प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के परली (बीड), सतारा और पुणे में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया और महाराष्ट्र की जनता से ऐतिहासिक बहुमत से देवेन्द्र फड़णवीस के नेतृत्व में भाजपा-शिव सेना महायुति सरकार के गठन की अपील की।
आज तक भाजपा के पास सिर्फ छत्रपति शिवाजी महाराज के संस्कार थे, अब हमारे पास शिवाजी के संस्कार के साथ-साथ उनका परिवार भी है। संस्कार और परिवार का ये संगम वीर शिवाजी के सपनों का महाराष्ट्र, उनके सपनों का अखंड हिंदुस्तान बनाने में अहम सिद्ध होने वाला है। बीते 5 वर्षों से महायुति की सरकार ने केंद्र में भी और महाराष्ट्र में भी शिवाजी महाराज के संस्कारों के अनुसार ही काम किया है। राष्ट्ररक्षा और राष्ट्रवाद को हमने प्राथमिकता दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बेहतर आज और बेहतर कल के लिए, हर घर जल, इसी भाव को लेकर हम चले हैं। इसके लिए केंद्र सरकार ने ‘जल जीवन मिशन’ शुरु किया है। इस मिशन के तहत सिर्फ पानी के लिए आने वाले 5 वर्षों में लगभग साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पानी के लिए इतना गंभीर प्रयास भारत के तो क्या विश्व के इतिहास में भी नहीं हुआ होगा। सिंचाई से लेकर कमाई तक के तमाम प्रयास हम कर रहे हैं। महाराष्ट्र के सभी किसान परिवारों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ पहुंच रहा है। लघु किसान परिवारों, खेत मजदूरों को, छोटे दुकानदारों को, 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन की सुविधा भी तय हो चुकी है। गन्ना किसानों की मुश्किलों को हल करने के लिए हर संभव कोशिश बीते 5 वर्षों में की गई है। गन्ने के लाभकारी मूल्य को लागत का डेढ़ गुणा से अधिक तय किया गया है। जब भी कोई समस्या हुई है, हमने यह कोशिश की है कि किसानों को उनका बकाया समय पर मिले। गन्ना किसानों को सिर्फ चीनी के भरोसे ना रहना पड़े, इसके लिए इथेनॉल के उत्पादन पर बल दिया जा रहा है। देशभर में इसके लिए आधुनिक फैक्ट्रियां बनाई जा रही हैं। हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल में करीब 10 प्रतिशत तक के इथेनॉल का उपयोग किया जा सके। किसान हो, जवान हो या युवा, महायुति की सरकार हर वर्ग के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि लोक सभा चुनाव के दौरान महाराष्ट्र सहित पूरे देश की जनता ने भाजपा और NDA को इसलिए अवसर दिया था क्योंकि हमने समाज के हर वर्ग के लिए ईमानदारी से काम किया। गरीबों को अपना पक्का घर मिला, मुफ्त में इलाज की व्यवस्था मिली, फ्री में बिजली कनेक्शन मिले, शौचालय का निर्माण हुआ और धुएं से मुक्ति के लिए गैस के सिलिंडर मिले। ऐसे अनेक काम बीते 5 वर्ष में हमने किए हैं। बीते 5 वर्ष अगर घर, गैस, बिजली, शौचालय जैसी व्यवस्था के लिए थे, तो आने वाले 5 वर्षों का सबसे बड़ा संकल्प हमने पानी का लिया है। हर घर जल पहुंचाने के निश्चय के साथ हम खड़े हैं।
श्री मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र में पहली बार किसी सरकार ने जल संरक्षण, जल सिंचन, जल संचयन को लेकर सार्थक प्रयास किए हैं। सालों से हमारी नदियों का पानी बिना उपयोग के अरब सागर में गिर रहा है, जबकि मराठवाड़ा पानी के लिए तरस रहा है। अब जो गोदावरी को जलयुक्त करने का जो संकल्प महायुति ने किया है, उसको पीढ़ियों तक याद किया जाएगा। इसी तरह, मराठवाड़ा में वाटर ग्रिड बनाने की योजना, प्रशंसनीय कदम है। इससे पर हज़ारों करोड़ रुपए खर्च होने वाले हैं। जलयुक्त शिवार के कार्यक्रम में तो सरकार के साथ-साथ आप सभी की भी बहुत बड़ी भूमिका रही है। यह महाराष्ट्र की जनता की शक्ति और उनका विश्वास ही है जिसके भरोसे पर हर घर तक जल पहुंचाने का बीड़ा हम उठा पाए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मराठा समाज को आरक्षण