प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि देश की समुद्री क्षमता इसे एक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उभरने के लिए महत्वपूर्ण घटक है। प्रधानमंत्री नई दिल्ली में ''प्री मॉडर्न कच्छी नेविगेशन टेक्नीक्स एंड वॉयजेज'' नामक पुस्तक का विमोचन कर रहे थे। उन्होंने अपनी हाल की हिंद महासागर के देशों की यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने इसे उन देशों के साथ संबंधों में नई जान डालने का एक प्रयास बताया जिनके साथ भारत महासागर साझा करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐतिहासिक दृष्टि से भारत एक मज़बूत समुद्री शक्ति है जो उसे आर्थिक ताकत देती है।
यह पुस्तक गुजराती पाण्डुलिपि ''मलाम नी पोथिस'' के संग्रह का वर्णन और लिप्यंतरण है जिसमें गुजरात की आधुनिकता-पूर्व नौवहन प्रौद्योगिकी का वर्णन है। इस पुस्तक में कच्छ के मलाम (नाविकों) द्वारा शुरू किए गए अभियानों का चित्रण है। मूल पोथिस 17 से 19वीं शताब्दी के बीच के हैं।
इस पुस्तक का लिप्यंतरण और संपादन श्री अशोक बी. राजशिरके ने किया है। यह राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली और इतिहास के अनुसंधान और अध्ययन के लिए एक प्रतिष्ठान- दर्शक इतिहास निधि का सम्मिलित प्रयास है।
प्रधानमंत्री ने इस पुस्तक को तैयार करने से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी और कहा कि इस तरह के प्रयास प्रत्येक ऐसी संस्कृति का अनिवार्य अंग है जो इतिहास के बारे में सजग है।
इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा और दर्शक इतिहास निधि के अध्यक्ष श्री हसमुख शाह भी मौजूद थे।