प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज सियोल के योनसेई विश्वविद्यालय में महात्मा् गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया।
इस अवसर पर कोरिया गणराज्य के राष्ट्रपति श्री मून जे-इन प्रथम महिला किम जूंग-सूक और संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव श्री बान की-मून उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि बापू की प्रतिमा का अनावरण करना सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जबकि हम बापू की 150वीं जयंती मना रहे हैं, इसका विशेष महत्व हो जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बापू के विचारों और सिद्धांतों में आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन जैसी मानव जाति के समक्ष आज मौजूद दो सबसे बड़ी चुनौतियों से निपटने की ताकत है।
श्री मोदी ने कहा कि बापू के जीवन और विचारों ने हमें यह बताया कि कैसे हम प्रकृति के साथ सद्भाव से रहते हुए कार्बन फुटप्रिंट कम कर सकते हैं। उन्होंने हमें यह भी सिखाया कि आने वाली पीढि़यों के लिए हमें धरती को स्वच्छ और हरी-भरी धरती रखना है।
योनसेई विश्वविद्यालय दक्षिण कोरिया के सर्वाधिक प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक है।
दक्षिण कोरिया में महात्मा गांधी को विश्व शांति के प्रतीक के रूप में सम्मान दिया जाता है।
It is an honour to unveil the bust of Bapu at Yonsei University in Seoul.
— PMO India (@PMOIndia) February 21, 2019
This becomes even more special because we are doing so at a time when we mark the 150th birth anniversary of Bapu: PM @narendramodi
The thoughts and ideals of Bapu have the power to help us overcome the menace of terrorism and climate change, two challenges humanity faces in these times: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 21, 2019
Through his lifestyle, Bapu showed what living in harmony with nature is. He also showed that it is important to leave a clean and green planet for the future generations: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 21, 2019
आज मानव जात पूरे विश्व में 2 गंभीर संकटों से जूझ रही है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) February 21, 2019
एक संकट है आतंकवाद का और दूसरा संकट है climate change का।
अगर महात्मा गंधी के जीवन को देखें तो इन दोनों समस्याओं का समाधान महात्मा गंधी के जीवन में, उनके आदर्शों में, उनके उपदेश में हम रास्ता खोज सकते हैं: PM
महात्मा गंधी के जीवन काल खंड में न कोई environment के issue की चर्चा होती थी, न कोई climate change की चर्चा होती थी।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) February 21, 2019
लेकिन उस महापुरुष ने ऐसा जीवन जिया की उन्होंने कोई carbon print छोड़े नहीं, ताकि भावी पीढ़ी का कोई नुकसान न हो: PM @narendramodi
महात्मा गंधी कहते थे हमें हमारी भावी पीढ़ी का हक उनसे छीनने का अधिकार नहीं है: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) February 21, 2019
महात्मा गंधी कहा करते थे जब आप कोई फैसला लेने जा रहे हो और आपके मन में कोई दुविधा है तो आप पल भर के लिए रुक जाइए और अपने मन में समाज के आखिरी छोर पर बैठे इंसान के बारे में सोचिए उसके चेहरे को याद किजिए और फिर ये सोचिए की आप जो निर्णय ले रहे हैं वो उस व्यक्ति की भलाई करेगा: PM
— narendramodi_in (@narendramodi_in) February 21, 2019
अगर आपकी आत्मा कहती है कि आपका निर्णय जरूर उसकी भलाई करेगा तो आप बिना हिचकिचाहट निर्णय ले लिजिए आपका फैसला अवश्य सही रहेगा: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) February 21, 2019