हो, सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों को इतिहास में पहली बार मिला आरक्षण हो, ये महायुति की ही सरकार ने कर दिखाया है। महायुति की सरकार का हमेशा से ये प्रयास रहा है कि किसी का शोषण ना हो, किसी का हक ना मारा जाए। बीते 5 वर्ष में महिला सशक्तिकरण को भी अभूतपूर्व बल मिला है। हमारी बहनों की सुरक्षा से लेकर सम्मान के लिए पहली बार बड़े कदम उठाए गए हैं। सामाजिक सद्भाव की यही नीति पूरे देश को पसंद आ रही है, इसलिए पूरे देश का स्नेह और आशीर्वाद हमें मिल रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मेहनती शेतकरी समाज के नाम पर बातें और वादे बहुत किए गए, उनके नाम पर नेतागिरी भी बहुतों ने चमकाई। लेकिन सही मायने में शेतकरी समाज के बारे में सोचने का काम महायुति की सरकार ने ही किया है।
श्री मोदी ने महाराष्ट्र की जनता को नमन करते हुए कहा कि इस बार तो लगता है कि पहले के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे और सर्वत्र कमल ही कमल दिखेगा। भाजपा को मिल रहे अपार जन-समर्थन से कांग्रेस और NCP के नेताओं की सांसें फूली हुई हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के नेता जन-भावनाओं को नहीं समझ पा रहे जिसकी सज़ा उन्हें लोक सभा चुनाव में भी मिली है और इस बार भी मिलनी तय है। इस बार तो उनकी हालत और भी खस्ता है। पूरे महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन में दंगल मचा हुआ है, वहां दलों में भी दंगल है और दलों के नेताओँ व कार्यकर्ताओं में भी दंगल है। वे एक दूसरे को हैसियत बताने के लिए बिसात बिछा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, भाजपा-शिवसेना की महायुति महाराष्ट्र को और महान बनाने के मिशन पर निकली है।
विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विरोधी दल के नेताओं को को चिंता हो रही है कि भाजपा के कार्यकर्ता इतनी मेहनत क्यों कर रहे हैं? तो आज मैं उन्हें महाराष्ट्र की धरती से उन्हें बताना चाहता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी के पास लगन से कार्य करनेवाले कार्यकर्ता हैं, तभी वो दिलों को जीतते हैं और दलों को जिताते हैं। एक तरफ बंटे हुए, कुछ कुनबों का जमावड़ा है और दूसरी तरफ युवा, कर्मशील नेतृत्व से भरा भाजपा नीत महायुति की मजबूत टीम है। आज अगर भाजपा-शिव सेना के पक्ष में माहौल है तो इसके पीछे बीते पांच वर्ष की हमारी कार्यशक्ति है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस-एनसीपी के नेताओं की स्वार्थशक्ति है। उन्होंने कहा कि हमने अपनी कार्यशक्ति के दम पर, ज़मीन पर जनहित-जनकल्याण के कार्यक्रम उतारे और ये अपनी स्वार्थशक्ति की वजह से उसका मजाक उड़ाते रहे, हर योजना, हर फैसले की आलोचना करते रहे। इनके कारनामे ऐसे हैं, जिनसे भारत का अहित चाहने वालों को ऑक्सीजन मिलती है।
श्री मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र ने देश की रक्षा के लिए अनेक शूरवीर दिए हैं जो राष्ट्र रक्षा का संकल्प लेकर निकले हैं। ऐसे संस्कार जहां के हों, वहां राष्ट्र का अहित करने वाली राजनीति को जगह भला कैसे सहन हो सकती है? यही कारण है कि कांग्रेस और NCP के नेता जब हमारे वीर जवानों के शौर्य पर सवाल उठाते हैं, तो महाराष्ट्र की जनता को ठेस पहुंचती है। जब ये राफेल जैसे आधुनिक जहाज को लेकर दुष्प्रचार करते हैं, तो राष्ट्रभक्तों की धरती को अपार पीड़ा होती है। जब ये आर्टिकल-370 को लेकर अफवाहें फैलाते हैं, तब पूरा महाराष्ट्र निराश होता है। जब वीर सावरकर जैसे राष्ट्रनायकों को ये बदनाम करने का प्रयास करते हैं, तब प्रदेश की जनता का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है। जहां कार्यकर्ताओं में, गठबंधन में ही बंटवारा है, वो महाराष्ट्र के समाज को एकजुट भला कैसे कर सकते हैं? इनकी राजनीति का एक ही आधार