श्रीलंका के महिंदा राजपक्षे के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने श्रीलंका की हिरासत में भारतीय मछुआरों के मुद्दे को उठाया।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि ये एक मानवीय मुद्दा है और इससे संवेदनशीलता के साथ निपटा जाना चाहिए। उन्होंने हाल में तमिल नेशलन एलायंस के प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई उनकी बैठक का भी जिक्र किया, और ये बताया कि उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि आगे बढ़ने के लिए बातचीत ही सबसे बढ़िया तरीका है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के साथ बैठक में तीस्ता जल मुद्दा और भू-सीमा समझौते पर चर्चा हुई। श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भू-सीमा समझौते पर संसदीय समिति पहले ही विचार कर रही है। तीस्ता के मामले में प्रधानमंत्री ने कहा कि सहमति बनाने के लिए प्रयास हुए हैं। प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को पूर्वोत्तर में खाद्यान्न ले जाने के लिए रास्ता देने के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें भरोसा दिलाया कि इस बारे में अगर किसी विशेष ढांचागत परियोजना के लिए सहायता की जरूरत होगी तो भारत उसके लिए तैयार है।
नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ बैठक में प्रधानमंत्री की हाल में नेपाल यात्रा के दौरान लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन पर फोकस था। दोनों पक्षों ने अब तक हुई प्रगति पर संतुष्टि जताई।
Its always great to meet leaders of neighbouring countries. Met @PresRajapaksa, PM Sheikh Hasina & PM Sushil Koirala. https://t.co/KcI2ipDLLa
— Narendra Modi (@narendramodi) September 28, 2014