प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के वृंदावन का दौरा किया। उन्होंने वहां वृंदावन चंद्रोदय मंदिर में अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा तीन अरबवीं भोजन थाली परोसे जाने के अवसर पर पट्टिका का अनावरण किया। प्रधानमंत्री ने अल्प सुविधा प्राप्त स्कूली बच्चों को तीन अरबवीं भोजन थाली परोसी। उन्होंने इस्कॉन के आचार्य श्री प्रभुपाद् के विग्रह को भी पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, अक्षय पात्र फाउंडेशन के अध्यक्ष स्वामी मधु पंडित दास और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने अक्षय पात्र फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की और कहा कि 1500 बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने से शुरू हुआ आंदोलन आज देश भर के स्कूलों के 17 लाख बच्चों को मिड डे मील प्रदान कर रहा है। उन्हें इस बात पर प्रसन्न्ता व्यक्त की कि भोजन की पहली थाली अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में परोसी गई थी और उन्हें तीन अरबवीं भोजन थाली परोसने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि अच्छा पोषण और स्वस्थ बचपन आधुनिक भारत की बुनियाद है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि- स्वास्थ्य के 3 पहलूओं-: पोषण, टीकाकरण और स्वच्छता को उनकी सरकार द्वारा प्राथमिकता दी गई है और राष्ट्रीय पोषण मिशन, मिशन इन्द्रधनुष और स्वच्छ भारत अभियान प्रमुख पहले हैं। प्रत्येक मां और बच्चे को उचित पोषण उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए राष्ट्रीय पोषण मिशन पिछले साल शुरू किया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा, "अगर हम हर मां, हर बच्चे को पोषण उपलब्ध कराने में सफल हो जाते हैं, तो कई लोगों की जान बच जाएगी।"
मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यक्रम में 5 और टीके जोड़े गए हैं। अब तक 3 करोड़ 40 लाख बच्चों और 90 लाख गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। प्रधानमंत्री ने एक मेडिकल जर्नल द्वारा मिशन इन्द्रधनुष को वैश्विक स्तर की 12 सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं में से एक चुने जाने की सराहना की।
स्वच्छ भारत अभियान और स्वच्छता के बारे में उन्होंने कहा कि एक अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्ट में कहा गया है कि शौचालयों के उपयोग से 3 लाख लोगों की जान बचाई जा सकती है। स्वच्छ भारत अभियान इसी दिशा में एक पहल है।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, उज्ज्वला योजना, राष्ट्रीय गोकुल मिशन सहित सरकार की अन्य पहलों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत सरकार ने अकेले उत्तर प्रदेश में 1 करोड़ मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किए हैं।
गायों की सुरक्षा, संरक्षा और विकास के लिए राष्ट्रीय कामधेनुयोग की स्थापना की जा रही है। पशुपालन में संलग्न लोगों की मदद के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड के तहत उन्हें 3 लाख रुपये का ऋण उपलब्ध कराया गया है।
उन्होंने कहा कि किसान कल्याण के उद्देश्य से बनाई गई पीएम किसान योजना से उत्तर प्रदेश के किसानों को फायदा होगा, क्योंकि इस राज्य के अधिकांश किसानों की जोत का आकार 5 एकड़ से कम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि फाउंडेशन के ये प्रयास ’मैं’ से ‘हम ’की ओर परिवर्तन के महत्व को दर्शाते हैं, जब हम खुद से ऊपर उठकर समाज के बारे में सोचते हैं।
अक्षय पात्र फाउंडेशन मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के तहत लाखों बच्चों को गुणवत्ता, स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय और राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करता है। फाउंडेशन ने बारह राज्यों के 14,702 स्कूलों में 1.76 मिलियन बच्चों को मध्याह्न भोजन परोसा है। 2016 में, अक्षय पात्र फाउंडेशन ने भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की उपस्थिति में 2 अरबवीं भोजन की थाली परोसी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अल्प सुविधा प्राप्त स्कूली बच्चों को 3अरबवीं भोजन की थाली परोसा जाना समाज के गरीब और हाशिए के वर्गों तक पहुँच बनाने की दिशा में उठाया गया एक अन्य कदम है।
आज थोड़ी देर बाद मुझे कुछ बच्चों को अपने हाथ से खाना परोसने का अवसर मिलने वाला है।
— PMO India (@PMOIndia) February 11, 2019
जितनी थालियां परोसी जाएंगी, उसमें से एक थाली 3 अरबवी है।
जैसा कि यहां बताया गया है कि 1500 बच्चों से ये अभियान शुरु हुआ था और आज 17 लाख बच्चों को पोषक आहार से जोड़ रहा है: PM
अब बदली परिस्थितियों में पोषकता के साथ, पर्याप्त और अच्छी गुणवत्ता वाला भोजन बच्चों को मिले, ये सुनिश्चित किया जा रहा है।
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इस काम में अक्षय पात्र से जुड़े आप सभी लोग, खाना बनाने वालों से लेकर खाना पहुंचाने और
परोसने वाले तक के काम में जुटे सभी व्यक्ति देश की मदद कर रहे हैं: PM
यदि हम सिर्फ पोषण के अभियान को हर माता, हर शिशु तक पहुंचाने में सफल हुए तो अनेक जीवन बच जाएंगे।
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इसी सोच के साथ हमारी सरकार ने पिछले वर्ष राजस्थान के झूंझनू से देशभर में राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरुआत की थी।
पिछले वर्ष सितंबर के महीने को पोषण के लिए ही समर्पित किया गया था: PM
मिशन इंद्रधनुष के तहत देश के हर बच्चे तक पहुंचने का लक्ष्य लिया गया।
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अब तक इस मिशन के तहत देश में लगभग 3 करोड़ 40 लाख बच्चों और करीब 90 लाख गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करवाया जा चुका है।
जिस गति से काम हो रहा है, उससे तय है संपूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य अब ज्यादा दूर नहीं है: PM
हमने टीकाकरण अभियान को तेज़ी तो दी ही है, टीकों की संख्या में भी बढ़ोतरी की है।
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पहले के कार्यक्रम में 5 नए टीके जोड़े गए हैं, जिसमें से एक एनसेफलाइटिस यानि जापानी बुखार का भी है, जिसका सबसे ज्यादा खतरा उत्तर प्रदेश में देखा गया है।
अब कुल 12 टीके बच्चों को लगाए जा रहे हैं: PM
मिशन इंद्रधनुष को आज दुनियाभर में सराहा जा रहा है।
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हाल में ही एक मशहूर मेडिकल जर्नल ने इस कार्यक्रम को दुनिया की 12 Best Practices में चुना है: PM
बच्चों के सुरक्षा कवच का एक और महत्वपूर्ण पहलू है स्वच्छता है।
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स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से इस खतरे को दूर करने का बीड़ा हमने उठाया।
एक अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्ट आई है, जिसमें संभावना जताई गई कि सिर्फ स्वच्छ भारत मिशन से,
करीब 3 लाख लोगों का जीवन बच सकता है: PM
ये प्रयास 'मैं से हम’ तक की यात्रा का सबसे अच्छा उदाहरण हैं,
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‘मैं’ जब ‘हम’ बन जाता है तो हम खुद से ऊपर उठकर समाज के बारे में सोचते हैं,
मैं जब ‘हम’ बन जाता है तो सोच का दायरा बढ़ जाता है,
‘हम’ का विचार अपने देश को, अपनी संस्कृति को व्यक्ति से ज्यादा महत्वपूर्ण बनाता है: PM