है, बांटो, बांटो, बांटो और मलाई खाओ। ये संस्कार छत्रपति शिवाजी के बिल्कुल नहीं हैं। उन्होंने तो समभाव और सद्भाव से राष्ट्रसेवा का मार्ग हमको दिखाया है। इसी रास्ते को बीते 5 वर्षों में महायुति की सरकार ने सशक्त किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र रक्षा और राष्ट्र के एकीकरण के लिए महायुति की सरकार ने ऐसे फैसले लिए हैं, जिनको लेने की हिम्मत पहले नहीं दिखाई गई लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि आज यहां महाराष्ट्र में जो हमारे विरोध में खड़े हैं, उन्होंने राष्ट्ररक्षा के लिए उठाए गए हर कदम का विरोध किया। हाल ही में जब भारत ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से आर्टिकल 370 हटाने का फैसला लिया, जब वहां के दलितों को, वहां की बेटियों को, महिलाओं को, देश के अन्य राज्यों की तरह अधिकार दिए, तब एक बार फिर इनका स्वार्थ जाग गया और देश के खिलाफ ही बयान देने लगे। इतिहास में जब भी आर्टिकल 370 की चर्चा होगी, तो इन लोगों के बयानों का जिक्र भी होगा। मैं आपको याद दिलाता हूं:
- एक ने कहा कि ये फैसला, किसी की हत्या करने जैसा है। वाह क्या सीन है।
- एक नेता ने कहा कि ये भारत की राजनीति का काला दिन है।
- एक नेता ने कहा - केंद्र ने जो फैसला लिया, वह लोकतंत्र के खिलाफ है।
- एक और बड़े नेता ने कहा कि भारत में लोकतंत्र ही खत्म हो गया है।
- एक और नेता ने कहा कि इस फैसले से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है।
- कांग्रेस के एक नेता ने बयान दिया कि अगर कश्मीर में हिंदू होते तो बीजेपी सरकार ऐसा फैसला कभी नहीं करती।
- कांग्रेस के एक और नेता ने कहा कि कश्मीर का मसला भारत का अंदरूनी मामला नहीं है। कांग्रेस के ही एक और दिग्गज नेता ने कहा कि ये देश को बर्बाद करने वाला फैसला है।
- कांग्रेस के ही एक नेता ने कहा कि आर्टिकल 370 हटाकर हमने कश्मीर को खो दिया है।
विपक्ष पर बरसते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत भूमि पर बुरी नज़र रखने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा लेकिन इन लोगों के बयानों, इनकी साजिशों को देश ने देखा है। देश इन्हें इनके किए की सज़ा देगा लेकिन आज महाराष्ट्र के पास सबसे पहला अवसर आया है। शिवाजी महाराज ने राष्ट्ररक्षा के लिए एक सशक्त सेना को प्राथमिकता दी। उस काल में भी उन्होंने एक सशक्त नौसेना का निर्माण किया था। बीते 5 वर्षों में हमारी सरकार ने भारत की सेना को दुनिया की ताकतवर सेनाओं की श्रेणी में खड़ा कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 370 का हटना सिर्फ एक व्यवस्था का हटना नहीं है। इसका मतलब है: इंटीग्रेशन, इन्क्लूजन, इंडस्ट्री, इन्वेस्टमेंट और इनोवेशन। इंटीग्रेशन से इन्क्लूजन और इन्क्लूसिव सोसाइटी से इन्वेस्टमेंट को बल मिलता है। इन्वेस्टमेंट से इंडस्ट्री बढ़ती है और इससे इनोवेशन की संस्कृति विकसित होती है। उन्होंने कहा कि एक बार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में ये संस्कृति यदि हम तैयार कर पाए तो एक्सक्लूजन, अलगाव, आतंक और हिंसा के लिए स्कोप अपने आप बहुत कम हो जाएगा। इसका असर सिर्फ जम्मू कश्मीर और लद्दाख तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि संपूर्ण भारत पर इसका सकारात्मक असर होगा।
श्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया में तेज़ी से बदलाव हो रहे हैं, अभूतपूर्व बदलाव हो रहे हैं। देशों के बीच के रिश्ते हों या फिर अर्थव्यवस्था से जुड़े सवाल, पूरी दुनिया में अभूतपूर्व हलचल है। ऐसी दुनिया से डील करने के लिए एक सशक्त और स्थाई सरकार की ज़रूरत देश को थी जो 130 करोड़ भारतीयों ने दी। देश की जनता ने 5 साल के लिए सरकार चुनी है। अभी 5 महीने भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन इतने कम समय में ही 5 वर्षों का खाका हमने खींच लिया है। नए भारत का नया आत्मविश्वास जो दुनिया को दिख रहा है, इसके पीछे वह प्रचंड जनादेश है जो देश की जनता ने दिया है। इसके पीछे 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक ताकत है। हमने सिर्फ इतना प्रयास किया है कि राष्ट्र निर्माण में देश का हर नागरिक जुड़ा महसूस कर सके। हमने सिर्फ इतनी कोशिश की है कि भारत के विकास में हर भारतीय का योगदान काउंट हो।
