“बीते पांच वर्षों में आपके इस चौकीदार ने असम के विकास के लिए क्या किया- इसका लेखा-जोखा लेकर आप सभी के बीच उपस्थित हुआ हूं। आज जब अपना बही-खाता लेकर यहां आया हूं तो आप सभी का, असम के जन-जन का आभार व्यक्त करता हूं। पांच सालों में आपने जो आशीर्वाद दिया है, इसी वजह से आपके सामने खड़ा हूं।”
असम के मोरान और गोहपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ये बातें कहीं। मोरान में उन्होंने कहा, “आपके आशीर्वाद की वजह से ही असम के गरीब, शोषित, वंचित भाई-बहनों के जीवन को बदलने का प्रयास कर पाया। सत्तर साल में असम के 40 प्रतिशत घरों में ही बिजली पहुंची थी। आज करीब-करीब हर घर तक बिजली पहुंच गई है। असम के करीब 40 प्रतिशत घरों में ही गैस का कनेक्शन था। आपके आशीर्वाद से अब पिछले 5 साल में यह 40 से बढ़कर 85 प्रतिशत तक पहुंच गया है। असम के 27 लाख परिवारों को अगर हर वर्ष 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज का भरोसा मिल पाया है, तो ये भी आपके साथ की वजह से संभव हो पाया है। असम में 50 लाख युवा साथियों को मुद्रा लोन से जोड़ पाया, 5 लाख लोगों को पक्का घर दे पाया तो यह आपके विश्वास की ही ताकत है।”
देश और असम में हुए विकास कार्यों की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि असमवासियों ने उन पर जो विश्वास किया, उसी का परिणाम है कि असम के किसानों के लिए वे कुछ कर पाए। डिब्रूगढ़ और जोरहाट सहित असम के 24 लाख किसान परिवारों के खाते में हर वर्ष हजारों करोड़ रुपये जमा किए जा रहे हैं, ताकि किसानों को अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए कर्ज में न डूबना पड़े। लाखों श्रमिक साथियों, चौकीदारों, घरों, खेतों, बागानों में काम करने वाले लोगों के लिए 60 वर्ष की आयु के बाद 3,000 रुपये की नियमित पेंशन का प्रावधान किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि असम की सांस्कृतिक पहचान की रक्षा हो, या फिर घुसपैठियों पर कार्रवाई- यह सब असम की जनता के ही आशीर्वाद से संभव हो पाया है। उन्होंने कहा, “हमारे प्रयास से दशकों के इंतजार के बाद यहां के चाय वालों के बैंक खाते खुले। चाय जनजाति के लाखों परिवारों को दो किस्तों में 5 हजार रुपये की मदद दी गई। चाय बागानों के चार लाख परिवारों को मुफ्त में चावल और दो रुपये किलो चीनी देने का फैसला भी एनडीए की सरकार ने ही किया। चाय बागानों में काम कर रही प्रसूता माताओं को एकमुश्त 12 हजार रुपये दिए जा रहे हैं।”
गोहपुर की चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 11 अप्रैल को वोट डालते समय यह जरूर याद रखना है कि असम और हिन्दुस्तान को घुसपैठ और आतंकियों से मुक्त करने का काम कौन कर सकता है। भारत और असम का हित सिर्फ वही लोग कर सकते हैं, जिनके दिल में असम और भारत बसता है। उन्होंने कहा, “दुश्मन को घर में घुसकर मारने की ताकत आपके आशीर्वाद से ही मिली है। आज की स्थिति देखिए। आज हमारे वीर जवान अपना दम दिखा रहे हैं। भारत पुरानी रीति और नीति को बदल चुका है। पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है।”
5 सालों में आप जिस मजबूती से मेरे साथ खड़े रहे हैं, मुझे आशीर्वाद देते रहे हैं, उसी का परिणाम है कि आज एक नए विश्वास के साथ यहां खड़ा हूं: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) March 30, 2019
