सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर ''एकता दौड़'' को झंडी दिखाकर रवाना करने के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ''एक भारत - श्रेष्ठ भारत के मंत्र की याद दिलायी और कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने हमें ''एक भारत'' (संगठित भारत) प्रदान किया और हम सभी को मिलकर ''श्रेष्ठ भारत'' (सबसे आगे भारत) का निर्माण करना चाहिए. वे नई दिल्ली में राजपथ पर एकत्र युवाओं और जीवन के सभी क्षेत्रों से सम्बद्ध लोगों को संबोधित कर रहे थे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल की जयंती एक प्रेरक क्षण है. जो राष्ट्र इतिहास को भूल जाता है वह इतिहास का निर्माण नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि भारत की गौरवशाली विरासत इसके महत्वाकांक्षी युवाओं को हमेशा प्रेरित करती रहेगी. उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि भारत की समृद्ध विरासत को वैचारिक आधार पर विभाजित नहीं किया जा सकता. उन्होंने श्रीमती इंदिरा गांधी का भी स्मरण किया और कहा कि आज उनकी पुण्य तिथि है. स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल के योगदान की चर्चा करते हुए श्री मोदी ने सरदार पटेल और महात्मा गांधी के बीच संबंधों की तुलना स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण परहंस के बीच संबंधों के साथ की.
प्रधानमंत्री ने अखंड भारत के चाणक्य के लक्ष्य की भी याद दिलायी और कहा कि सरदार पटेल ने अपनी दूरदर्शिता के बल पर उनके सपने को वास्तविकता का रूप दिया.
भारत की विविधता में एकता के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विविधता हमारी शक्ति है. श्री मोदी ने कहा कि भारत के लोगों को विविधता में एकता की इस बेजोड़ ताकत की रक्षा करने के लिए हमेशा सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने इस बात पर खेद प्रकट किया कि तीस वर्ष पहले विविधता में एकता के भारत के तान-बाने पर उस समय हमला हुआ जब एक समुदाय विशेष के लोगों को लक्ष्य बनाया गया.
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर एकत्र लोगों को एकता की शपथ दिलायी और बाद में एकता दौड़ को झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे एकता के लिए दौड़े और एकत्र युवाओं ने बड़े उत्साह के साथ इंतजार किया कि प्रधानमंत्री दौड़ का नेतृत्व करें. अंतत: प्रधानमंत्री ने एकता दौड़ का नेतृत्व किया और युवाओं ने उनका अनुसरण किया.
केन्द्रीय मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज, श्री वेंकैया नायडू और श्री रवि प्रसाद तथा दिल्ली के उपराज्यपाल श्री नजीबजंग भी इस अवसर पर मौजूद थे.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने संसद मार्ग पर सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.
नई दिल्ली स्थित राजपथ पर आयोजित ''एकता दौड़'' की अहम बातें
• अत्यंत उत्साह और नारों के साथ प्रधानमंत्री के आगमन पर उनका स्वागत हुआ। हर तरफ बार-बार एक ही नारा सुनाई दिया ''भारत माता की जय''।
• राजपथ पर इकट्ठा हुए लोगों को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ''सरदार पटेल अमर रहें'' के नारे लगवाए।
• प्रधानमंत्री अपने भाषण में महात्मा गांधी और सरदार पटेल के बीच अटूट बंधन के बारे में काफी देर तक बोलते रहे।
• एकता दौड़ को प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसमें हिस्सा लेने के लिए जोश और उत्साह से भरी भीड़ ने एक-दूसरे के साथ स्पर्धा की। प्रधानमंत्री मंच से नीचे उतरकर जनता के बीच आए। दौड़ में हिस्सा ले रहे लोगों का उत्साह बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री भी समान दूरी तक दौड़े। लोग जितना ज्यादा रास्ता तय करते गए उतना अधिक उनमें उत्साह भरता गया।
• धावकों के बीच युवा और बच्चों का दल सबसे अधिक उत्साहित नजर आया।
• ओलंपिक, एशियाड और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता खिलाड़ियों के अलावा क्रिकेटरों ने भी इस दौड़ में हिस्सा लिया। इस मौके पर लोगों ने उनकी प्रशंसा की।
• भारत की ''अनेकता में एकता'' की विशेषता को उद्घाटित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाः-
भाषा अनेक, भाव एक... राज्य अनेक, राष्ट्र एक... पंथ अनेक, लक्ष्य एक... बोली अनेक, स्वर एक... रंग अनेक, तिरंगा एक... समाज अनेक, भारत एक... रिवाज अनेक, संस्कार एक... कार्य अनेक, संकल्प एक... राह अनेक, मंज़िल एक... चेहरे अनेक, मुस्कान एक...