युवाओं के लिए उठाये गए क़दमों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि तेज़ी से बदलती टेक्नॉलॉजी से एम्प्लॉयमेंट का नेचर बदल रहा है। स्किल सेट्स की डिमांड बदल गई हैं। ये हमारे युवा साथियों के सामने, हमारे इंजीनियर्स के सामने बहुत बड़ी चुनौती है। स्किल डेवलपमेंट के साथ-साथ निरंतर स्किल अपग्रेडेशन की ज़रूरत है। न्यू इंडिया की नई इकॉनॉमी के लिए हमें तैयारी करनी ही होगी। उन्होंने कहा कि कोई कितनी भी निराशा फैलाने की कोशिश करे लेकिन मैं देश के युवाओं को आश्वस्त करता हूं, कि आने वाले वर्ष संभावनाओं से भरे हुए हैं। विश्व भर में जितने भी बिजनेस लीडर्स से मेरी बात होती है, हर कोई भारत आने के लिए आतुर हैं। बीते पांच वर्षों में भारत में इन्वेस्टमेंट की ग्रोथ में 5 गुणा बढ़ोतरी हुई है।
श्री मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया के अग्रणी एफडीआई डेस्टिनेशन में है। हाल में आपने देखा होगा कि सरकार ने इकॉनोमी से जुड़े बड़े फैसले लिए हैं। भारत में मैन्युफेक्चरिंग को प्रमोट करने के लिए, स्टार्ट अप्स को प्रोत्साहित करने के लिए कॉरपोरेट टैक्स में भारी छूट दी है। ये तय है कि निवेश के माहौल में सुधार लाने के लिए जो भी फैसले ज़रूरी होंगे, वो लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पॉलिसी डिसिजन के साथ-साथ अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी बहुत तेज़ी से काम हो रहा है। आने वाले 5 वर्षों में सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही 100 लाख करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है। स्पष्ट नीति और बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के दम पर ही 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनॉमी के लक्ष्य को हम हासिल करने वाले हैं। जाहिर है, कुछ लोगों को ये लक्ष्य कठिन लगता है क्योंकि वो इसको आंकड़ों की नज़र से देखते हैं। हम इसलिए आश्वस्त हैं क्योंकि हमें अपने ट्रैक रिकॉर्ड और अपने युवा साथियों के सामर्थ्य पर भरोसा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2007 में फर्स्ट ट्रिलियन के पड़ाव तक पहुंचने में हमें 60 साल लगे। इसके बाद अगला ट्रिलियन जोड़ने में हमें करीब 8 साल लगे लेकिन इसके बाद पिछली सरकार के सिर्फ 4 साल में करीब-करीब एक और ट्रिलियन हमने अपनी अर्थव्यवस्था में जोड़ दिया। इसी ट्रैक रिकॉर्ड से हमारे हौसले भी बुलंद हैं और लक्ष्य भी ऊंचा है। हमारे लिए फाइव ट्रिलियन डॉलर सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि 130 करोड़ भारतीयों के सपने हैं।
- जितनी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, उतनी तेज़ी से हम गरीबी को हरा पाएंगे।
- जितनी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, उतनी ही तेज़ी से मध्यम वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठा पाएंगे।
- जितनी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, उतनी ही तेज़ी से युवाओं की आकांक्षाओं को हम पूरा कर पाएंगे।
बाबा वैद्यनाथ का आशीर्वाद पूरे बीड पर रहा है और बीड का आशीर्वाद और विश्वास हमेशा भाजपा पर रहा है: PM @narendramodi begins his speech
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 17, 2019
विरोधी दल के नेताओं को को चिंता हो रही है कि भाजपा के कार्यकर्ता इतनी मेहनत क्यों कर रहे हैं?
