ज़रूरी है, पूरे चेहरे को मास्क से ढंकना ज़रूरी है। दवाई भी, कड़ाई भी, इस मंत्र को हमें याद रखना है। हम सबकी एकजुटता से ही हर लक्ष्य प्राप्त होगा। बंगाल जीतेगा, बीजेपी जीतेगी, हम सब मिलकर जीतेंगे। बंगाल बढ़ेगा, बंगाल बहुत आगे बढ़ेगा, सोनार बांग्ला बनेगा। मैं अपनी बात, University of Calcutta के लिए रोबी ठाकुर ने जो गीत लिखा था, उसी से समाप्त कर रहा हूं।

शुभो कोर्मोपोथे धोरो निर्भोयो गान

शोब दुर्बोल सोन्शोय होक अबोसान

अपने शुभ कर्म-पथ पर निर्भीक हो कर आगे बढ़िए।

आपकी सभी रुकावटें और शंकाएँ समाप्त हों।

इसी संकल्प के साथ आप सभी से आज्ञा चाहता हूं, और आप सभी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं। दो मई बंगाल के जीवन में सोनार बांग्ला की तरफ एक बहुत मजबूत कदम आपलोग बढ़ाने वाले हैं। जैसा कि मैंने वादा किया था कि नई सरकार बीजेपी की बनने वाली है। नमस्कार !!

 

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प्रधानमंत्री ने 45वें प्रगति संवाद की अध्यक्षता की
December 26, 2024
प्रधानमंत्री ने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक लागत की नौ प्रमुख परियोजनाओं की समीक्षा की
परियोजनाओं में देरी से न केवल लागत बढ़ती है, बल्कि जनता भी परियोजना के अपेक्षित लाभों से वंचित हो जाती है: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने परियोजनाओं के कार्यान्वयन के दौरान प्रभावित परिवारों के समय पर पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन के महत्व पर जोर दिया
प्रधानमंत्री ने ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ की समीक्षा की और राज्यों को चरणबद्ध तरीके से गांवों, कस्बों और शहरों के लिए संतृप्ति का दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया
प्रधानमंत्री ने उन शहरों में अनुभव साझा करने हेतु कार्यशालाएं आयोजित करने की सलाह दी जहां मेट्रो परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं या पाइपलाइन में हैं ताकि सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों एवं महत्वपूर्ण सीखों को समझा जा सके
प्रधानमंत्री ने बैंकिंग एवं बीमा क्षेत्र से संबंधित लोक शिकायतों की समीक्षा की और शिकायतों के निपटान की गुणवत्ता पर जोर दिया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रगति, जो केन्द्र एवं राज्य सरकारों को शामिल करते हुए सक्रिय शासन और समय पर कार्यान्वयन से संबंधित आईसीटी-आधारित बहु-स्तरीय प्लेटफॉर्म है, के 45वें संस्करण की बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में, आठ महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की गई, जिनमें शहरी परिवहन की छह मेट्रो परियोजनाएं और सड़क कनेक्टिविटी तथा थर्मल पावर से संबंधित एक-एक परियोजना शामिल है। विभिन्न राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों में फैली इन परियोजनाओं की संयुक्त लागत एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि केन्द्र और राज्य, दोनों स्तरों पर सभी सरकारी अधिकारियों को यह समझना चाहिए कि परियोजना में देरी से न केवल लागत बढ़ती है बल्कि जनता को भी अपेक्षित लाभ प्राप्त करने में बाधा आती है।

संवाद के दौरान, प्रधानमंत्री ने बैंकिंग एवं बीमा क्षेत्र से संबंधित लोक शिकायतों की भी समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने जहां निपटान में लगने वाले समय में कमी लाने का उल्लेख किया, वहीं उन्होंने शिकायतों के निपटान की गुणवत्ता पर भी जोर दिया।

यह देखते हुए कि अधिक से अधिक शहरों में पसंदीदा सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों में से एक के रूप में मेट्रो परियोजनाओं की शुरुआत की जा रही है, प्रधानमंत्री ने उन शहरों के लिए अनुभव साझा करने हेतु कार्यशालाएं आयोजित करने की सलाह दी जहां ऐसी परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रहीं हैं या पाइपलाइन में हैं, ताकि सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों एवं अनुभवों से सीख ली जा सके।

समीक्षा के दौरान, प्रधानमंत्री ने परियोजनाओं के कार्यान्वयन के दौरान परियोजना से प्रभावित होने वाले परिवारों के समय पर पुनर्वास और पुनर्स्थापन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने नई जगह पर गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं प्रदान करके ऐसे परिवारों के लिए जीवनयापन में आसानी को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

प्रधानमंत्री ने ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ की भी समीक्षा की। उन्होंने एक गुणवत्तापूर्ण विक्रेता इकोसिस्टम विकसित करके राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों में रूफटॉप की स्थापना की क्षमता बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने मांग के सृजन से लेकर रूफटॉप सोलर के संचालन तक की प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने राज्यों को चरणबद्ध तरीके से गांवों, कस्बों और शहरों के लिए संतृप्ति का दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया।

प्रगति बैठकों के 45वें संस्करण तक, लगभग 19.12 लाख करोड़ रुपये की कुल लागत की 363 परियोजनाओं की समीक्षा की गई है।