प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज गोरखपुर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना का शुभारंभ किया। आज के इस शुभारंभ के साथ, चयनित लाभार्थी किसानों के बैंक खाते में सीधे तौर पर 2000 रूपये की पहली किस्त जमा कराई जाएगी।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के शुभारंभ के लिए किसानों को बधाई दी। श्री मोदी ने दूध उत्पादन और मछली पालन के काम में लगे किसान परिवारों को भी बधाई दी, क्योंकि अब किसान क्रेडिट कार्ड तक उनकी पहुंच है। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे इतिहास में यह दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि देश की आजादी के बाद किसानों के लिए सबसे बड़ी योजना आज शुरू हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसानों को समर्थ और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने में उन्हें सक्षम बनाने के उद्देश्य से किसानों को सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए सरकार कार्यरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम-किसान योजना से लगभग 12 करोड़ किसान को लाभ मिलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से प्रत्येक वर्ष किसानों के बैंक खातों में 75,000 करोड़ रूपये जमा कराए जाएंगे। उन्होंने राज्य सरकारों से आग्रह करते हुए कहा कि वे जल्द से जल्द लाभार्थी किसानों की सूची केंद्र सरकार के पास भेज दें, जिससे किसानों को समय से इस योजना का लाभ मिल सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों द्वारा समय-समय पर ऋण माफी की घोषणा से किसानों को दीर्घकालिक अथवा व्यापक तौर पर राहत नहीं मिलती थी। अब पीएम-किसान योजना उन्हें राहत प्रदान करने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था में व्यापक तौर पर निवेश का एक प्रतीक भी बनेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम-किसान प्रत्यक्ष अंतरण पर निर्भर है, इसलिए पूरी धनराशि लाभार्थियों तक पहुंचेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार काफी समय से लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए लगभग 1,00,000 करोड़ रूपये भी निवेश कर रही है, जिससे देश के अनेक हिस्सों में किसानों को अत्याधिक और टिकाऊ मदद मिलेगी। उन्होंने 17 करोड़ मृदा स्वास्थ्य कार्डों, यूरिया के नीम-लेपन, लागत मूल्य से अधिक 50 प्रतिशत की दर से 22 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, पीएम फसल बीमा योजना और ई-नाम प्लेटफार्म के बारे में भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसान अब किसान क्रेडिट कार्डों के माध्यम से अधिकतम 1.60 लाख रूपये तक ऋण प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने किसानों के लाभ के लिए अन्य कल्याण योजनाओं के बारे में भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के पूरे क्षेत्र में तेजी से सुधार किया जा रहा है। उद्योग, संपर्कता और स्वास्थ्य आदि सभी क्षेत्रों में यह बदलाव दिखाई पड़ रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि आज गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए लगभग 10,000 करोड़ रूपये की लागत वाली अनेक परियोजनाओं का या तो उद्घाटन किया गया है अथवा उनकी आधारशिला रखी गई है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से जीवन स्तर में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत आदि जैसी योजनाएं सबका साथ, सबका विकास की भावना के प्रतीक हैं।
करोड़ों पशुपालकों, दूध के व्यवसाय से जुड़े किसान परिवारों और मत्स्य पालन और उसके व्यवसाय से जुड़े बहन-भाइयों को भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से जुड़ने के लिए बहुत-बहुत बधाई: PM
— PMO India (@PMOIndia) February 24, 2019
देश के 1 करोड़ 1 लाख किसानों के बैंक खातों में इस योजना की पहली किश्त ट्रांसफर करने का सौभाग्य मुझे मिला है।
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मुझे बताया गया है कि देश के 21 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के किसान इसमें शामिल हैं।