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 17, 2019
तो आज मैं बीड से उनको बता दूं कि, भाजपा के पास लगन से कार्य करनेवाले कार्यकर्ता हैं, तभी वो दिलों को जीतते हैं और दलों को जिताते हैं: PM @narendramodi
एक तरफ बंटे हुए, कुछ कुनबों का जमावड़ा है और दूसरी तरफ युवा, कर्मशील नेतृत्व से भरा भाजपा की, महायुति की मजबूत टीम है: PM @narendramodi
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आज अगर महायुति के पक्ष में माहौल है तो इसके पीछे बीते पांच वर्ष की हमारी कार्यशक्ति है।
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वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस-एनसीपी के नेताओं की स्वार्थशक्ति है: PM @narendramodi
हमने अपनी कार्यशक्ति के दम पर, ज़मीन पर जनहित-जनकल्याण के कार्यक्रम उतारे और ये अपनी स्वार्थशक्ति की वजह से उसका मजाक उड़ाते रहे, हर योजना, हर फैसले की आलोचना करते रहे।
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इनके कारनामे ऐसे हैं, जिनसे भारत का अहित चाहने वालों को ऑक्सीजन मिलती है: PM @narendramodi
अभी दो महीना पहले जब भारत ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से आर्टिकल 370 हटाने का फैसला लिया, जब वहां के दलितों को, वहां की बेटियों को, महिलाओं को, देश के अन्य राज्यों की तरह अधिकार दिए, तब एक बार फिर इनका स्वार्थ जाग गया।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 17, 2019
आपको याद हैं इन लोगों ने किस-किस तरह के बयान दिए: PM
इतिहास में जब भी आर्टिकल 370 की चर्चा होगी, तो इन लोगों के बयानों का जिक्र भी होगा।
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मैं आपको याद दिलाता हूं।
एक ने कहा कि ये फैसला, किसी की हत्या करने जैसा है। वाह क्या scene है: PM @narendramodi
एक नेता ने कहा कि ये भारत की राजनीति का काला दिन है।
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एक नेता ने कहा- केंद्र ने जो फैसला लिया, वो लोकतंत्र के खिलाफ है।
एक और बड़े नेता ने कहा कि भारत में लोकतंत्र ही खत्म हो गया है।
एक और नेता ने कहा कि इस फैसले से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है: PM @narendramodi
कांग्रेस के एक नेता ने बयान दिया कि अगर कश्मीर में हिंदू होते तो बीजेपी सरकार ऐसा फैसला कभी नहीं करती।
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कांग्रेस के एक और नेता ने कहा कि कश्मीर का मसला भारत का अंदरूनी मामला नहीं है: PM @narendramodi
कांग्रेस के ही एक और दिग्गज नेता ने कहा कि ये देश को बर्बाद करने वाला फैसला है।
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कांग्रेस के ही एक नेता ने कहा कि आर्टिकल 370 हटाकर हमने कश्मीर को खो दिया है: PM @narendramodi
बेहतर आज और बेहतर कल के लिए, हर घर जल, इसी भाव को लेकर हम चले हैं।
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आपको जानकारी है कि केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन शुरु किया है: PM @narendramodi
इस मिशन के तहत सिर्फ पानी के लिए आने वाले 5 वर्षों में साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
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पानी के लिए इतना गंभीर प्रयास भारत के तो क्या विश्व के इतिहास में भी नहीं हुआ होगा: PM @narendramodi
सातारा संतों की भूमि है, समाज को, देश को दिशा देने वाले नेतृत्व की भूमि है।
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वीर संभाजी , वीर शाहू जी, समर्थ रामदासजी , राम शास्त्री प्रभुणे , श्रीमंत प्रताप सिंह , सावित्रीबाई फुले , क्रांति सिंह नाना पाटील जैसे अतुलनीय सामाजिक और आध्यात्मिक नेतृत्व यहां से निकले हैं: PM
