असम में एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो गरीबों के लिए जिये, मजदूरों की जरूरतों को पूरा करे और सामान्य मानवीय जीवन में बदलाव लाए: पीएम मोदी
यदि बीजेपी की सरकार प्रदेश में बनती है तो चाय बगानों में काम करने वाले मजदूरों की हर समस्या का समाधान किया जाएगा: प्रधानमंत्री
यदि असम के लोगो के जीवन में आनंद लाना है तो असम में सर्वानंद लाना होगा: नरेन्द्र मोदी
लोगों की भलाई में राजनीति आड़े नहीं आना चाहिए: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
असम के लोगों की सुरक्षा, उनका विकास एवं उनके भविष्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से परियोजनाओं को लागू करना हमारी प्राथमिकता: पीएम मोदी
हमारी सरकार गरीबों की सरकार है: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
जिसे जनता ने नकार दिया, जो 400 सीटों से सीधे 40 पर पहुँच गए, वह मोदी को काम ही नहीं करने देना चाहते: प्रधानमंत्री
एक अहंकारवादी विचारधरा वाला परिवार गरीबों के हितों में निर्णय करने देने को तैयार ही नहीं है: नरेन्द्र मोदी
हमने संकट के समय किसानों के हितों की सुरक्षा और सहायता के लिए कई लोक-कल्याणकारी योजनाएँ लागू की हैं: प्रधानमंत्री मोदी
अब विदेशों से लोग भारी मात्रा में भारत में निवेश कर रहे हैं क्योंकि उन्हें केंद्र सरकार और देश के नौजवानों के हुनर पर भरोसा है: नरेन्द्र मोदी
असम के नौजवानों को राज्य में ही विकास और रोजगार के अवसर मिले, इसके प्रयास किये जा रहे हैं: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज, शुक्रवार को ग्राम्य कीड़ा प्रकल्प स्टेडियम, मोरन, डिब्रूगढ़ (असम) में एक विशाल रैली को संबोधित किया और असम की जनता से आगामी विधान सभा चुनावों में राज्य के विकास के लिए भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की अपील की। प्रधानमंत्री ने रैली को संबोधित करने से पहले नुमालीगढ़ रिफायनरी में मोम संयंत्र को देश को समर्पित किया और साथ ही डिब्रूगढ़ में 10,000 करोड़ रूपए की लागत से बनी गैस क्रैकर परियोजना का भी उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने असम की पहचान चाय बगानों के कर्मियों से भी मुलाक़ात की।

अपने संबोधन के शुरुआत में ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने असम की अब तक की राज्य सरकारों पर दुनिया भर में असम की चाय को पहुंचाने वाले चाय बगानों के कामगारों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि असम की चाय और चाय बगानों में काम करने वाले मजदूरों की मेहनत से ही दुनिया में असम की पहचान है लेकिन यहां के मजदूरों की सुध किसी ने भी नहीं ली, न ही उनके जीवन -स्तर में सुधार लाया जा सका और न ही उन्हें जरूरी बुनियादी सुविधाएँ ही मुहैया कराई जा सकी है। उन्होंने कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश में बनती है तो चाय बगानों में काम करने वाले मजदूरों की हर समस्या का समाधान किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि असम में एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो गरीबों के लिए जिए, मजदूरों की जरूरतों को पूरी कर सके और सामान्य मानवीय जीवन में बदलाव ला सके।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने असम की जनता से अपील करते हुए कहा, "आपने सभी सरकारें देखी लेकिन असम के लोगों से किये गए किसी भी वादे को अब तक पूरा नहीं किया गया, एक मौक़ा श्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में भाजपा को दें, हम सभी वादों को पूरा कर दिखायेंगें और प्रदेश को देश का सर्वोत्तम राज्य बनाएंगे।" उन्होंने कहा कि यदि असम के लोगो के जीवन में आनंद लाना है तो असम में सर्वानंद लाना होगा।

श्री मोदी ने कहा कि राज्य सरकारें तो केंद्र से राशि ले लेती हैं लेकिन बाहर आकर केंद्र को ही कोसने में लग जाती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और राज्य सरकारों को कंधे-से-कंधा मिलाकर आम जनता के कल्याण के लिए काम करना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि लोगों की भलाई में राजनीति आड़े नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार पूरी ईमानदारी से और जिम्मेदारी के साथ जनता की भलाई के लिए दिन-रात काम कर रही है। उन्होंने कहा कि असम के लोगों की सुरक्षा, उनका विकास एवं उनके भविष्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से परियोजनाओं को लागू करना हमारी प्राथमिकता है और हम असम को विकास की एक नई ऊँचाई पर ले जाना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनते ही हमने असंगठित गरीब मजदूरों की बैंकों में बेकार पड़ी लगभग 27000 करोड़ रुपये की राशि को गरीबों को पुनः लौटाने का काम किया। उन्होंने कहा कि हमने उनके लिए अलग से यूनिक आईडी देने का काम किया ताकि गरीब मजदूरों का एक भी पैसा बेकार नहीं जा सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त हमने हर मजदूरों के बोनस को सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गरीबों की सरकार है।

कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिसे जनता ने नकार दिया, जो 400 सीटों से सीधे 40 पर पहुँच गए, वह मोदी को काम ही नहीं करने देना चाहते, दिन रात इसी षड़यंत्र में लगे रहते हैं कि गरीबों की भलाई का कोई काम ही संसद में ना हो सके। उन्होंने अन्य विपक्षी दलों की सराहना करते हुए कहा कि मोदी का विरोध करने के बाावजूद, भाजपा की धुर-विरोधी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस छोड़कर तमाम विपक्षी पार्टियां संसद में काम चाहती हैं लेकिन अहंकारवादी विचारधरा वाला परिवार एक इस बात पर अड़ा हुआ है कि हम सरकार को काम नहीं करने देंगें, वह गरीबों के हितों में निर्णय करने देने को तैयार ही नहीं है। उन्होंने कहा कि उस परिवार को एक ही चीज का गुस्सा है कि आखिर हमें पिछले लोक सभा चुनावों में हराया क्यों? श्री मोदी ने कहा कि हमने गरीबों की भलाई के लिए जल परिवहन जैसी कई योजनाएँ व क़ानून बनाई हैं, लेकिन लोक सभा में तो वह पास हो जाता है पर राज्य सभा को बाधित कर वह अहंकारी परिवार इसे पास ही नहीं होने देती। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि किसी भी सरकार ने आजादी के बाद गरीबों की भलाई के काम में अड़ंगे नहीं लगाए जैसा कांग्रेस कर रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की नकारात्मक राजनीति की सोच वाले लोग अपने अहंकार के चलते गरीबों के विकास को भी दांव पर लगाने से नहीं चूकते। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी राजनीति से किसी का भी भला नहीं होने वाला।

किसानों की भलाई के लिए केंद्र सरकार द्वारा किये गए विशेष प्रयासों पर विशेष रूप से बोलते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमने संकट के समय किसानों के हितों की सुरक्षा और सहायता के लिए कई लोक-कल्याणकारी योजनाएँ लागू की हैं। उन्होंने कहा कि हमने प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसल नुकसान पर मिलने वाले मुआवजे में तीन गुनी वृद्धि की, हमने मुआवजे के सारे नियम और पैमाने बदले ताकि किसानों के हितों की सुरक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि हमने 'सुरक्षित फसल, समृद्ध किसान' की अवधारणा को स्थापित करने के उद्देश्य से 'प्रधानमंत्री फसल बीमा' को लागू करने का काम किया ताकि किसानों को न्यूनतम प्रीमियम पर पूरी बीमा राशि का भुगतान हो सके। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे इस बीमा योजना का पूरा लाभ उठायें।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि नौजवानों को रोजगार मिले, उनके सुनहरे भविष्य के लिए माहौल बने, ऐसी योजनाओं पर भाजपा सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि माहौल बदल रहा है अब विदेशों से लोग भारी मात्रा में भारत में निवेश कर रहे हैं क्योंकि उन्हें केंद्र की भाजपा सरकार और देश के नौजवानों के हुनर पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि असम के नौजवानों को राज्य में ही विकास और रोजगार के अवसर मिले, इसके प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम असम सहित पूरे पूर्वोत्तर भारत में सैकड़ों और रेल नेटवर्क का जाल बिछा रहे हैं ताकि पूर्वोत्तर भारत और शेष भारत के बीच व्यापार और सांस्कृतिक विरासत का आदान - प्रदान हो सके। उन्होंने कहा कि हम एक-के-बाद-एक निर्णय ले रहे हैं जिससे कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो सके एवं राज्य के किसानों, नौजवानों, महिलाओं और चाय बगानों में काम कर रहे श्रमिकों को सभी जरूरी बुनियादी सुविधाओं का लाभ मिल सके।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि आप विधान सभा चुनावों में पूर्ण बहुमत से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाईये और हम सभी बुनियादी सुविधाओं को राज्य के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाएंगें और असम की हर समस्याओं का निदान करेंगें, यह हमारा संकल्प है।

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प्रधानमंत्री 24 नवंबर को 'ओडिशा पर्व 2024' में हिस्सा लेंगे
November 24, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 नवंबर को शाम करीब 5:30 बजे नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 'ओडिशा पर्व 2024' कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

ओडिशा पर्व नई दिल्ली में ओडिया समाज फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसके माध्यम से, वह ओडिया विरासत के संरक्षण और प्रचार की दिशा में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने में लगे हुए हैं। परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष ओडिशा पर्व का आयोजन 22 से 24 नवंबर तक किया जा रहा है। यह ओडिशा की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हुए रंग-बिरंगे सांस्कृतिक रूपों को प्रदर्शित करेगा और राज्य के जीवंत सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक लोकाचार को प्रदर्शित करेगा। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख पेशेवरों एवं जाने-माने विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय सेमिनार या सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।