हमारा सपना है कि वर्ष 2022 तक हम देश के किसानों की आय दोगुनी कर दें, हमने इस ओर कदम बढ़ा भी दिया है: प्रधानमंत्री मोदी
पहले बैंकों से सिर्फ धनपतियों को ही कर्ज मिलते थे, वर्ष 2008 से 2014 तक उतने पैसे पूंजीपतियों को दिए गए, जितने उसके पहले के चालीस साल में दिए गए थे, मौजूदा सरकार ने वर्ष 2014 में सत्ता में आते ही हमने यह सब बंद कर दिया: पीएम मोदी
केंद्र सरकार बढ़-चढ़ कर तेलंगाना के विकास के लिए आगे आ रही है: प्रधानमंत्री
तेलंगाना संघर्ष और बलिदान से बना है, यहां की सरकार को तेलंगाना के सपने को बरबाद करने का अधिकार नहीं है: प्रधानमंत्री मोदी
एसी कमरों में बैठकर चुनाव का आकलन करने वाले लोगों को हवा का रुख समझ लेना चाहिए: पीएम मोदी
तेलंगाना के मुख्यमंत्री की योजनाएं और कामकाज अधूरे हैं, कांग्रेस और टीआरएस में कोई अंतर नहीं है, दोनों पार्टियों में परिवारवाद, जातिवाद और भाई-भतीजावाद हावी है: प्रधानमंत्री

“हमारा सपना है कि वर्ष 2022 तक हम देश के किसानों की आय दोगुनी कर दें। हमने इस ओर कदम बढ़ा भी दिया है। बरसों से लटकी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को हमने लागू कर दिया। न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागत का डेढ़ गुना कर दिया। हमारा दूसरा सपना है कि वर्ष 2022 तक हम देश के सभी लोगों को अपना पक्का घर दे दें, और घर में नल, जल, शौचालय, बिजली और रसोई गैस जैसी सारी सुविधाएं हों। पिछले चार साल में हमने इस तरह के सवा करोड़ घर बनाकर जनता को दे भी दिए। इतना ही नहीं, हमने फैसला किया है कि यह घर किसी पुरुष नहीं, बल्कि घर की महिला सदस्य के नाम होगा।”   

तेलंगाना के निजामाबाद और महबूबनगर में विशाल चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ये उद्गार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार बढ़-चढ़ कर तेलंगाना के विकास के लिए आगे आ रही है। सड़क, रेल, बिजली, स्मार्ट सिटी, घर, गैस जैसे कई क्षेत्रों में केंद्र की सरकार पूरी ताकत से तेलंगाना के लिए काम कर रही है। तेलंगाना को आधुनिक बनाने के लिए नेशनल हाईवे बनाने और रेल लाइन के चौड़ीकरण जैसे काम तेजी से किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘’रेल और सड़क से जुड़े 20 प्रोजेक्ट पर काम चल रहे हैं, जबकि इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े 40 प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की ओर से चलाए जा रहे हैं, जिन पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। हैदराबाद में मेट्रो बनाने में भी हमने बढ़-चढ़ कर सहयोग किया है।‘’   

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले बैंकों से सिर्फ धनपतियों को ही कर्ज मिलते थे। वर्ष 2008 से 2014 तक उतने पैसे पूंजीपतियों को दिए गए, जितने उसके पहले के चालीस साल में दिए गए थे। मौजूदा सरकार ने वर्ष 2014 में सत्ता में आते ही हमने यह सब बंद कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘’देश में सिर्फ एक दर्जन लोग हैं, जिन्हें बैंकों ने हमारी सरकार आने से पहले ज्यादातर लोन दिए। हमने कानून में परिवर्तन कर दिया है। जिन लोगों ने बैंक के पैसे नहीं लौटाए, उनकी चालीस हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति हमने जब्त कर ली। इतना ही नहीं, हमने विदेशों में भी उनकी संपत्ति जब्त करने का कानून बनाया।‘’      