और यशवंत राव चव्हाण जी जैसा विजनरी राजनेता भी सातारा ने देश को दिया है।
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मेरे लिए तो सातारा एक प्रकार से गुरुभूमि है: PM @narendramodi
आज तक भाजपा के पास सिर्फ शिवाजी महाराज के संस्कार थे।
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और अब हमारे पास शिवाजी के संस्कार के साथ-साथ उनका परिवार भी है।
संस्कार और परिवार का ये संगम वीर शिवाजी के सपनों का महाराष्ट्र, उनके सपनों का अखंड हिंदुस्थान बनाने में अहम सिद्ध होने वाला है: PM @narendramodi
बीते 5 वर्षों से महायुति की सरकार ने केंद्र में भी और महाराष्ट्र में भी शिवाजी महाराज के संस्कारों के अनुसार ही काम किया है।
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राष्ट्ररक्षा और राष्ट्रवाद को हमने प्राथमिकता दी है।
भारत भूमि पर बुरी नज़र रखने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा: PM @narendramodi
शिवाजी महाराज ने राष्ट्ररक्षा के लिए एक सशक्त सेना को प्राथमिकता दी।
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उस काल में भी उन्होंने एक सशक्त नौसेना का निर्माण किया था।
बीते 5 वर्षों में हमारी सरकार ने भारत की सेना को दुनिया की ताकतवर सेनाओं की श्रेणी में खड़ा कर दिया है: PM @narendramodi
राष्ट्र रक्षा के लिए, राष्ट्र के एकीकरण के लिए महायुति की सरकार ने ऐसे फैसले लिए हैं, जिनको लेने की हिम्मत पहले नहीं दिखाई गई।
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लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि आज यहां महाराष्ट्र में जो हमारे विरोध में खड़े हैं, उन्होंने राष्ट्ररक्षा के लिए उठाए गए हर कदम का विरोध किया: PM
सातारा ने महाराष्ट्र के लिए अनेक शूरवीर दिए हैं।
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यहां के अपशिंगे मिलिटरी गांव तो जैसे राष्ट्ररक्षा के लिए ही समर्पित है।
वहां के घर-घर से राष्ट्ररक्षक निकले हैं।
ऐसे संस्कार जहां के हों, वहां राष्ट्र का अहित करने वाली राजनीति को जगह भला कैसे सहन हो सकती है: PM @narendramodi
यही कारण है कि कांग्रेस और NCP के नेता जब हमारे वीर जवानों के शौर्य पर सवाल उठाते हैं, तो सातारा को ठेस पहुंचती है।
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जब ये राफेल जैसे आधुनिक जहाज को लेकर अपप्रचार करते हैं, तो राष्ट्रभक्तों की धरती को अपार पीड़ा होती है: PM @narendramodi
जब ये आर्टिकल-370 को लेकर अफवाहें फैलाते हैं, तब पूरा सातारा निराश होता है।
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जब वीर सावरकर जैसे राष्ट्रनायकों को ये बदनाम करने का प्रयास करते हैं, तब सातारा का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है: PM @narendramodi
जहां कार्यकर्ताओं में, गठबंधन में ही बंटवारा है, वो महाराष्ट्र के समाज को एकजुट भला कैसे कर सकते हैं?
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इनकी राजनीति का एक ही आधार है, बांटो, बांटो, बांटो और मलाई खाओ: PM @narendramodi
ये संस्कार छत्रपति शिवाजी के बिल्कुल नहीं हैं।
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उन्होंने तो समभाव और सद्भाव से राष्ट्रसेवा का मार्ग हमको दिखाया है।
इसी रास्ते को बीते 5 वर्षों में महायुति की सरकार ने सशक्त किया है: PM @narendramodi
महाराष्ट्र के मेहनती शेतकरी समाज के नाम पर बातें और वादे बहुत किए गए, उनके नाम पर नेतागिरी भी बहुतों ने चमकाई।
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लेकिन सही मायने में शेतकरी समाज के बारे में सोचने का काम महायुति की सरकार ने ही किया है: PM @narendramodi
सिंचाई से लेकर कमाई तक के तमाम प्रयास हम कर रहे हैं।
