प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में पहले आदिवासी कार्निवल फेस्टिवल का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने आदिवासियों के जीवन को नजदीक से देखा है। उन्हें मालूम है कि आदिवासी कितने अभाव में जीते हैं, फिर भी कोई शिकायत नहीं करते, जीने की यह कला शहरवासियों को आदिवासियों से सीखनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने आदिवासी उत्पाद, इलाज की परंपरागत विधा को आधुनिक ढर्रे पर ढालने पर जोर दिया, जिससे आदिवासियों के व्यापार में बढ़ोतरी हो सके। साथ ही प्रधानमंत्री ने ये भी बताया कि केंद्र सरकार योजना बना रही है, जिसमें प्रत्येक 100 गांवों में एक ग्रोथ सेंटर बनाया जाएगा। यहां आदिवासियों को व्यापार करने की सभी आधुनिक सुविधाएं मिलेगी।
श्री मोदी ने आगे कहा कि अगर जंगल को कोई बचा सकता हैं तो वो सिर्फ आदिवासी ही हैं। साथ ही प्रधानमंत्री ने ताज्जुब व्यक्त किया कि आजादी के 50 साल बाद भी जनजातीय लोगों के लिए कोई मंत्रालय नही था, लेकिन वाजपेयी सरकार ने ही अलग से जनजातीय मंत्रालय बनाया।