प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 500 रुपये और 1000 रुपये के उच्च मूल्य वर्ग के बैंक नोटों के रद्द होने की कानूनी निविदा के बाद नागरिकों के धैर्य और व्यवस्थित तरीके से बैंकों में नोटों के विनियम करने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि एक बड़ी भलाई के लिए इस सीमित असुविधा को सहन करने के लिए नागरिकों में इस तरह का जोश, उत्साह और धैर्य देखना प्रशंसनीय है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार एक ऐसा भारत बनाने के अपने प्रयास में अटल है जो भ्रष्टाचार मुक्त हो और विकास के लाभों को प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाना सुनिश्चित करता हो।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ये जानकार बेहद खुश हूं कि नागरिक बैंकरों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कर रहे हैं और बहुत ही धैर्य और व्यवस्थित तरीके से नोटों का विनियम कर रहे हैं।
यह जानना भी बहुत प्रसन्नता की बात है कि लोग सक्रियता से वरिष्ठ नागरिकों के पैसे निकालने और उनके पैसे के आदान प्रदान में स्वेच्छा से मदद देने के लिए आगे आ रहे हैं।
इस तरह के जोश, उत्साह और धैर्य से अधिक भलाई के लिए सीमित असुविधा सहन करना भी वास्तव में बेहद प्रशंसनीय है।
मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सरकार एक ऐसा भारत बनाने के अपने प्रयास में अटल है जो कि भ्रष्टाचार मुक्त हो और जहां विकास का लाभ हर नागरिक तक पहुंचता हो।”
So happy to learn that citizens are expressing their gratitude to bankers & getting notes exchanged in a very patient & orderly manner.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2016
It is also heartening to learn that people are actively volunteering to help senior citizens withdraw money & exchange their currency.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2016
Such warmth, enthusiasm & the patience to bear limited inconvenience for a greater good is indeed very heartening.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2016
I assure you the Govt is unwavering in its effort to create an India that is corruption free & fruits of development touch every citizen.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2016