महामहिम राष्ट्रपति जॉन श्नाइडर-अम्मान,
मित्रों
महामहिम गर्मजोशी भरी टिप्पणियों और शानदार स्वागत के लिए आपको धन्यवाद देता हूं। मैं इस अंतरराष्ट्रीय शहर में आपके साथ यहां खड़ा होकर इतिहास को महसूस करता हूं। और यह न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय, बल्कि मानवीय आत्मा वाला शहर है। कुल मिलाकर यह ‘रेड क्रॉस’ का घर है, और मानव की सेवा को समर्पित कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों का मुख्यालय यहीं पर है।
मित्रों,
भारत और स्विट्जरलैंड दोनों ही दुनिया में शांति, समझौतावादी और मानवीय मूल्यों की बात करते रहे हैं। बीते सात दशकों से हमारी मित्रता लगातार मजबूत हुई है। आज राष्ट्रपति और मैंने कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय करारों की समीक्षा की। हमने स्विट्जरैंड के कई सीईओ के साथ व्यापक चर्चा भी की।
मित्रों,
हमारे जैसे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाएं मजबूत हैं और लगातार बढ़ रही हैं। कई स्विस कंपनियां भारत में जाना-माना नाम हैं। कारोबार, निवेश, विज्ञान एवं तकनीक और कौशल विकास में समझौतों से दोनों देशों के समाज को फायदा होता है। भारत ने कहा कि वह ईएफटीए के साथ एफटीए पर बात शुरू करने के लिए तैयार है। हम सभी स्विस अर्थव्यवस्था की मजबूती के बारे में जानते हैं। लेकिन भारत भी बदलाव के दौर से गुजर रहा है। हम आज दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था हैं। लेकिन सिर्फ यही पर्याप्त नहीं है। मैं चाहता हूं कि भारतीय अर्थव्यवस्था स्मार्ट और टिकाऊ शहरों, शानदार कृषि क्षेत्र, जीवंत विनिर्माण और गतिशील सेवा क्षेत्र के दम पर आगे बढ़े और इसे विश्व स्तरीय रेल नेटवर्क, सड़कों, हवाई अड्डों और डिजिटल कनेक्टिविटी से मजबूती मिले, जहां हर किसी के पास घर हो और हर घर को बिजली हकीकत बन सके। और उसके 50 करोड़ से ज्यादा युवा कुशल हों और वैश्विक कार्यबल की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार हों। राष्ट्रपति और मैं भारत की जरूरतों के अनुकूल स्विस व्यावसायिक और शैक्षणिक प्रशिक्षण व्यवस्था तैयार करने पर सहमत हैं। हमने कल विश्व पर्यावरण दिवस पर इसका आकलन किया था। इसके उद्देश्यों और भारत के सभ्यतागत स्वभाव के क्रम में आर्थिक तौर पर संपन्न भारत इस ग्रह और हमारे पर्यावरण के अनुकूल भी होगा। जीवाश्म ईंधन की बजाय अक्षय ऊर्जा पर निर्भरता से ही हम आगे बढ़ेंगे।
मित्रों,
हम हमारी विकास की जरूरतों और स्विट्जरलैंड की क्षमताओं के बीच एक पूर्ण जुड़ाव देखते हैं। इसलिए मैं भारत के आर्थिक विकास में मुख्य भागीदार बनने और अवसरों का लाभ उठाने के लिए स्विस कंपनियों को आमंत्रित करता हूं। कुल मिलाकर 1.25 अरब से ज्यादा लोगों की आर्थिक संपन्नता से पूरी दुनिया को लाभ होगा।
मित्रों,
भारत और स्विट्जरलैंड की मौजूदा वैश्विक वास्तविकताओं के क्रम में अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में सुधार की एक साझा प्रतिबद्धता है। हम दोनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की गैर स्थायी सदस्यता के लिए प्रयासों में एक-दूसरे को सहयोग देने पर सहमत हुए हैं। मैं स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति को परमाणु संबंधी आपूर्तिकर्ता समूह की भारत की सदस्यता के लिए स्विट्जरलैंड की समझ और सहयोग के लिए आभारी हूं। कालेधन और कर चोरी के खिलाफ लड़ाई हमारी साझा प्राथमिकता है। हमने कर अपराधियों से जुड़ी जानकारियों के आदान-प्रदान में तेजी से कदम बढ़ाने की जरूरत पर भी चर्चा की। इस संबंध में सूचनाओं के स्वचालित लेनदेन के समझौते पर जल्द बातचीत काफी अहम होगी।
मित्रों,
दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध हमारे आधार और जुड़ाव के लिहाज से काफी अहम हैं। मैं भारतीय फिल्म उद्योग को धन्यवाद देता हूं, जिसने हमें स्विस स्थलों की सुंदरता से रूबरू कराया। लेकिन हम भी ज्यादा से ज्यादा स्विट्जरलैंड के पर्यटकों का भारत में स्वागत करने को आतुर हैं। इसके लिए हमने स्विस नागरिकों के लिए इस साल की शुरुआत में ई-वीजा सुविधा शुरू की है।
मित्रों,
हमारे संबंधों की सफलता की कई कहानियां मौजूद हैं। उनमें से एक टेनिस की दुनिया के ग्रैंड स्लैम में खलबली मचा रही प्रसिद्ध स्विस खिलाड़ी मार्तिना हिंगिस के साथ भारत की सानिया मिर्जा और लिएंडर पेस के साथ जोड़ी शामिल हैं। मुझे भरोसा है कि हमारी समान प्रतिबद्धताएं और मूल्य, लोगों का लोगों से जुड़ाव और मजबूत व बढ़ती साझेदारी से हमारे संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे। मैं एक बार फिर जिनेवा में मेजबानी के लिए महामहिम को धन्यवाद देता हूं।
आपका धन्यवाद। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
Swiss President at Press Briefing: India & Switzerland making considerable progress in fighting tax fraud & evasion pic.twitter.com/4qOF16tS46
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
Swiss President: We have promised India support in its efforts to become a member of NSG pic.twitter.com/AjJrtBPZTk
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM begins Press Statement: I feel the weight of history in this truly int'l city, a city w/ a humanitarian heart pic.twitter.com/fZB6G9WUrZ
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM @narendramodi: India and Switzerland have both been the voices of peace, understanding and humanitarian values in the world.
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM @narendramodi: The economic links between our two countries are strong and vibrant. pic.twitter.com/ffUD6PtlNa
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM: We see a perfect connect between our develop'nt needs and Swiss strengths. I invite Swiss companies to partner India's economic growth.
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM @narendramodi: President and I agreed to build on the Swiss Vocational and Educational Training system suited to India's needs
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM @narendramodi: India and Switzerland also share a commitment to reform international institutions in line with current global realities
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM @narendramodi: I am thankful to the President for Switzerland's understanding & support for India's membership of the NSG
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM @narendramodi: We have both agreed to support each other for our respective bids for the non-permanent membership of the UNSC
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM @narendramodi: Combating the menace of "black money" and tax evasion is also our shared priority. pic.twitter.com/loTHqe77YM
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM @narendramodi: We are keen to welcome larger number of Swiss visitors to India, and have opened facility of e-Tourist Visa for this
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016
PM concludes with successful #IndoSwiss collaborations, mentions the Martina Hingis partnership with Sania Mirza and Leander Paes!
— Vikas Swarup (@MEAIndia) June 6, 2016