प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत 125 करोड़ लोगों के प्रयासों से अपना जीर्णोद्धार करेगा। वे आज मुम्बई में सर एच एन रिलाएंस फांउंडेशन और अनुसंधान केंद्र के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह 90 वर्ष पुराने अस्पताल का जीर्णोद्धार किया गया है, वैसे ही भारत का भी कायाकल्प किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने भारत के स्वास्थ्य सूचकांकों, जैसे शिशु मृत्युदर और प्रसूती मृत्युदर, में कमी पर चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि यदि एक बच्चा बोरवैल में गिर जाता है तो समूचे राष्ट्र को चिंता होती है, लेकिन हमें हजारों उन बच्चों के प्रति भी जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है जो प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की वजह से मौत के मुंह में चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि समाज और सरकार को मिल कर सबसे निर्धन लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उचित लागत पर उपलब्ध कराने को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा रि रिलाएंस फाउंडेशन अस्पताल इसी दिशा में एक कदम है।
प्रधानमंत्री ने निवारक स्वास्थ्य देखभाल पर नए सिरे से बल देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि उपचार महंगा है जबकि निवारक उपायों पर लागत कम आती है। उन्होंने कहा कि सभी के लिए स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना निवारक स्वास्थ्य देखभाल का सबसे बड़ा स्रोत है। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार को हाथ धोने का अभियान चलाने के लिए बधाई दी।
उन्होंने पास पड़ोस में स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान देने के लिए रिलाएंस फाउंडेशन की सराहना की। श्रीमती कोकिलाबेन अम्बानी ने प्रधानमंत्री को एक स्मृति चिन्ह भेंट किया।
रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती नीता अम्बानी ने स्वागत भाषण दिया और अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया। श्री मुकेश अम्बानी ने आभार व्यक्त किया। दिया। महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री सी, विद्यासागर राव, श्री अमिताभ बच्चन, श्री सचिन तेंदुलकर, राज्यसभा सांसद श्री परिमल नाथवानी और कई अन्य सम्मानित मेहमान और अम्बानी परिवार के सदस्य भी मौजूद थे।