आज़ादी के इतने दशकों के बाद भी असम के 40 प्रतिशत घरों तक ही बिजली पहुंची थी, आज करीब-करीब हर घर तक बिजली पहुंच पाई है, तो इसका कारण आपका आशीर्वाद है: PM @narendramodi
— narendramodi_in (@narendramodi_in) March 30, 2019
आज़ादी के इतने दशकों के बाद भी असम के 40 प्रतिशत घरों तक ही बिजली पहुंची थी, आज करीब-करीब हर घर तक बिजली पहुंच पाई है, तो इसका कारण आपका आशीर्वाद है: PM @narendramodi
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इतने वर्षों बाद भी असम के करीब 40 प्रतिशत घरों में ही गैस का कनेक्शन था, आज ये दायरा 85 प्रतिशत तक पहुंच पाया है, तो इसके पीछे भी आपका ही भरोसा है: PM @narendramodi
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असम के 27 लाख परिवारों को अगर हर वर्ष 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज का भरोसा मिल पाया है तो ये भी आपके साथ के कारण संभव हो पाया है: PM @narendramodi
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असम में लगभग 50 लाख मुद्रा लोन देकर, लाखों युवा साथियों को स्वरोज़गार से जोड़ पाया हूं, तो ये भी आपके विश्वास का परिणाम है।
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असम के 5 लाख से अधिक गरीब परिवारों को अपना पक्का घर दे पाया हूं तो इसके पीछे भी आपके विश्वास की ताकत है: PM @narendramodi
आप ने मुझपर विश्वास किया, मुझे इतना सम्मान दिया, इसी का परिणाम है कि आज असम के किसानों के लिए मैं कुछ सार्थक कर पाया हूं: PM @narendramodi
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डिब्रुगढ़ और जोरहट सहित असम के करीब 24 लाख किसान परिवारों के खाते में हर वर्ष हज़ारों करोड़ रुपए जमा किए जा रहे हैं, ताकि उन्हें अपनी छोटी-छोटी ज़रूरतों के लिए किसी की चौखट पर ना जाना पड़े, कर्ज में ना डूबना पड़े: PM @narendramodi
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असम के लाखों श्रमिक साथियों, चौकीदारों, ड्राइविंग का काम करने वालों, घरों में सेवा करने वालों, खेतों और बगानों में काम करने वालों के लिए 60 वर्ष की आयु के बाद 3 हज़ार रुपए की नियमित पेंशन का प्रावधान भी आपके विश्वास के कारण मैं कर पाया हूं: PM @narendramodi
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आप खुश हैं, हिन्दुस्तान खुश है लेकिन दो जगह लोग परेशान हैं।
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एक कांग्रेस का परिवार और दूसरा आतंकियों का घरबार। आप 11 अप्रैल को जब कमल के फूल के सामने बटन दबाएंगे तो, इन्हीं दो जगहों में सन्नाटा छाने वाला है: PM @narendramodi in Assam
भारत ने पहली बार आतंकियों के घर में घुसकर मारा, लेकिन कांग्रेस परेशान है।
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भारत के साथ पूरी दुनिया खड़ी हो गई, लेकिन कांग्रेस परेशान है: PM @narendramodi
भारत ने अंतरिक्ष में अपनी क्षमताओं को विस्तार दिया, लेकिन कांग्रेस परेशान है।
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भारत आज महाशक्तियों के साथ कदम मिला रहा है, लेकिन कांग्रेस परेशान है: PM @narendramodi
कांग्रेस ने ऐसी सरकार चलाई है, जिसने भारत जैसे विराट देश की पहचान एक पीड़ित देश की बना दी थी।
