प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आईआईटी कैम्पस, गांधीनगर को आज राष्ट्र को समर्पित किया।
उन्होंने ‘प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान’ के अन्तर्गत प्रशिक्षणार्थियों का भी अभिनन्दन किया।
प्रधानमंत्री ने गांधीनगर में, जिसमें बड़ी संख्या में आईआईटी के छात्र भी थे, सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा – ‘‘आप आईआईटी के छात्र हैं जब मैं युवा था, तो चाय विक्रेता था। कुछ वर्ष पूर्व आज के दिन मैंने पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उसके पश्चात मैं कभी विधायक भी नहीं रहा। मैंने निर्णय किया था कि मैं जो भी कुछ करूंगा, उसे अपनी सर्वोत्तम योग्यता के साथ करूंगा।’’
श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि समाज के सभी आयु वर्ग, समूह और वर्गों के बीच भारत के प्रत्येक हिस्से में डिजिटल साक्षरता का प्रसार करने का काम चल रहा है।
इस दिन और उम्र में हम डिजिटल विभाजन नहीं देख सकते और उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया पारदर्शिता, प्रभावी सेवा डिलीवर और सुशासन की गारंटी देता है।
हमारे अकादमिक लोगों की परीक्षा पर नहीं, अपितु नवाचार पर अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
You are IIT-ians, I was a Tea-ian when I was young (I sold tea). On this day, a few years ago, I took oath as CM for the first time. Till then, I had never even been an MLA. I had decided that whatever I will do, I will do to the best of my abilities: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 7, 2017
Work is underway to spread digital literacy to every part of India, among all age groups and sections of society: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 7, 2017
A Digital India guarantees transparency, effective service delivery and good governance: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 7, 2017
Our academics should not be exam driven. The focus should be innovation: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) October 7, 2017