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महाराष्ट्र के सभी किसान परिवारों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ पहुंच रहा है।
लघु किसान परिवारों, खेत मजदूरों को, छोटे दुकानदारों को, 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन की सुविधा भी तय हो चुकी है: PM @narendramodi
गन्ना किसानों की मुश्किलों को हल करने के लिए हर संभव कोशिश बीते 5 वर्षों में की गई है।
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गन्ने के लाभकारी मूल्य को लागत का डेढ़ गुणा से अधिक तय किया गया है।
जब भी कोई समस्या हुई है, हमने यह कोशिश की है कि किसानों को उनका बकाया समय पर मिले: PM @narendramodi
गन्ना किसानों को सिर्फ चीनी के भरोसे ना रहना पड़े, इसके लिए इथेनॉल के उत्पादन पर बल दिया जा रहा है।
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देशभर में इसके लिए आधुनिक फैक्ट्रियां बनाई जा रही हैं।
हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल में करीब 10 प्रतिशत तक के इथेनॉल का उपयोग किया जा सके: PM @narendramodi
किसान हो, जवान हो या युवा, महायुति की सरकार हर वर्ग के लिए समर्पित है: PM @narendramodi
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मराठा समाज को आरक्षण हो, सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों को इतिहास में पहली बार मिला आरक्षण हो, ये महायुति की ही सरकार ने कर दिखाया है।
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महायुति की सरकार का हमेशा से ये प्रयास रहा है कि किसी का शोषण ना हो, किसी का हक ना मारा जाए: PM @narendramodi
बीते 5 वर्ष में महिला सशक्तिकरण को भी अभूतपूर्व बल मिला है।
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हमारी बहनों की सुरक्षा से लेकर सम्मान के लिए पहली बार बड़े कदम उठाए गए हैं।
सामाजिक सद्भाव की यही नीति पूरे देश को पसंद आ रही है, इसलिए पूरे देश का स्नेह और आशीर्वाद हमें मिल रहा है: PM @narendramodi
पुणे देश का वो सेंटर है, जो देश और महाराष्ट्र की Politics और Policy, दोनों को कसौटी पर कसता है।
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यहां के समाज को संस्कारों की भी परख है तो इनोवेशन और नए अविष्कारों की भी समझ है: PM @narendramodi
पुणे Progressive Farming की भी नर्सरी है और देश के Start ups का Incubation Centre भी है।
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पुणे देश के युवाओं को संस्कार भी देता है और स्किल, समझ और सरोकार से भी जोड़ता है: PM @narendramodi
आपने 5 साल के लिए सरकार चुनी है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 17, 2019
अभी 5 महीने भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन इतने कम समय में ही 5 वर्षों का खाका हमने खींच लिया है: PM @narendramodi
भारतीयों की इसी सामूहिक ताकत को हमारे समाज का सामर्थ्य बनाने का प्रयास लोकमान्य तिलक ने किया था।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 17, 2019
गणपति उत्सव के माध्यम से उन्होंने भारतीयों की उस चेतना को जगाया, उस सोच को झकझोरा, जो छोटे-छोटे मतभेदों, छोटी-छोटी बातों में दबी हुई थी: PM @narendramodi
70 साल से 370 की ये बहुत बड़ी रुकावट एक देश, एक संविधान की राह में खड़ी थी।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 17, 2019
इस रुकावट को दूर करने की बातें तो बहुत हुईं, लेकिन कभी किसी ने हिम्मत दिखाई नहीं।
आखिर क्यों?
क्या भारत के इतिहास में पहली बार प्रचंड बहुमत से सरकार बनी है?
जी नहीं: PM @narendramodi
क्या पहली बार किसी दल को लगातार दूसरी बार अवसर मिला है?
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 17, 2019
जी नहीं।
तो इस बार क्या परिवर्तन आया है?
