प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के महाराजगंज और बलिया में दो चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। दोनों जनसभाओं में उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत भोजपुरी में की। पीएम मोदी ने महाराजगंज में जहां देश के सामर्थ्य बढ़ाने पर बल दिया वहीं उन्होंने बलिया को देशभक्तों की धरती बताया। पूर्वांचल समेत पूरे उत्तर प्रदेश के विकास की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह भाजपा सरकार का कर्तव्य भी है और प्राथमिकता भी। इसलिए राज्य में डबल इंजन की सरकार सड़क से लेकर स्कूल तक अस्पताल से लेकर बिजली तक विकास के हर काम पर ध्यान दे रही है।
महाराजगंज में अपने पहले संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह क्षेत्र सीमा से लगा हुआ है। सीमा पर माहौल शांति का हो या चुनौतियों का, देश का सामर्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि देश का जितना अधिक सामर्थ्य होगा, उतना ही सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले सुरक्षित महसूस करेंगे। उन्होंने कहा कि दुनिया इस समय बहुत सी चुनौतियों से गुजर रही है। इन हालात से कोई भी अछूता नहीं रह सकता। ऐसी स्थिति में भारत का ताकतवर होना सबसे बड़ी ज़रूरत है। पीएम मोदी ने कहा, “खेती से लेकर मिलिट्री तक, समंदर से लेकर स्पेस तक, भारत को हर क्षेत्र में शक्तिशाली बनना है। इसलिए देश के इतने बड़े राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी, हम सब उत्तर प्रदेश के लोगों की जिम्मेदारी सबसे बड़ी है। इस बार आपका वोट, अपने गांव, गली, मोहल्ले और जिले के विकास के लिए तो है ही, साथ-साथ आपका वोट भारत को ताकतवर बनाने के लिए भी है।“
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के बारे चर्चा करते हुए कहा, “आज नेपाल बॉर्डर पर सड़कों का जाल बिछ रहा है, मुख्य सड़कें फोरलेन व हाईवे में बदली जा रही हैं। कुशीनगर में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट शुरू होने के बाद अब यहां पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी और रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे। सीमा से सटे हुए गांवों के विकास के लिए विशेष योजना बनाई गई है ,जिसको वाइब्रेंट विलेज नाम दिया गया है। इस बजट में इसके लिए धन का विशेष प्रावधान भी किया गया है। सीमावर्ती गांवों को हम ताकत देंगे। महाराजगंज को तो इसका विशेष लाभ मिलना ही मिलना है।”
बलिया से अपने खास जुड़ाव की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “बलिया से मेरा एक भावुक रिश्ता है कि माताओं-बहनों की जिंदगी बदलने वाली उज्ज्वला योजना की शुरुआत यहीं से हुई थी। बलिया की इस पुण्य भूमि की प्रेरणा से ही भाजपा सरकार, जन्म से लेकर उम्र के आखिरी पड़ाव तक, गरीब की सेवा करने के तहत मातृवंदना योजना चला रही है।“ उन्होंने कहा कि पढ़ाई खत्म होते ही गरीबो को रोज़गार और स्वरोजगार के अवसर मिले, इसके लिए कौशल विकास योजना के तहत हर साल लाखों नौजवानों को ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि उन्हें आसानी से नौकरी मिल सके।
पीएम मोदी ने प्रदेश में चलाई जा रही स्वास्थ्य सेवा योजना के बारे में कहा कि भाजपा की सरकार गरीब का साथी बनकर उनके साथ हमेशा खड़ी होती है। आयुष्मान योजना के माध्यम से गरीबों को अच्छे से अच्छे अस्पताल में 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है। गरीब को सस्ती दवाइयां मिलें इसके लिए पीएम जन-औषधि केंद्र बनाए गए हैं। केंद्र सरकार की बीमा योजनाओं से आज देश के 19 करोड़ से ज्यादा गरीबों को जोड़ा जा चुका है। छोटे किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने पीएम किसान योजना चलाई है। उन्होंने कहा कि उम्र के एक पड़ाव के बाद गरीब को दिक्क्त ना हो, इसके लिए पेंशन की भी व्यवस्था हमारी सरकार कर रही है। 60 साल की आयु के बाद मज़दूरों, किसानों, छोटे दुकानदारों सब को 3 हज़ार रुपए पेंशन मिले, इसके लिए भाजपा सरकार ने नई योजनाएं शुरू की हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि गरीब की चिंता करने वाली सरकार सेवा भाव से काम करती है। आज दुनिया कोरोना महामारी से लड़ रही है, तो सरकार हर गरीब को मुफ्त राशन दे रही है। पिछले दो साल से यूपी के 15 करोड़ गरीबों को भाजपा सरकार मुफ्त राशन दे रही है।
महाराजगंज और बलिया दोनों जगह अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने शक्तिशाली और आत्मनिर्भर भारत की ताकत बढ़ाने के लिए, चुनाव में भाजपा की जीत को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यूपी के भविष्य के लिए, पूर्वांचल की प्रगति के लिए और देश की मजबूती के लिए लोगों का आशीर्वाद चाहिए। उन्होंने कहा कि यूपी के विकास को और गति देने के लिए यहां डबल इंजन की सरकार लगातार बनी रहनी जरूरी है। इसके लिए यह मंत्र भी याद रखना जरूरी है कि पहले मतदान, फिर जलपान।