प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में किसान कल्याण रैली को संबोधित किया। बारिश के बावजूद भारी संख्या में लोग प्रधानमंत्री का भाषण सुनने आए थे। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, “सरकार आपकी आवश्यकताओं को समझते हुए, आपका जीवन कैसे आसान बने इसके लिए नीतिगत निर्णय लेने, रणनीति में बदलाव करने और आखिरी छोर के व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के लिए निरंतर काम कर रही है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “किसान अन्नदाता है, गांव देश की आत्मा है। कोई भी समाज तब तक आगे नहीं बढ़ सकता है, जब तक किसान उपेक्षित रहता है। देश तब आगे बढ़ता है, जब गांव आगे बढ़ता है। गांव की समृद्धि को ताकत देने का काम दिल्ली की भाजपा सरकार ने किया है।”
खरीफ की फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी के फैसले का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह निर्णय पश्चिम बंगाल के किसानों को नई ताकत देने वाला है। उन्होंने कहा कि पहले भी किसानों ने हर सरकार से एमएसपी में बढ़ोतरी की मांग की, इसके लिए आंदोलन किए, लेकिन उनकी मांगों को नहीं माना गया। केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद फसल की लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देने का निर्णय लिया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि धान की एमएसपी में प्रति क्विटंल 200 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, मक्के की एमएसपी में 275 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। मक्के के अलावा ज्वार, रागी जैसे पौष्टिक अनाज के लिए भी लागत से ऊपर 50 प्रतिशत का लाभ सुनिश्चित किया गया है। श्री मोदी ने बताया कि जूट की एमएसपी में 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। 2014 में जूट की प्रति क्विंटल कीमत 2,000 रुपये थी, हमने इसमें 1700 रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी की है। इस फैसले से पश्चिम बंगाल के जूट उत्पादक किसानों को फायदा हुआ है।
श्री मोदी ने बताया कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए काम किया जा रहा है। सरकार खेती के साथ ही मधुमक्खी पालन,मछली पालन, पशुपालन, बांस की खेती से किसानों को जोड़ कर उनकी आय को दोगुना करने के संकल्प के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बांस को पेड़ की श्रेणी से हटाकर घास की श्रेणी में कर दिया है। इस फैसले के बाद किसान अपने खेत की मेढ़ पर बांस उगा सकता है और बेच भी सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाजार में सुधार कैसे आए, किसान जो बेचता है उसके सही दाम कैसे मिलें, बीज से लेकर बाजार तक चाहे सॉयल टेस्टिंग हो, इरिगेशन हो, यूरिया की उपलब्धता हो, बीज की क्वालिटी हो हर क्षेत्र में काम किया गया है। आज एक मोबाइल के सहारे किसान eNAM के माध्यम से जहां ज्यादा दाम हो, वहां अपनी उपज बेच सकता है। बंगाल में आलू की बंपर पैदावार और भंडारण की व्यवस्था नहीं होने से आलू की भारी बर्बादी का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने किसान संपदा योजना के तहत हजारों करोड़ का बजट भंडारण व्यवस्था में लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ऑपरेशन ग्रीन चला रही है, TOP योजना लाई है, ताकि टोमैटो, ओनियन और पोटैटो की पैदावार करने वालों को लाभ मिले।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि खेती में मार्केटिंग रिफॉर्म पर भी बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है, आशा है कि पश्चिम बंगाल की सरकार भी इसे लेकर बड़े कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि देश का किसान समृद्ध हो, आधुनिक खेती करने लगे और टेक्नोलॉजी का उपयोग क़ृषि में सही तरीके से किया जाए। पीएम मोदी ने कहा कि आज ब्लू रिवॉल्यूशन में भी बंगाल के किसान बड़ी ताकत के साथ शामिल हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार का क्या हाल है, उसे सभी भलीभांति जानते हैं। यहां किसान को लाभ नहीं है, गरीब का विकास नहीं है, नौजवान को नए अवसर नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मां-माटी-मानुष की बातें करने वालों