5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में भारत का पूरा संविधान लागू हुआ, पूरा कानून लागू हुआ, 70 साल से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विकास में जो सबसे बड़ी रुकावट थी, वो हमने 5 अगस्त को हटा दी: प्रधानमंत्री मोदी
कांग्रेस के कुशासन में ना तो जवान सुरक्षित था, ना हरियाणा के किसान और न ही खिलाड़ियों का हित सुरक्षित था: पीएम मोदी
कांग्रेस को ना तो भारत की एकता की चिंता है और न ही बाबा साहेब अंबेडकर के दिए हुए संविधान की: प्रधानमंत्री
भाजपा की सरकार ने जो विकास किया है, वो यहां की सड़कों पर दिखता है, भाजपा की सरकार ने जो विकास किया है, वो यहां के किसानों के घर में दिखता है बढ़ा हुआ समर्थन मूल्य मिला है: प्रधानमंत्री मोदी
भाजपा संकल्प लेती है तो सिद्ध करती ही है, भाजपा जिस काम का बीड़ा उठाती है, उसको पूरा करके ही मानती है: पीएम मोदी
धारा 370 हटाकर मुझे जो सबसे बड़ा संतोष मिला है वो मैंने मेरे वीर जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज हरियाणा के गोहाना और हिसार में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया और प्रदेश की जनता से ऐतिहासिक बहुमत से श्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में एक बार पुनः सरकार के गठन की अपील की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हरियाणा की जनता ने लोक सभा चुनाव में बड़े-बड़ों का अहंकार मिट्टी में मिला दिया। जिन्हें भ्रम था कि सोनीपत, रोहतक, जींद, समेत इस पूरे क्षेत्र के मालिक हैं, उन सभी को जनता-जनार्दन ने अपना फैसला सुना दिया। जिन्होंने यहां की शांत, समर्थ और संकल्पशील बिरादरी में बंटवारे का ज़हर घोलने का प्रयास किया, उनको आपने सबक सिखा दिया। आज पूरा हरियाणा फिर एक बार भाजपा सरकार, के पक्ष में खड़ा है क्योंकि देश की जनता जानती है कि भाजपा संकल्प लेती है तो सिद्ध करती ही है। भाजपा जिस का बीड़ा उठाती है, उसको पूरा करके ही मानती है। यही कारण है कि भाजपा के संकल्प पत्र में लिखी हर बात पर जनता भरोसा करती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा की सरकार ने जो विकास किया है, वो यहां की सड़कों पर दिखता है, यहां के गरीबों के घर में दिखता है, यहां के किसानों के घर में दिखता है। भाजपा का विकास उस गरीब बहन की आंखों में दिखता है, जिसको गैस कनेक्शन मिला और घर में शौचालय बनने से इज्जत मिली, सम्मान मिला। भाजपा का विकास उन युवाओं के चेहरे पर दिखता है, जिनको कौशल विकास की सुविधा मिली और खर्ची-पर्ची के कल्चर से मुक्ति मिली। भाजपा का विकास उन उद्यमियों के आत्मविश्वास में दिखता है, जिनको मुद्रा योजना से आसान ऋण मिला, स्वरोज़गार का ज़रिया मिला। भाजपा की सरकार ने जो काम किया है, वो हर वंचित, हर शोषित, हर पिछड़े के घर में दिखता है। आज हरियाणा में अगर भाजपा के पक्ष में अभूतपूर्व समर्थन दिख रहा है, तो उसके पीछे 5 वर्षों के हमारे काम भी हैं और हमारे विरोधियों के कारनामे भी हैं। बीते 5 वर्ष में हरियाणा देश को बदलने वाली, देश में परिवर्तन की लहर पैदा करने वाली योजनाओं का साक्षी रहा है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के रूप में बहुत बड़ा जनआंदोलन हरियाणा से ही शुरु हुआ और पूरे भारत में फैला। दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना, आयुष्मान भारत- PMJAY भी हरियाणा से ही शुरु हुई और आज देशभर के गरीब परिवारों का सहारा बन रही है। आज देशभर के 50 लाख से ज्यादा गरीब मरीज़ों को इसके तहत मुफ्त इलाज मिल चुका है।

श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस को न तो भारत की एकता की चिंता है और न ही बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के दिए हुए संविधान की। कांग्रेस के कुशासन में ना तो जवान सुरक्षित था, न हरियाणा के किसान और न ही खिलाड़ियों का हित। किसान के खेत पर इन्होंने करप्शन की फसल उगाई और खेल में इन्होंने घोटालों की उपज काटी। खिलाड़ी भी वही है, प्रतिभा भी वही, संस्थाएं भी वही हैं, भाजपा की सरकार ने सिर्फ स्थितियां बदली हैं। भाजपा की सरकार ने प्रतिभा की पहचान और पारदर्शिता पर बल दिया है। हम भारत को आर्थिक महाशक्ति के साथ-साथ स्पोर्ट्स सुपरपावर बनाने के लक्ष्य पर भी काम कर रहे हैं। इसके साथ ही अपने खिलाड़ियों को हम राजनीति और राष्ट्रनीति में ज्यादा से ज्यादा भागीदार बना रहे हैं। यहां जो मशहूर पहलवान हमने दंगल में उतारे हैं, ये उसी सोच का परिणाम है।