इसका जवाब ये है कि अब भारत संगठित है, सामूहिकता का भाव है और समस्याओं का सही समाधान चाहता है: PM @narendramodi
370 का हटना सिर्फ एक व्यवस्था का हटना नहीं है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 17, 2019
इसका मतलब है: इंटीग्रेशन, इन्क्लूजन, इंडस्ट्री, इन्वेस्टमेंट और इनोवेशन।
Integration से Inclusion को बल मिलता है।
Inclusive Society से Investment को बल मिलता है: PM @narendramodi
जब Investment आता है तो Industry बढ़ती है।
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Industry का विकास होता है तो Innovation का कल्चर विकसित होता है।
एक बार जम्मू कश्मीर और लद्दाख में ये कल्चर हम तैयार कर पाए, तो अलगाव के लिए, आतंक और हिंसा के लिए स्कोप अपने आप खत्म होता चला जाएगा: PM @narendramodi
मैं मानता हूं, ये जो फैसला लिया गया, वो आसान नहीं था।
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जब भी यथा स्थिति को हम बदलते हैं, तो प्रतिरोध स्वभाविक है, समस्याएं आना सामान्य है।
लेकिन 21वीं सदी का भारत, डरकर, यथा स्थिति में नहीं रह सकता।
21वीं सदी का भारत चुनौतियों को कारपेट के नीचे दबाने का जोखिम नहीं ले सकता: PM
तेज़ी से बदलती टेक्नॉलॉजी से Employment का नेचर बदल रहा है।
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Skill Sets की डिमांड बदल गई हैं।
ये हमारे युवा साथियों के सामने, हमारे इंजीनियर्स के सामने बहुत बड़ी चुनौती है: PM @narendramodi
Skill Development के साथ-साथ निरंतर Skill Upgradation की ज़रूरत है। हमें ये काम करना ही है।
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सरकार हो, बिजनेस संस्थान हों या फिर हमारे युवा साथी, New India की नई इकॉनॉमी के लिए हमें तैयारी करनी ही होगी: PM @narendramodi
विश्व भर में जितने भी बिजनेस लीडर्स से मेरी बात होती है, हर कोई भारत आने के लिए आतुर हैं।
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बीते 5 वर्ष में भारत में Investments की Growth में 5 गुणा की बढ़ोतरी हुई है।
भारत आज दुनिया के अग्रणी FDI Friendly देशों में है: PM @narendramodi
हाल में आपने देखा होगा कि सरकार ने Economy से जुड़े बड़े फैसले लिए हैं।
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भारत में मैन्युफेक्चरिंग को प्रमोट करने के लिए, यहां स्टार्ट अप्स को प्रोत्साहित करने के लिए कॉरपोरेट टैक्स में भारी छूट दी है: PM @narendramodi
पुणे समेत हमारे तमाम शहरों में कनेक्टिविटी की एक बहुत बड़ी दिक्कत थी।
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बीते 5 वर्षों में जिस तेज़ी के साथ इसमें काम हुआ है, उसके परिणाम आज देखने को मिल रहे हैं।
पुणे से पंढरपुर तक पालकी महामार्ग जैसे हाईवे के अनेक प्रोजेक्ट्स से पुणे की कनेक्टिविटी सशक्त होगी: PM @narendramodi
सुरक्षा हो, स्वच्छता हो या फिर स्पीड, एक साथ सभी मोर्चों पर काम किया जा रहा है।
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वंदे भारत और तेजस एक्स्प्रेस जैसी आधुनिक और तेज़ी से चलने वाली ट्रेनें अनेक जगह शुरु हो चुकी हैं: PM @narendramodi
हमारा BHIM app और RuPay Card आज एक बड़ा ब्रांड बन चुका है।
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RuPay Card तो दुनिया के अनेक देशों में अब सुविधा दे रहा है।
आज भारत में 29 करोड़ RuPay Card उपयोग में हैं, जिनमें से करीब 2 करोड़ महाराष्ट्र में ही हैं: PM @narendramodi
स्पष्ट नीति और बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के दम पर ही 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनॉमी के लक्ष्य को हम हासिल करके रहेंगे: PM @narendramodi
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जाहिर है, कुछ लोगों को ये लक्ष्य कठिन लगता है।
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उनको ये इसलिए लगता है क्योंकि वो इसको आंकड़ों की नज़र से देखते हैं।
हम इसलिए आश्वस्त हैं क्योंकि हमें अपने ट्रैक रिकॉर्ड और अपने युवा साथियों के सामर्थ्य पर भरोसा है: PM @narendramodi
साल 2007 में First Trillion के पड़ाव तक पहुंचने में हमें 60 साल लगे।
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इसके बाद अगला Trillion जोड़ने में हमें करीब 8 साल लगे।
लेकिन इसके बाद पिछली सरकार के सिर्फ 4 साल में करीब-करीब एक और Trillion हमने अपनी अर्थव्यवस्था में जोड़ दिया: PM @narendramodi
जितनी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, उतनी तेज़ी से हम गरीबी को हरा पाएंगे।
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जितनी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, उतनी ही तेज़ी से मध्यम वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठा पाएंगे।
जितनी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, उतनी ही तेज़ी से युवाओं की आकांक्षाओं को हम पूरा कर पाएंगे: PM @narendramodi
जब तक गरीब की, मध्यम वर्ग की लूटी हुई पाई-पाई वसूल नहीं होगी, तब तक आपका ये सेवक चैन से नहीं बैठेगा: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) October 17, 2019