का पिछले 8 सालों का चेहरा और उनका सिंडिकेट आज बंगाल के लोगों को अच्छी तरह से पता चल चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह जबरन वसूली, किसानों के लाभ को छीनने, अपने विरोधियों की हत्या का षड्यंत्र रचने, गरीबों पर अत्याचार करने और सत्ता को किसी भी तरह बनाए रखने का सिंडिकेट है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में इस सिंडिकेट की मर्जी के बिना कुछ भी नहीं होता है। उन्होंने कहा, “चाहे नई कंपनी बनानी हो, नया अस्पताल, सड़क, स्कूल बनाना हो, बिना सिंडिकेट को चढ़ावा दिए राज्य में कुछ भी नहीं हो सकता है। यही सिंडिकेट तय करता है कि किसान अपनी फसल कहां बेचे और कितने में बेचे।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दशकों के वामपंथी शासन ने पश्चिम बंगाल को जिस हाल में पहुंचाया था, आज राज्य की मौजूदा सरकार ने उसे और बदतर बना दिया है। जिस धरती से वंदे मातरम और जन गण मन की गूंज उठी, उस महान धरती को यह राजनीतिक सिंडिकेट अपनी वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए बार-बार अपमानित कर रहा है। पीएम मोदी ने राज्य में पिछले दिनों हुए पंचायत चुनाव में हुई हिंसा का भी जिक्र किया और पंचायत चुनाव में भाजपा को समर्थन के लिए राज्य की जनता का आभार जताया।
देश आज परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन के समय, जिस प्रकार एक संकल्प लेकर उसे सिद्ध किया गया था, वैसे ही इस समय देश संकल्प से सिद्धि की यात्रा पर है।सवा सौ करोड़ भारतीय मिलकर न्यू इंडिया के अपने सपने को सच करने के लिए प्रयास कर रहे हैं: PM #BengalWithModi
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किसानों को लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने का ऐतिहासिक फैसला हमारी सरकार ने लिया है: PM @narendramodi #BengalWithModi https://t.co/wrrwLLvwuQ
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किसान हमारे अन्नदाता और गांव हमारे देश की आत्मा हैं। कोई भी समाज तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, अगर किसान उपेक्षित हों। कोई भी देश तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, अगर गांव अविकसित हों: PM @narendramodi #BengalWithModi https://t.co/wrrwLLvwuQ
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किसान को लाभ नहीं, गरीब का विकास नहीं, नौजवान को नए अवसर नहीं, ‘जगाई उन्नयन और मधाई उन्नयन’ पश्चिम बंगाल की अब नई पहचान बनता जा रहा है: PM @narendramodi #BengalWithModi
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मां-माटी-मानुष की बात करने वालों का पिछले 8 साल में असली चेहरा, उनका सिंडिकेट सामने आ चुका है: PM #BengalWithModi
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ये सिंडिकेट है जबरन वसूली का, ये सिंडिकेट है किसानों से उनका लाभ छीनने का, ये सिंडिकेट है अपने विरोधी की हत्या करने वालों का, ये सिंडीकेट है गरीब पर अत्याचार करने का: PM #BengalWithModi
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ये सिंडिकेट है अपने वोटबैंक के लिए, सत्ता में बने रहने के स्वार्थ के लिए, पश्चिम बंगाल के बाकी लोगों को नजरअंदाज कर देने का: PM #BengalWithModi
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सिंडिकेट की मर्जी के बिना पश्चिम बंगाल में कुछ भी करना मुश्किल हो गया है। नई कंपनी खोलनी हो, नए अस्पताल खोलने हों, नए स्कूल खोलने हों, नई सड़क बनानी हो, बिना सिंडिकेट को चढ़ावा दिए, उसकी स्वीकृति लिए, कुछ भी नहीं हो सकता: PM @narendramodi #BengalWithModi https://t.co/wrrwLLvwuQ
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दशकों के वामपंथी शासन ने पश्चिम बंगाल को जिस हाल में पहुंचाया, आज हालात उससे भी बदतर होते जा रहे हैं: PM @narendramodi #BengalWithModi
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छोटे उद्यमी हों या फिर बड़े कारोबारी, यहां पर उनके लिए पार्टी और प्रशासन के बीच का फर्क मिटा दिया गया है। ऐसे में राज्य में कर्ज की स्थिति, निवेश की स्थिति, किसी से छिपी नहीं है: PM #BengalWithModi
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