प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आज गुजरात फोरेनसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए।
उन्होंने विश्वविद्यालय तथा इनके विद्यार्थियों को पथ प्रदर्शक बताया। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा एक ऐसा विषय चुनने की सराहना की जो परंपरारिक रूप से गैर-परंपरागत विषय समझा जाता है। लेकिन आज के युग में इस विषय का काफी अधिक महत्व है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आत्मविश्वास और दृढता के इन गुणों से विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मजबूत फोरेनसिक विज्ञान व्यवस्था होने से नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपराध पर नियंत्रण करने में उसी तरह मदद मिलती है जिस तरह कारगर पुलिस बल और कारगर न्यायपालिका से सहायता मिलती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यक्ति के लिए यह भय होना महत्वपूर्ण है कि अपराध करने पर वह पकड़ा जा सकता है। यहां फोरेनसिक विज्ञान का महत्व बढ़ जाता है।
उन्होंने फोरेनसिक विशेषज्ञों से दोषियों को दंडित करने के उद्देश्य से न्यायिक प्रणाली को मदद देने के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग का उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया आने वाले समय में हम महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों सहित घृणित अपराधों को रोकने में सफल होंगे।
उन्होंने विद्यार्थियों से विश्व को बेहतर बनाने के लिए प्रगतिशील परिवर्तन करने को कहा। उन्होंने विद्यार्थियों की उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
It is a matter of pride that in a short time, GFSU has achieved such a bench-mark of academic excellence that the National Assessment and
— PMO India (@PMOIndia) August 23, 2018
Accreditation Council has awarded this University an ‘A’ Grade: PM
पुलिस, फोरेंसिक साइंस और ज्यूडिशियरी,
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ये तीनों ही criminal justice delivery system के अभिन्न अंग होते हैं।
किसी भी देश में ये तीनों अंग जितने ज्यादा मजबूत होंगे, उतना ही वहां के नागरिक सुरक्षित रहेंगे और आपराधिक गतिविधियां नियंत्रण में रहेंगी: PM
इसी सोच के साथ बीते वर्षों में गुजरात में एक holistic अप्रोच के साथ इन तीनों स्तंभों को विकसित करने का कार्य शुरू हुआ था।
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रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी, नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी और फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी।
यानि एक तरह से कानून-व्यवस्था से जुड़ा complete package: PM
आज के बदलते समय में अपराधी अपने अपराध को छिपाने के लिए, बचने के लिए जिस तरह के तरीके अपना रहे हैं,
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उस स्थिति में, ये उतना ही महत्वपूर्ण हो जाता है कि हर व्यक्ति को ये ऐहसास हो कि अगर वो कुछ गलत करेगा, तो पकड़ा जरूर जाएगा: PM
पकड़े जाने के भय की ये भावना, और अदालत में उसका अपराध साबित होने का डर,
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अपराध को नियंत्रण में रखने में बहुत मददगार साबित होता है और
यहीं पर फॉरेन्सिक साइंस की भूमिका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है: PM
Criminals and ways of committing crime are constantly changing.
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In order to deal with rapidly changing crime scenario you also have to develop newer techniques to make it clear that criminals will not be spared: PM
I call upon forensic experts to help the judicial system by using DNA profiling
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as much as possible so that culprits get punished immediately and the victims get justice: PM
Looking at the importance of DNA technology in forensic investigation, our government has approved the DNA Technology (Use and Application) Regulation Bill 2018.
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Through this bill, we will ensure that all DNA tests remain reliable and the data is safe: PM
Swami Vivekananda used to say each soul is potentially divine.
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Each one of us has tremendous strength that is waiting to be explored.
The first step towards manifesting this strength is to believe.
Believe in yourself
Believe in your abilities
Believe in your potential: PM
Your education and intelligence has trained you to think out of the box.
— PMO India (@PMOIndia) August 23, 2018
Ensure that you use these skills not only to keep pace with the changes around us,
but also to drive progressive changes that make our world a better place.
Generations to come will thank you for it: PM