प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से हरियाणा के लाखों किसान परिवारों को सीधी आर्थिक मदद बैंक खाते में पहुंच रही है। इतना ही नहीं, जो छोटे और मझोले किसान परिवार हैं, जो खेतों में मजदूरी करते हैं, उनके लिए मासिक पेंशन योजना भी शुरू हो चुकी है। मैं हरियाणा में जहां भी जाता हूं, एक बात तो विरोधियों के मुंह से भी अक्सर सुनता हूं कि खर्ची और पर्ची के कांग्रेसी कल्चर से हरियाणा मुक्त हो चुका है। उद्योग हो या रोज़गार निर्माण, इसका सीधा संबंध इंफ्रास्ट्रक्चर है। हरियाणा में आज अगर उद्योगों का दायरा बढ़ रहा है, तो इसका कारण है यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में हो रहा सुधार। मनोहर लाल खट्टर जी की सरकार ने एक और क्षेत्र में प्रशंसनीय काम किया है और ये काम है बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में। आज हरियाणा बेटियों की रक्षा, सुरक्षा और शिक्षा के लिए एक प्रेरणा का स्थान बन गया है। स्कूलों में बच्चियों के लिए अलग टॉयलेट हो, गांव-गांव में शौचालय की व्वयस्था हो, महिला कॉलेजों की संख्या हो, गरीब बहनों के घर में उज्जवला गैस पहुंचाने का काम हो, हर क्षेत्र में हरियाणा सरकार ने सराहनीय काम किया है। देश की सुरक्षा के लिए, देश के अन्नदाता-किसान के लिए, देश के जन सामान्य की भलाई के लिए ही हमें निरंतर काम करना है। 

श्री मोदी ने कहा कि अभी हाल ही में हरियाणा की जनता ने एक वीडियो देखा जिसमें संसद के परिसर में खड़े-खड़े कांग्रेस के नेता हरियाणा के नेता को आंखे दिखा रहे थे। मैं हैरान था, हरियाणा का नेता बेचारा हाथ जोड़कर कर कह रहा था और वो आंखे दिखा रहे थे। क्या ऐसा हरियाणा का अपमान आप सहन करेंगे? क्या ऐसी कांग्रेसी नेतागिरी हरियाणा का गौरव बढ़ा सकती है। दूसरी तरफ जेजेपी का तो दायरा ही बहुत सीमित है और उनकी विचारधारा भी सिकुड़ती जा कही है। जो लोग अपने स्वार्थ के लिए अपने दलों तक को अस्थिर कर सकते हैं, क्या वे हरियाणा को स्थिरता दे सकते हैं? क्या वे हरियाणा के समाज को एकजुट कर सकते हैं? निजी हित ही जिनके लिए सबसे ऊपर हैं, ऐसे लोग क्या राष्ट्रहित के बारे में सोच सकते हैं? इनकी राजनीति और रणनीति दोनों को हरियाणा की जनता ठुकरा चुकी है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा को एकजुट रखने वाली और सामाजिक सद्भाव के लिए काम करने वाली सरकार दी। भाजपा ने हरियाणा को जात-बिरादरी और क्षेत्र के आधार भेदभाव करने के बजाय, सबका साथ, सबका विकास करने वाली सरकार दी।

 

श्री मोदी ने कहा कि हरियाणा का तो मतलब ही है किसान, जवान और पहलवान। अखाड़ा चाहे कुश्ती का हो या फिर युद्ध का मैदान, भारत माता की जय बोलने में, तिरंगे की शान को बुलंद करने में हरियाणा का नौजवान सबसे आगे रहा है। आपको याद होगा कि 05 अगस्त 2019 को जो हुआ, उसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था, जिसकी देश ने एक तरह से उम्मीद ही छोड़ दी थी। 70 साल से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विकास में जो सबसे बड़ी रुकावट थी, उसे हमने 5 अगस्त को हटा दिया और जम्मू-कश्मीर में भारत का पूरा संविधान लागू हुआ। तभी से कांग्रेस वालों के पेट में ऐसा दर्द उठा है कि कोई दवा काम नहीं कर पा रही। पेट दर्द कांग्रेस की लाइलाज बीमारी बन गई है। उन्होंने कहा कि हम स्वच्छ भारत की बात करते हैं तो कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है। हम सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं तो कांग्रेस का पेट दर्द इतना बढ़ जाता है कि पूछिए मत और जब गलती से कोई बालाकोट का नाम ले लेता है तो कांग्रेस दर्द के मारे उछलने लगती है, छटपटाने लगती है। अब तो देश भी ये जान गया है कि कांग्रेस को ये दर्द होता क्यों है, कांग्रेस की हमदर्दी किसके लिए है। उन्होंने कहा कि देश की जनता ने देखा है कि कांग्रेस के नेताओं के कश्मीर पर बयान का पाकिस्तान ने किस तरह इस्तेमाल किया। कांग्रेस ने मोदी को घेरने के लिए जो झूठे दावे किये, उन्हीं दावों को पकड़कर पाकिस्तान ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया। एक तरफ दर्द, दूसरी तरफ हमदर्द। पाकिस्तान के साथ ये केमिस्ट्री कांग्रेस की ही हो सकती है। इसके साथ ही, बड़ी बात ये भी है कि कांग्रेस में भी जो आर्टिकल-370 को हटाने के सबसे मुखर विरोधी रहे हैं, उनको हरियाणा का जिम्मा दे दिया गया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को हरियाणा की उन बहन-बेटियों की संवेदना का बिल्कुल ख्याल नहीं है जिन्होंने अपने सपूतों को, अपने सुहाग को, अपने पिता को मां भारती के लिए शहीद होते हुए देखा है। कांग्रेस को हरियाणा के उन वीर सपूतों की भावनाओं से बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता जो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की सुरक्षा के लिए वहां डटे हुए हैं। कांग्रेस को उन दलितों, पिछड़ों की संवेदनाओं की भी चिंता नहीं है जिन्हें आज़ादी के सात दशक तक जम्मू कश्मीर में उनके जायज अधिकार से वंचित रखा गया। जिन्हें मां की चिंता नहीं है, माटी की चिंता नहीं है, संविधान की मर्यादा की चिंता नहीं है, उनकी चिंता हरियाणा कभी नहीं करेगा। 