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अब आपको तय करना है, दमदार सरकार चाहिए या फिर दागदार सरकार।
निर्णायक सरकार चाहिए या फिर सिर्फ नारे लगाने वाली, झूठे वायदे करने वाली सरकार चाहिए: PM @narendramodi
भारत मज़बूत तभी हो सकता है, जब असम मजबूत होगा, नॉर्थ ईस्ट मजबूत होगा।
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यही प्रयास केंद्र और असम की एनडीए सरकार ने किया है, यहां के ये हमारे तमाम साथी कर रहे हैं: PM @narendramodi
उन लोगों को चौकीदार से तो नफरत है ही, चायवालों से भी ये तिलमिलाए हुए हैं।
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पहले मुझे लगता था कि सिर्फ ये एक चायवाला ही इनके निशाने पर है।
लेकिन देशभर में घूमा तो पता चला कि असम हो या बंगाल चाय उगाने से लेकर बनाने तक, जो भी चाय से जुड़ा है उसकी तरफ ये देखना भी पसंद नहीं करते: PM
चायवालों का दर्द ये चायवाला ही समझ सकता है।
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इसी का परिणाम है कि दशकों के इंतजार के बाद, पहली बार यहां के चायवालों के बैंक खाते खुले।
‘चाय जनजाति’ के लाखों परिवारों को दो किश्तों में 5 हजार रुपये की मदद दी गई: PM @narendramodi
चाय बगान के 4 लाख परिवारों को मुफ्त में चावल और 2 रुपए किलो चीनी देने का फैसला भी NDA की सरकार ने ही किया है।
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चाय बगानों में काम कर रही प्रसूता माताओं को एक मुश्त 12 हजार रुपये दिए जा रहे हैं: PM @narendramodi
मैं आपको ये भी भरोसा दिलाता हूं कि ये सुविधाएं आपसे अब कोई छीन नहीं सकता।
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इसलिए किसी भी तरह के भ्रम में मत आइएगा।
आपका ये चायवाला, आपके जीवन को आसान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है: PM @narendramodi
नॉर्थ ईस्ट में नए भारत की नई ऊर्जा का केंद्र बनने की ताकत है।
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यही कारण है कि 5 वर्षों में यहां के दूर-दराज के इलाकों को आपस में जोड़ने के लिए, यहां के जीवन को सुगम बनाने के लिए व्यापक प्रयास किया गया है: PM @narendramodi
लटकाने और भटकाने में तो कांग्रेस को मास्टरी है।
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गैस क्रैकर प्रोजेक्ट, ढोला-सादिया पुल हो या फिर बोगीबील पुल, दशकों से लटके ऐसे अनेक काम आपके इस चौकीदार की सरकार ने ही पूरे कराए हैं: PM @narendramodi
असम के विकास के साथ-साथ यहां की पहचान, यहां की संस्कृति को सुरक्षित और संरक्षित करने के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
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जिस असम अकॉर्ड को कांग्रेस ने लटकाए रखा, उसको लागू करने का हम पूरा प्रयास कर रहे हैं: PM @narendramodi
जो प्यार और विश्वास बीते 5 वर्षों में आपने मुझे दिया है वो मेरा सौभाग्य है।
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मैंने भी पूरी ईमानदारी के साथ, पूरी निष्ठा के साथ आपकी सेवा करने की कोशिश की है: PM @narendramodi
असम को, हिन्दुस्तान को घुसपैठियों से, आतंकियों से, मुक्त कराने का काम कौन कर सकता है?
