प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने, आज राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और अन्य गणमान्यों की उपस्थिति में राष्ट्रपति भवन संग्रहालय के चरण-II का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर वक्तव्य देते हुए, प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर लोकार्पित की जा रही पुस्तकों को “ग्रंथ” बताया जो इतिहास में अपना नाम दर्ज करेंगी।
उन्होंने कहा कि, यह संग्रहालय इतिहास को पुनर्जीवित करने का एक अद्भुत प्रयास है।
उन्होंने कहा कि, राष्ट्रपति जी ने भारत के जीवन में बहुत बड़ा योगदान दिया है और राष्ट्रपति भवन को भी बहुत कुछ दिया है। प्रधानमंत्र ने कहा कि, हम राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी से यह सीख सकते हें कि विविध राजनीतिक पृष्ठभूमियों के लोग मिलजुल कर किस प्रकार कार्य कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि, नवीकरणीय ऊर्जा, जल संरक्षण और डिजीटल इंडिया आदि भारत सरकार की सभी योजनाओं को राष्ट्रपति भवन में लागू की गई हैं।
The publications released today are not books, they are Granths which will leave a mark in history: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2016
The museum inaugurated today is a great attempt to bring the past back to life: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2016
The contribution of President Mukherjee to India is immense. And he has given a lot to the office of the President also: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2016
We learn from President Mukherjee how people from diverse political backgrounds can work together: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2016
Be it renewable energy, water conservation, digital India...they've all been implemented at Rashtrapati Bhavan: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2016