इन किसानों को 2 हजार 21 करोड़ रुपए अभी ट्रांसफर किए गए हैं: PM#PMKisan
ये तो अभी शुरुआत है।
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इस योजना के तहत हर वर्ष लगभग 75 हज़ार करोड़ रुपए किसानों के खातों में सीधा पहुंचने वाले हैं।
देश के वो 12 करोड़ छोटे किसान, जिनके पास 5 एकड़ या उससे कम भूमि है, उन्हें इसका लाभ मिलेगा: PM#PMKisan
जिन किसानों को आज पहली किश्त नहीं मिली है, उन्हें आने वाले हफ्तों में पहली किश्त की राशि मिल जाएगी।#PMKisan के तहत जो पैसे किसानों को दिए जाएंगे, वह केंद्र सरकार की तरफ से दी जाएगी।
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राज्य सरकारों को इस योजना का लाभ उठाने वाले किसानों की लिस्ट केंद्र सरकार को भेजनी है: PM
साथियों, हमारे लिए भी बहुत आसान था कर्जमाफी का फैसला।
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हमारी सरकार प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर ही करीब 1 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है।
इतनी बड़ी राशि हम लगा रहे हैं ताकि देश में जो सिंचाई परियोजनाएं 30-40 साल से अधूरी थीं, लटकी हुई थीं, उन्हें पूरा किया जा सके: PM
हमने देशभर की 99 ऐसी परियोजनाएं चुनीं थीं जिसमें से 70 से ज्यादा अब पूरी होने की स्थिति में आ रही हैं।
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इन परियोजनाओं की वजह से किसानों को लाखों हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई की सुविधा मिल रही है।
ये वो काम है जो किसानों की आने वाली कई पीढ़ियों तक को लाभ देगा: PM
सिंचाई परियोजनाओं को पूरा न करके, कर्जमाफी करना आसान रास्ता था।
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लेकिन कि कर्जमाफी से सिर्फ ऊपरी स्तर के कुछ किसानों का ही फायदा हो पाता।
वो भी ऐसे किसान जिन्होंने बैंक से लोन लिया है, उन करोड़ों किसानों के बारे में कौन सोचता, जो बैंक के बजाय किसी दूसरे से कर्ज लेते हैं: PM
ये नया भारत है।
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इसमें केंद्र सरकार जितना पैसा किसान के लिए भेजती है, वो पूरा पैसा उसके खाते में पहुंचता है।
अब वो दिन गए जब सरकार 100 पैसा भेजती थी, तो बीच में 85 पैसा दलाल और बिचौलिए खा जाते थे।
#PMKisan को भी फूल प्रूफ बनाया गया है ताकि किसान का अधिकार कोई छीन न सके: PM
जो बातें लोग पहले नामुमकिन समझते थे, उन्हें मुमकिन कर रही है।
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पिछले साढ़े चार वर्षों में सरकार द्वारा दो चरणों में 17 करोड़ से ज्यादा सॉयल हेल्थ कार्ड दिए जा चुके हैं।
यूरिया की 100% नीम कोटिंग का फैसला लेकर हमने खाद का दुरुपयोग रोका है: PM
ये हमारी सरकार ही है जिसने MSP पर किसानों की बरसों पुरानी मांग को पूरा किया।
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रबी और खरीफ की 22 फसलों का समर्थन मूल्य लागत का 50% से अधिक तय किया गया है।
मौसम की मार से किसानों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी बनाई गई है: PM
किसानों को उपज का उचित मूल्य मिले और उसकी लागत कम हो इसके लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं।
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e-NAM प्लेटफॉर्म से देशभर की सैकड़ों मंडियों को जोड़ने का काम चल रहा है।
इससे किसानों को सीधे देशभर की किसी भी मंडी में ऑनलाइन अपनी उपज बेचने का विकल्प मिलेगा: PM
किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान अभियान को इसी हफ्ते सरकार ने मंजूरी दी है।
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इसके तहत किसानों को 17 लाख से अधिक सोलर पंप लगाने में मदद की जाएगी,
ताकि उनको सिंचाई पर होने वाले बिजली या डीजल के खर्च से मुक्ति मिले: PM
इसके अलावा 10 लाख सोलर पंपों को बिजली ग्रिड से जोड़ने में किसानों की मदद की जाएगी, जिससे वो सिंचाई तो मुफ्त में कर ही पाएंगे, बची हुई बिजली बेच भी पाएंगे।
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ये अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने के हमारे व्यापक अभियान का हिस्सा है: PM