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक समय था, जब केंद्र की योजनाओं के पैसे सही हाथों में नहीं पहुंच पाते थे। इनमें से कमीशन ले लिए जाते थे। लेकिन मौजूदा सरकार ने मनरेगा, पेंशन, विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप समेत कई सरकारी स्कीमों के पैसों को सीधे बैंक अकाउंट में भेजने शुरू कर दिए। इसके लिए जन धन योजना के तहत वैसे सभी लोगों के बैंक में खाते खोले गए जो अब तक बैंक की सुविधा से वंचित थे। श्री मोदी ने कहा कि मौजूदा सरकार ने चार वर्षों में विकास करके दिखा दिया है। उन्होंने कहा, ‘’हमने 6 करोड़ परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया है। तेलंगाना में भी 5 लाख परिवारों को गैस कनेक्शन दिया गया है। सौभाग्य योजना के तहत तेलंगाना के चार लाख घरों में बिजली का कनेक्शन दिया गया। निजामाबाद में भी 15 हजार गरीब परिवारों को बिजली की सुविधा दी गई।‘’   

 प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम विकास के लिए पंचतत्व के मंत्र को लेकर चल रहे हैं। यह मंत्र है- “बेटे-बेटियों को पढ़ाई, नौजवानों को कमाई, किसानों को सिंचाई, बुजुर्गों को दवाई और जन-जन की सुनवाई।” जनस्वास्थ्य से जुड़ी आयुष्मान भारत योजना की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अभी इस योजना को सिर्फ दो महीने हुए हैं, लेकिन इतने कम समय में देशभर में तीन लाख गरीबों के ऑपरेशन कराए गए। लेकिन, इन तीन लाख लोगों में एक भी तेलंगाना का नहीं है, क्योंकि  तेलंगाना की सरकार ने अपने राज्य में इस योजना को लागू नहीं किया। आयुष्मान योजना से न जुड़कर राज्य सरकार ने यहां की जनता के साथ अन्याय किया है।

पीएम मोदी ने कहा कि तेलंगाना संघर्ष और बलिदान से बना है। यहां की सरकार को तेलंगाना के सपने को बरबाद करने का अधिकार नहीं है। तेलंगाना के सपने से खिलवाड़ का हक किसी राजनीतिक पार्टी या नेता को नहीं है। यहां के मुख्यमंत्री की योजनाएं और कामकाज अधूरे हैं। कांग्रेस और टीआरएस में कोई अंतर नहीं है। दोनों पार्टियों में परिवारवाद, जातिवाद और भाई-भतीजावाद हावी है।

दोनों सभाओं में जुटी भारी भीड़ को देखकर पीएम मोदी ने कहा कि एसी कमरों में बैठकर चुनाव का आकलन करने वाले लोगों को हवा का रुख समझ लेना चाहिए।   

निजामाबाद में भाषण की शुरुआत में पीएम मोदी ने सबसे कम उम्र में एवरेस्ट के शिखर तक पहुंचने वाली मालावात पुर्णा और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले हसमुद्दीन मोहम्मद की तारीफ की। श्री मोदी ने कहा कि ऐसे युवा ही न्यू इंडिया की पहचान हैं।   

पीएम मोदी ने कहा कि आप भाजपा को सरकार बनाने का मौका दीजिए। दिल्ली में कमल छाप इंजन है और यहां हैदराबाद में एक कमल छाप इंजन लगाइए। डबल इंजन से तेलंगाना के भविष्य को बनाने के लिए वोट कीजिए।

निजामाबाद मे पूरा भाषण पढ़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
Snacks, Laughter And More, PM Modi's Candid Moments With Indian Workers In Kuwait

Media Coverage

Snacks, Laughter And More, PM Modi's Candid Moments With Indian Workers In Kuwait
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
प्रधानमंत्री 23 दिसंबर को नई दिल्ली के सीबीसीआई सेंटर में कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में शामिल होंगे
December 22, 2024
प्रधानमंत्री कार्डिनल और बिशप सहित ईसाई समुदाय के प्रमुख नेताओं से बातचीत करेंगे
यह पहली बार होगा, जब कोई प्रधानमंत्री भारत में कैथोलिक चर्च के मुख्यालय में इस तरह के कार्यक्रम में भाग लेंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 23 दिसंबर को शाम 6:30 बजे नई दिल्ली स्थित सीबीसीआई सेंटर परिसर में कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में भाग लेंगे।

प्रधानमंत्री ईसाई समुदाय के प्रमुख नेताओं के साथ बातचीत करेंगे, जिनमें कार्डिनल, बिशप और चर्च के प्रमुख नेता शामिल होंगे।

यह पहली बार होगा, जब कोई प्रधानमंत्री भारत में कैथोलिक चर्च के मुख्यालय में इस तरह के कार्यक्रम में भाग लेंगे।

कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) की स्थापना 1944 में हुई थी और ये संस्था पूरे भारत में सभी कैथोलिकों के साथ मिलकर काम करती है।