प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज झारखंड के खूंटी में जिला अदालत परिसर में छत पर लगने वाले 180 केवी की क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर एक विशाल सभा, जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाएं भी शामिल थीं, को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गांधी जयंती का यह मौका सौर उर्जा परियोजना को शुरू करने के लिए सबसे उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अपने विचारों और कर्मों से हमेशा प्रकृति से सद्भाव बना कर जीने का रास्ता दिखाया।
प्रधानमंत्री ने अपने हाल के संयुक्त राष्ट्र के दौरे के बारे में बताया और कहा कि वहां मौजूद दुनिया भर के नेताओं ने वैश्विक तापमान वृद्धि और इससे मानवजाति को होने वाले खतरे पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि भारत इसके लिए जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि हमारे पूर्वजों ने कभी भी हमें प्रकृति को नुकसान पहुंचाना नहीं सिखाया। हालांकि प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इस संकट से मानवता को बचाने के लिए भारत अपना पूरा सहयोग देगा। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा का प्रयोग इसी दिशा में एक कदम है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कोल भंडार भरपूर झारखंड की एक जिला अदालत सौर ऊर्जा से चले यह अपने आप में काफी महत्वपूर्ण पहलकदमी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां ऐसे कई उदाहरण हैं कि अदालतों में बिजली नहीं होने से न्याय देने के काम में बाधा आती है। अदालत परिसर में सौर ऊर्जा होने से इस तरह की परिस्थितियों से निजात मिलेगा। प्रधानमंत्री ने लोगों से एलईडी बल्बों का इस्तेमाल करने और बिजली व बिजली का बिल कम करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि देश ने अभी हाल ही में 1965 के भारत-पाक युद्ध में भारत की जीत की स्वर्ण जयंती मनाया है। देश ने यह युद्ध उस समय जीता जब श्री लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री थे। उन्होंने अपने हाल के ताशकंद यात्रा का जिक्र किया जहां उन्होंने श्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने दुमका में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत विशाल ऋण शिविर का उद्घाटन किया और 5 लाभार्थियों को मुद्रा कार्ड व ऋण संबंधी कागज सौंपे। उन्होंने खूंटी व दुमका, दोनों जगहों पर बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी पर खुशी जाहिर की और कहा कि इससे पता चलता है कि झारखंड के लोग विकास के लिए कितने लालायित हैं। विश्व बैंक की हालिया रिपोर्ट जिसमें झारखंड को ‘आसानी से काम करने वाला राज्य’ कहा गया है, प्रधानमंत्री ने इसके लिए राज्य सरकार व लोगों को इस प्रगति के लिए बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 42 लाख लोगों को ऋण देने की घोषणा की, जिस पर 26,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे लघु उद्मियों को अपना व्यापार बढ़ाने और साहूकारों के चंगुल से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने बताया कि लाभार्थियों में 20 लाख महिलाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि खुद से ‘सब्सिडी त्याग’ करने के अभियान के तहत 31 लाख लोगों ने एलपीजी सब्सिडी लेनी छोड़ दी है। 3 बीपीएल परिवारों को एलपीजी कनेक्शन सौंपते हुए प्रधानमंत्री ने उन सभी लोगों का धन्यवाद किया जिन्होंने एलपीजी सब्सिडी त्याग की है, जिसकी वजह से जरूरतमंद गरीबों को इसका लाभ मिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने दुमका जिले के ऐतिहासिक मलूती मंदिर परिसर के संरक्षण व विकास परियोजना का ऑनलाइन उद्घाटन किया।
खूंटी व दुमका के कार्यक्रमों में झारखंड की राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास भी उपस्थित रहे। दुमका के कार्यक्रम में पेट्रोलियम राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेंद्र प्रधान व वित्त राज्य मंत्री श्री जयंत सिन्हा भी मौजूद रहे।