3 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष श्री अमित शाह और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक कर्नाटक के बेंगलुरू में शुरू हुई। इसके बाद शाम में, प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरू में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का उद्देश्य भारत का समग्र विकास करना है और पार्टी इसके लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्षों से यहाँ निराशा का माहौल था। घोटाले की खबर मीडिया में सुर्खियों में थी। उन्होंने आगे कहा, “दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदल गया था। ऐसा लग रहा था जैसे भारत एक नया भविष्य लिखने में असमर्थ हो गया है, भारत ने अपनी पहचान खो दी है।” श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ऐसी धारणा पिछले 10 साल से लोगों में थी और अंततः लोगों ने भाजपा में अपना विश्वास दिखाया। उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार भारत के लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह भारत के उदय का समय है। प्रधानमंत्री ने कहा, “अपने 10 महीने के अनुभव से मैं यह कह सकता हूँ कि ऐसा कोई कारण नहीं है जिसकी वजह से भारत पीछे रहे।” उन्होंने कहा कि विपक्ष ने हमेशा केंद्र सरकार की आलोचना की और यह कहा कि अभी जो भी योजनाएं लागू की जा रही हैं, वे सब उनकी नीतियां थीं। श्री नरेन्द्र मोदी ने उनको जवाब देते हुए कहा कि कई बार नीतियाँ समान हो सकती हैं लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के इरादे मजबूत हैं। श्री मोदी ने बेंगलूरु में कहा, “हाँ, नीति कई बार समान हो सकती है लेकिन नीयत साफ़ होनी चाहिए, यह ज्यादा जरुरी है। हमारी नीयत साफ़ है।”
श्री मोदी ने यह भी कहा कि ऐसी कई परियोजनाएं थीं जो वर्षों से ठप थीं। लेकिन फिर भी पिछली सरकार तेजी से काम करने और जल्दी निर्णय लेने का दावा करती थी। उन्होंने आगे कहा, “चुनाव के समय जब हम कोयले की बात करते थे तो लोग, खासकर जो उस समय सरकार में थे, हमारा मजाक उड़ाते थे।” उन्होंने कोयला घोटाले से संबंधित कैग की रिपोर्ट और इस संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की चर्चा करते हुए बताया कि कैसे उनकी सरकार ने इस बार कोयले की नीलामी में पारदर्शिता दिखायी।
लोगों के सामने मजबूती से अपनी बात रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार की नीयत साफ़ है और यह सरकार देश को आगे ले जायेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के लोगों में अपना विश्वास जताते हुए कहा, “छोटी-छोटी चीजों से लेकर बड़े से बड़े मुद्दों तक हमें भारत के लोगों में पूर्ण विश्वास है।”
रेल बजट के बारे में बात करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस बार का बजट पिछले सभी बजट से अलग था। यह बजट भारतीय रेल को बेहतर बनाने और भविष्य में सकारात्मक परिणाम लाने के उद्देश्य से बनाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सरकार डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री मोदी ने आगे कहा, “हम डिजिटल इंडिया को महत्व दे रहे हैं और मोबाइल आधारित शासन की दिशा में कार्यरत हैं। डिजिटल इंडिया जवाबदेही बढ़ाता है।” श्री मोदी ने डिजिटल इंडिया को प्रगति एवं विकास के लिए एक प्लेटफार्म बताते हुए कहा कि आगे आने वाले समय में यह रोजगार एवं उद्यमिता का एक महत्वपूर्ण स्त्रोत होगा।
14वें वित्त आयोग के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “हम देश की प्रगति में राज्यों को बराबर का भागीदार मानते हैं।राज्य में किसकी सरकार है, यह मायने नहीं रखता, हमारे लिए सब बराबर हैं।” श्री नरेन्द्र मोदी ने माना कि भारत की प्रगति राज्यों की प्रगति से सीधे तौर पर जुड़ी हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 14,000 करोड़ से लगभग 25,000 करोड़, कर्नाटक को 14वें वित्त आयोग से लाभ मिलेगा।
कृषि क्षेत्र पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आधुनिक उपकरणों, बुनियादी ढांचा और प्रौद्योगिकी उन्नयन को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास के बिना गाँवों एवं देश का विकास नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “भारत तब तक प्रगति नहीं कर सकता जब तक गांवों का विकास नहीं होगा और गांवों का विकास तब तक नहीं होगा जब तक किसानों का विकास नहीं होगा।” श्री मोदी ने गांवों के लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं के बारे में बात करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र को अच्छी सड़कें, 24X7 बिजली की आपूर्ति और सिंचाई की समुचित तकनीक, की जरूरत है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत में युवा बड़ी संख्या में हैं। प्रधानमंत्री ने इसे युवाओं का देश बताया जहाँ के अधिकतर लोग 35 साल से कम उम्र के हैं। उन्होंने कहा, “हमारे युवा हमारे भाग्य विधाता बन सकते हैं। और इसलिए हमने उनके लिए मेक इन इंडिया की शुरुआत की है।” युवाओं में अपना भरोसा जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं में भारत को एक नयी ऊँचाई तक ले जाने की क्षमता है।
उन्होंने एलपीजी सब्सिडी और मुद्रा बैंक की भी चर्चा की और बताया कि कैसे इससे देश के लोगों को लाभ मिलेगा।
रैली में भाजपा के कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। पार्टी अध्यक्ष श्री अमित शाह, श्री लालकृष्ण आडवाणी जी, केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बी एस येदियुरप्पा, कर्नाटक के भाजपा अध्यक्ष श्री प्रहलाद जोशी, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री एमएल खट्टर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अलावा कई अन्य लोग वहां उपस्थित थे।