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एक तरफ दमदार चौकीदार है और दूसरी तरफ महामिलावट वाले परिवार हैं
एक तरफ असम हित और राष्ट्रहित का विचार है और दूसरी तरफ वोट के लिए किसी भी हद तक जाने वालों का कारोबार है: PM @narendramodi
बहुत से वीरों ने अपने बलिदान से असम को मजबूत किया है।
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इनकी प्रेरणा से बीते 5 वर्षों में घुसपैठियों और आतंकियों पर जिस तरह का नियंत्रण लगाया गया है, वैसे पहले कभी नहीं हुआ: PM @narendramodi
लेकिन महामिलावट करने वालों के अतीत और वर्तमान को देखें तो इतना तय है कि अगर ये लोग मजबूत हुए, तो असम को फिर पुराने दौर में ले जाएंगे: PM @narendramodi
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बुजुर्ग लोग याद करें, युवा साथी बुज़ुर्गों से पता करें, कि कांग्रेस ने कैसे असम को हर बार ठगा है,
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धोखा दिया है, असम के लोगों के विश्वास को तोड़ा है।
क्या ये सच नहीं है कि अगर सरदार पटेल ना होते, अगर श्रद्धेय गोपीनाथ बोरदोलोई ना होते तो असम की वो पहचान नहीं होती, जो आज है: PM
इनकी नीति तो ऐसी रही है कि तेज़पुर सहित देश का एक बड़ा हिस्सा सिर्फ और सिर्फ हमारे वीर सैनिकों और हमारे लोगों के हौसले के दम पर ही बच पाया।
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70 के दशक में घुसपैठ को रोकने के लिए तब की सरकार ने जिस तरह का काम किया उसका परिणाम तो असम और पूरा नॉर्थ ईस्ट भुगत ही रहा है: PM
ये जनसंघ ही था, अटल बिहारी वाजपेयी जैसे हमारे तमाम बड़े नेता ही थे, जिन्होंने बांग्लादेश की आज़ादी के समय हर मुद्दे, हर समस्या का समाधान करने के लिए आवाज़ उठाई थी।
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हमने राष्ट्रहित में बांग्लादेश की आज़ादी के लिए तब की सरकार के उठाए कदमों का समर्थन किया था: PM @narendramodi
आज की स्थिति देखिए, आज भारत अपना दम दिखा रहा है, हमारे वीरजवान अपना दम दिखा रहे हैं।
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पुरानी नीति और रीति को भारत बदल रहा है।
पूरी दुनिया भारत के साथ है, लेकिन महामिलावटी ही हिन्दुस्तान के साथ नहीं है।
चौकीदार का विरोध करते-करते, भारत का विरोध करने लगे हैं: PM @narendramodi
भारत का विरोध करने वालों का साथ असम देगा क्या?
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भारत का विरोध करने वाले असम का हित कर सकते हैं क्या?
ऐसे लोग घुसपैठ की समस्या हल कर सकते हैं क्या?
लड़ाई चाहे घुसपैठ और आतंकवाद से हो या फिर भ्रष्टाचारियों और दलालों के खिलाफ, आपका ये चौकीदार पूरी ताकत से डटा है: PM
असम और भारत का हित सिर्फ वही लोग कर सकते हैं जिनके दिल में असम बसता है, भारत बसता है: PM @narendramodi at Gohpur, Assam https://t.co/55cRJqOj1y
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चाय के बगान में काम कर रहे कामगारों के लिए भी पूरी संवेदना के साथ काम किया जा रहा है।
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आने वाले समय में इसको और विस्तार दिया जाएगा: PM @narendramodi
चाय बगान में काम करने वाले साथियों के लिए ही इस चौकीदार ने पीएम श्रमयोगी मानधन योजना बनाई है।
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इस योजना से जुड़े लोगों को 60 वर्ष की आयु के बाद हर महीने 3 हज़ार रुपए की नियमित पेंशन सुनिश्चित होगी: PM @narendramodi
असम के हित और असम की अस्मिता की रक्षा ये चौकीदार ही कर सकता है।
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कांग्रेस की नीयत होती तो इतने वर्षों में वो तमाम समस्याओं का समाधान कर सकती थी।
आपने तो यहां से प्रधानमंत्री तक दिया था: PM @narendramodi
यहां की महान संतान लासित बोरफूकन ने एक बात कही थी।
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"देहोतकोइ मोमाइ डाँगर न होइ"
मतलब ‘कोई भी मामा देश से बड़ा नहीं होता’।
लेकिन कांग्रेस के लिए हर वो मामा देश हित से बड़ा है जो उनके स्वार्थ में उनका साथ देता है: PM @narendramodi
मिशेल मामा, क्वात्रोची मामा, ऐसे अनेक मामा हैं, जिनके लिए इन्होंने देश तक को दांव पर लगा दिया: PM @narendramodi
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