श्री मोदी ने कहा कि पहले भारत के हक का पानी पाकिस्तान बह जाता था, लेकिन हरियाणा के काम नहीं आता था पर अब ये नहीं होगा। अब भारत का पानी, भारत के ही काम आएगा। इसके लिए हर ज़रूरी कदम हमने उठाने शुरु कर दिए हैं। इतना ही नहीं, हर घर, हर खेत को पर्याप्त जल मिले, इसके लिए भारत के इतिहास का सबसे बड़ा जल अभियान शुरु किया गया है। जल जीवन मिशन, के तहत आने वाले 5 वर्षों में सिर्फ पानी पर ही, साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए खर्च करने की योजना पर काम शुरु हो चुका है। इसका लाभ हिसार को भी मिलेगा, पूरे हरियाणा को भी मिलेगा। हमारा प्रयास है कि देश के किसानों को सिर्फ मौसम की मेहरबानी के भरोसे ना रहना पड़े। गांव-गांव में पानी की जो हमारी पुरानी व्यवस्थाएं थीं, उनको फिर से जिंदा करना ज़रूरी है। हम घरों के पानी की रिसाइक्लिंग करने, वो खेत में सिंचाई के काम आए, ऐसी व्यवस्थाएं खड़ा करना चाहते हैं। मुझे विश्वास है कि साल 2024 तक देश इसमें ज़रूर सफल होगा। ये पहली बार हुआ है, जब किसान को बीज से लेकर बाज़ार तक के संपूर्ण समाधान मिल रहे हैं। ये पहली बार हुआ है, जब मंडियों को तकनीक से जोड़ने के लिए, पारदर्शी सिस्टम बनाने के लिए गंभीर प्रयास हो रहे हैं। ये पहली बार हुआ है, जब हर किसान परिवार के बैंक खाते में नियमित, सीधी मदद दी जा रही है। ये पहली बार हुआ है, जब किसान को लागत का डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य तय हुआ है। ये पहली बार हुआ है, जब छोटे किसान परिवारों को, खेत मजदूरों को 3 हज़ार रुपए की नियमित पेंशन की सुविधा मिली है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों के साथ-साथ हमने अपने उद्यमियों को, अपने व्यापारियों का जीवन आसान बनाने का प्रयास किया है। व्यापारियों को बेवजह की पूछताछ-छानबीन से बचाने के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान आपसे हमने राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड बनाने का वादा किया था। मैं आपको बता दूं कि इस वचन को हमने पूरा कर दिया है। इससे हरियाणा सहित पूरे देश के करोड़ों व्यापारी बहन-भाइयों को लाभ होगा। ये बोर्ड व्यापारियों और उनके साथ काम करने वाले कर्मचारियों के कल्याण के लिए सुझाव देगा, उनसे जुड़ी समस्याओं को सुलझाने में मदद करेगा। छोटे दुकानदारों को, छोटे उद्यमियों को 60 वर्ष की आयु के बाद नियमित पेंशन का वादा भी हम पूरा कर चुके हैं।

श्री मोदी ने कहा कि हरियाणा का विकास आने वाले 5 वर्षों में और तेज होने वाला है। दिल्ली में भाजपा और हरियाणा भाजपा, ये डबल इंजन की ताकत हरियाणा के विकास को नई ऊंचाई देने वाली है। इसके लिए 21 अक्टूबर को आपको अपना दायित्व निभाना है। लोकसभा चुनाव के दौरान जो प्रचंड समर्थन आपने दिया था, उससे भी ज्यादा आशीर्वाद आपको इस बार देना है। 

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।