प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से आज आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर विश्व जल यात्रा पर जाने वाली भारतीय नौसेना की छह महिला अधिकारियों ने मुलाकात की।
विश्व का यह पहला भारतीय विश्व जल यात्रा पोत है, जिसकी सभी क्रू-सदस्य महिलाएं हैं। वे इस महीने के उत्तरार्द्ध में गोवा से अपनी यात्रा शुरू करेंगी और वैश्विक नाविक यात्रा पूरी होने के उपरान्त इनके मार्च, 2018 में वापस लौटने की संभावना है। इस अभियान को नाविका सागर परिक्रमा का नाम दिया गया है। यह परिक्रमा पांच चरणों में होगी, जिसमें 4 बन्दरगाह: फ्रेमन्टल (आस्ट्रेलिया), लिटलेटन (न्यूजीलैंड), पोर्ट स्टेनले (फॉकलैण्डस) और केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका)।
आईएनएसवी तारिणी 55 फुट आकार का जलपोत है, जिसका निर्माण भारत में हुआ है और इसे इस वर्ष भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।
प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के दौरान क्रू-सदस्यों ने अपनी आगामी समुद्री यात्रा का ब्यौरा दिया। प्रधानमंत्री ने महिला क्रू-सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे दुनिया की यात्रा के बारे में उनकी प्रगति की जानकारी लेते रहेंगे। उन्होंने क्रू-दल को उत्साहित करते हुए कहा कि वे भारत की क्षमताओं और ताकत से दुनिया भर को अवगत कराएं। उन्होंने इस यात्रा के सफलतापूर्वक पूरा हो जाने के पश्चात उन्हें लिखने और अपने-अपने अनुभवों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया।
जलपोत का संचालन ले. कमाण्डर वर्तिका जोशी करेंगी और क्रू के सदस्यों में ले. कमाण्डर प्रतिभा जामवाल, पी. स्वाति और ले. एस. विजया देवी, बी. एश्वर्या और पायल गुप्ता शामिल हैं।