Quoteप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शंकर की प्रतिमा का अनावरण किया
Quoteपीएम मोदी ने श्री आर शंकर के योगदान को याद किया और कहा कि उनके जैसे नेताओं को लोग उनके निधन के सालों बाद भी प्यार से याद करते हैं
Quoteश्री आर शंकर का जीवन श्री नारायण गुरु द्वारा दिखाए गए मार्ग पर आधारित: प्रधानमंत्री मोदी
Quoteप्रधानमंत्री ने समाज के उपेक्षित वर्गों के लोगों को शिक्षित करने में एसएनडीपी के काम की प्रशंसा की

गुरुवार, 15 दिसंबर 2015 को प्रधानमंत्री ने केरल के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शंकर की प्रतिमा का अनावरण किया। यह कार्यक्रम एसएनडीपी द्वारा आयोजित किया गया था। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने श्री आर शंकर द्वारा किये गए अद्भुत कार्यों को याद किया और कहा कि उनके जैसे नेताओं को लोग उनके निधन के सालों बाद भी प्यार से याद करते हैं। श्री मोदी ने कहा कि केरल के पूर्व मुख्यमंत्री श्री आर शंकर का जीवन श्री नारायण गुरु द्वारा दिखाए गए मार्ग पर आधारित था। उन्होंने विशेष रूप से समाज के वंचित वर्गों के लोगों को शिक्षित करने में एसएनडीपी के कार्यों की सराहना की। 

प्रधानमंत्री ने गरीब व्यक्तियों की सेवा करने के लिए एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने विपक्ष के रवैये का भी उल्लेख किया जो चुनाव में जनता द्वारा खारिज कर दिए जाने के बावजूद बार-बार संसदीय कार्यों में गतिरोध पैदा कर रहा है।

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पीएम मोदी का BRICS सेशन में संबोधन: ‘शांति और सुरक्षा’
July 06, 2025

Friends,

वैश्विक शांति और सुरक्षा केवल एक आदर्श नहीं है,ये हम सभी के साझा हितों और भविष्य की बुनियाद है। एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में ही मानवता का विकास संभव है। इस उद्देश्य को पूरा करने में ब्रिक्स की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। हमारी साझा चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें एकजुट होकर, सामूहिक प्रयास करने होंगे। मिलकर आगे बढ़ना होगा।

Friends,

आतंकवाद, आज मानवता के लिए सबसे गंभीर चुनौती बनकर खड़ा है। हाल ही में भारत ने एक अमानवीय और कायरतापूर्ण आतंकी हमले का सामना किया। 22 अप्रैल को, पहलगाम में हुआ आतंकी हमला, भारत की आत्मा, अस्मिता और गरिमा पर सीधा प्रहार था। यह हमला केवल भारत पर नहीं, पूरी मानवता पर आघात था। इस दुख की घड़ी में, जो मित्र देश हमारे साथ खड़े रहे, जिन्होंने समर्थन और संवेदना व्यक्त की, मैं उनका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ।

आतंकवाद की निंदा हमारा ‘सिद्धांत’ होना चाहिए, केवल ‘सुविधा’ नहीं। अगर पहले यह देखेंगे कि हमला किस देश में हुआ, किसके विरुद्ध हुआ, तो यह मानवता के खिलाफ विश्वासघात होगा।

Friends,

आतंकवादियों के खिलाफ sanctions लगाने पर कोई संकोच नहीं होना चाहिए। आतंकवाद के victims और supporters को एक ही तराजू में नहीं तौल सकते। निजी या राजनीतिक स्वार्थ के लिए, आतंकवाद को मूक सम्मति देना, आतंक या आतंकियों का साथ देना, किसी भी अवस्था में स्वीकार्य नहीं होना चाहिए। आतंकवाद को लेकर कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए। अगर हम यह नहीं कर सकते तो यह प्रश्न स्वाभाविक है कि क्या आतंकवाद के खिलाफ ल़डाई को लेकर हम गंभीर हैं भी या नहीं?

Friends,

पश्चिम एशिया से लेकर यूरोप तक, आज विश्व विवादों और तनावों से घिरा हुआ है। गाजा में जो मानवीय स्थिति है, वह बड़ी चिंता का कारण है।भारत का अडिग विश्वास है, कि परिस्थितियाँ चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, मानवता की भलाई के लिए शांति का पथ ही एकमात्र विकल्प है।

भारत भगवान् बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि है। हमारे लिए युद्ध और हिंसा का कोई स्थान नहीं है। भारत हर उस प्रयास का समर्थन करता है, जो विश्व को, विभाजन और संघर्ष से बाहर निकालकर, संवाद, सहयोग और समन्वय की ओर अग्रसर करे, एकजुटता और विश्वास बढ़ाए।इस दिशा में, हम सभी मित्र देशों के साथ, सहयोग और साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं।धन्यवाद ।

Friends,

अंत में, अगले वर्ष भारत की अध्यक्षता में होने जा रही ब्रिक्स समिट के लिए मैं आप सभी को भारत आने के लिए आमंत्रित करता हूँ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।