प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत की विशाल विविधता इसकी अपनी विशेषता, गौरव और ताकत में है। इंग्लैंड के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून की उपस्थिति में ब्रिटिश-भारतीय समुदाय की विशाल सभा को वेम्बले स्टेडियम लंदन में संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सिख समुदाय और भारत की सूफी परम्परा के महान योगदान का जिक्र किया। कल लंदन में सिख समुदाय के साथ अपनी बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने इन लोगों के दर्द को साझा किया, उनकी समस्याओं को समझा और वे उनके समाधान के लिए कार्य कर रहे हैं।
एक घंटे से अधिक समय तक चले अपने भाषण में भारत के विजन की व्याख्या करते हुए प्रधानमंत्री ने अलवर राजस्थान के रहने वाले इमरान खान का जिक्र किया, जिसने लगभग 50 शिक्षा एप तैयार करके उन्हें मुफ्त वितरित किया। उन्होंने हरियाणा के एक सरपंच को भी स्मरण किया, जिसने उनके बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ आह्वान की प्रतिक्रिया में बेटी के साथ सेल्फी सहित इस अभियान में भाग लिया, जो वैश्विक रूप से सफल हुई। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत के विजन के कारण भारत का भविष्य उज्जवल है और यह इमरान खान का भारत है, जिसने शिक्षा एप के सृजन करके उन्हें मुफ्त वितरित किया और उस सरपंच का भी भारत है, जिसने अपनी बेटी के साथ सेल्फी अभियान के माध्यम से सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत में ऐसे अनगिनत लोग हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व के सभी प्रमुख धर्म भारत में बड़ी संख्या में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि भारतवंशी इन मूल्यों को अपने साथ जहां जाते हैं वहीं ले जाते हैं। इसलिए वे भारत के महान दूत हैं।
प्रधानमंत्री ने भारतीय नागरिकों के जीवन में बदलाव लाने के लिए स्वच्छ भारत और स्वच्छ ऊर्जा पर अपनी विशेष योजनाओं और अपनी सरकार की अब तक की पहलों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक सौर ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए प्रचुर मात्रा में सौर विकिरण से संपन्न देशों के साथ वैश्विक “सौर गठबंधन” का नेतृत्व करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो भारत आप टीवी के पर्दों और समाचार पत्रों की सुर्खियों में देखते हैं वह उससे कहीं बड़ा और अधिक महान है।