Quoteअप्रवासी भारतीयों ने हमेशा भारत को गौरवांवित करने का अवसर दिया है, उनके प्रयासों से सभी जगह भारतीय पासपोर्ट के प्रति सम्मान सुनिश्चित हुआ है: प्रधानमंत्री मोदी
Quoteभारत दर्शन के लिए हर साल भारत आने के लिए कम से कम 5 विदेशी परिवारों को प्रेरित करें: अप्रवासी भारतीयों से पीएम मोदी
Quoteअब विश्व में भारत को चकमते सितारे के रूप में देखा जाता है: प्रधानमंत्री
Quoteआज भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था तथा ईमानदार, पारदर्शी शासन व्यवस्था के साथ जुड़ा है: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो काँफ्रेसिंग के माध्यम से सौराष्ट्र पटेल सांस्कृतिक समाज के 8वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया। सौराष्ट्र पटेल सांस्कृतिक समाज का अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन इस वर्ष अमेरीका के कैलीफोर्निया में हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों विशेषकर सौराष्ट्र पटेल समुदाय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि प्रवासी भारतीयों ने हमेशा भारत को गौरवशाली बनाया है। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों के प्रयास से सभी जगह भारतीय पासपोर्ट के प्रति सम्मान सुनिश्चित हुआ है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत जैसी सरकार की विभिन्न योजनाओं से देश में पर्यटन को प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय से कम से कम पांच विदेशी परिवारों को प्रतिवर्ष भारत दर्शन के लिए प्रेरित करने की अपील की। इससे एक भारत, श्रेष्ठ भारत अभियान के उद्देश्य को पूरा करने का नया मार्ग प्रशस्त हो सकता है और भारत के पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि किस तरह प्रवासी भारतीय महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को सफल बनाने में योगदान कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2 अक्टूबर से महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएगा। उन्होंने कहा कि भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर नर्मदा नदी पर विशाल प्रतिमा बनाई जा रही है और इसका कार्य 31 अक्टूबर, 2018 को पूरा हो जाएगा। यह एकता प्रतिमा विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी।

समारोह को संबोधित करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अब विश्व में भारत को चकमते सितारे के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि आज भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था तथा ईमानदार, पारदर्शी शासन व्यवस्था के साथ जुड़ा है। जीएसटी जैसे कार्यक्रम तथा भ्रष्टाचार के मामले में कठोर कार्रवाई से लोगों को ईमानदारी से व्यवसाय करने में मदद मिली है। उन्होने कहा कि इन कार्यक्रमों का परिणाम यह हुआ है कि पिछले 4 वर्षों में कारोबारी सहजता की रैंकिंग में भारत ने 42 स्थानों की छलांग लगाई है।

प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीय समुदाय से नया भारत बनाने के सपने की दिशा में काम करने की अपील की।

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कैबिनेट ने आंध्र प्रदेश में 4-लेन बडवेल-नेल्लोर कॉरिडोर के निर्माण को मंजूरी दी
May 28, 2025
Quote108.134 किलोमीटर लंबे सड़क के निर्माण पर कुल पूंजी लागत 3653.10 करोड़ रुपये

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने डिजाइन-बिल्ड-फाइनेंस-ऑपरेट-ट्रांसफर (डीबीएफओटी) मोड पर आंध्र प्रदेश में एनएच-67 पर 3653.10 करोड़ रुपये की लागत से 108.134 किलोमीटर लंबे 4-लेन बाडवेल-नेल्लोर कॉरिडोर के निर्माण को मंजूरी दे दी है।

स्वीकृत बाडवेल-नेल्लोर कॉरिडोर आंध्र प्रदेश के तीन औद्योगिक कॉरिडोर की महत्वपूर्ण जगहों (नोड) यानी विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक कॉरिडोर (वीसीआईसी) पर कोप्पार्थी नोड, हैदराबाद-बेंगलुरु औद्योगिक कॉरिडोर (एचबीआईसी) पर ओर्वाकल नोड और चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक कॉरिडोर (सीबीआईसी) पर कृष्णापटनम नोड को जोड़ने का काम करेगा। इसका देश के लॉजिस्टिक प्रदर्शन सूचकांक (एलपीआई) पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

बडवेल नेल्लोर कॉरिडोर आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कडप्पा जिले में विद्यमान राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-67 पर गोपावरम गांव से शुरू होता है और एसपीएसआर नेल्लोर जिले में एनएच-16 (चेन्नई-कोलकाता) पर कृष्णापटनम पोर्ट जंक्शन पर समाप्त होता है। यह कॉरिडोर कृष्णापटनम पोर्ट को कार्यनीतिक संपर्क भी प्रदान करेगा, जिसे चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक कॉरिडोर (सीबीआईसी) के तहत प्राथमिकता नोड के रूप में पहचाना गया है।

प्रस्तावित कॉरिडोर से कृष्णपट्टनम बंदरगाह तक की यात्रा की दूरी मौजूदा बाडवेल-नेल्लोर सड़क की तुलना में 33.9 किलोमीटर कम होकर 142 किलोमीटर से 108.13 किलोमीटर रह जाएगी। इससे यात्रा का समय एक घंटे कम हो जाएगा। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि ईंधन की खपत में कमी के मामले में पर्याप्त लाभ प्राप्त हो, जिससे कार्बन उत्सर्जन और वाहन परिचालन लागत (वीओसी) में कमी आएगी। परियोजना संयोजन और सूचकांक मानचित्र का विवरण अनुलग्नक-I के रूप में संलग्न है।

108.134 किलोमीटर लंबी यह परियोजना लगभग 20 लाख कार्य दिवस प्रत्यक्ष रोजगार और 23 लाख कार्य-दिवस अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेगी। प्रस्तावित कॉरिडोर के आसपास के क्षेत्र में आर्थिक गतिविधि में बढ़ोतरी के कारण यह परियोजना अतिरिक्त रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी।

अनुलग्नक-I

परियोजना संयोजन और सूचकांक मानचित्र का विवरण:

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चित्र 1: प्रस्तावित कॉरिडोर का सूचकांक मानचित्र

 

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चित्र 2: विस्तृत परियोजना संयोजन